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'एक परीक्षा, तीन रिजल्ट और एक काउंसलिंग अपने आप में हास्यास्पद', नीट परीक्षा पर अभ्यर्थियों और शिक्षकों ने उठाए सवाल - NEET Paper Leak

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jun 27, 2024, 9:49 AM IST

Updated : Jun 27, 2024, 10:46 AM IST

NEET UG Exam: नीट पेपर लीक का मामला पटना पुलिस से ईओयू और अब ईओयू से सीबीआई के पास पहुंच गया है. इसे लेकर अभ्यर्थी, शिक्षक और बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद ने कई सवाल उठाए है. जानें ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने क्या कहा?

NEET UG Exam
नीट यूजी परीक्षा (ETV Bharat)

नीट यूजी परीक्षा (ETV Bharat)

पटना: नीट यूजी परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई कर रही है. पुलिस और जांच एजेंसियों ने यह साक्ष्य इकट्ठा कर लिया है कि परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो गया था. हालांकि अब तक सरकार की ओर से इस परीक्षा को रद्द नहीं किया गया है. वहीं दूसरी और नीट परीक्षा के अभ्यर्थी लगातार परीक्षा रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं. शिक्षक भी मानते हैं कि परीक्षा रद्द होनी चाहिए.

23 जून को हुई विशेष परीक्षा: जिन बच्चों को ग्रेस अंक देकर अधिक अंक दिए गए थे, उनके लिए 23 जून को विशेष परीक्षा हुई. इन 1563 बच्चों में 813 परीक्षा में सम्मिलित हुए और 750 छात्र उस परीक्षा में शामिल नहीं हुए. एनटीए की ओर से परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों का 30 जून को रिजल्ट जारी होगा और अगर परीक्षा कैंसिल नहीं होता है तो 6 जुलाई से काउंसलिंग की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी.

विवादों में रही परीक्षा की प्रक्रिया: नीट परीक्षा की अभ्यर्थी छात्रा श्री आनंद ने बताया कि उन्होंने इस बार परीक्षा में हिस्सा लिया और अंक भी अच्छे आए लेकिन रैंक अच्छा नहीं रहा. परीक्षा की पूरी प्रक्रिया विवादों में रही है और वह चाहती है कि परीक्षा हर हाल में रद्द हो. अगर इस बार परीक्षा कैंसिल नहीं होती है तो यह अपने आप में आश्चर्यजनक होगा कि एक परीक्षा के लिए तीन प्रकार के रिजल्ट आएंगे और उसके आधार पर मेडिकल में बच्चों का दाखिला होगा.

"पहले ग्रेस अंक का मामला सामने आया और फिर जिन्हें ग्रेस अंक मिला उनके लिए दोबारा से परीक्षा हो गई. जो परीक्षा में शामिल हुए हैं उनका भी रिजल्ट आएगा, जो शामिल नहीं हुए हैं उनका भी रिजल्ट आएगा और पूर्व का एक रिजल्ट है. हर हाल में यह परीक्षा रद्द होनी चाहिए." -श्री आनंद, अभ्यर्थी छात्रा

अभ्यर्थी ने लगाया धांधली का आरोप: नीट परीक्षा की अभ्यर्थी सपना कुमारी ने बताया कि परीक्षा में अच्छे अंक रहे हैं लेकिन रैंक अच्छा नहीं रहा. परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है और पेपर लिखकर साक्ष्य भी मिले हैं. यह पूरी परीक्षा रद्द हो होनी चाहिए और दोबारा से परीक्षा आयोजित होनी चाहिए नहीं तो उनके जैसे लाखों परीक्षार्थियों के साथ अन्याय होगा.

सरकार की मंशा पर संदेह: नीट परीक्षा की तैयारी करने वाले शिक्षक आशुतोष कुमार झा ने बताया कि वह आश्चर्य में है की जांच एजेंसी ने साक्ष्य दे दिए हैं कि पेपर लीक हुआ है, लेकिन फिर भी पेपर अब तक रद्द नहीं हुआ है. सरकार की मंशा पर संदेह नजर आ रही है और ऐसा लग रहा है कि सरकार दोबारा नीट परीक्षा आयोजित नहीं कराना चाह रही.

"अगर इस रिजल्ट के आधार पर बच्चों का एडमिशन होता है तो चिकित्सा जगत के लिए भी यह बड़ा नुकसान होगा. मेधावी बच्चों के भविष्य के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ होगा. परीक्षा रद्द होने में जितनी देर हो रही है उतना बच्चों का समय बर्बाद हो रहा है."-आशुतोष कुमार झा, शिक्षक

जांच एजेंसियों ने दिए पेपर लीक के सबूत: छात्र नेता दिलीप ने कहा कि जांच एजेंसी पेपर लीक के सबूत सामने रख दिए हैं. जो रिजल्ट है अपने आप में परीक्षा में धांधली की ओर इशारा कर रहा है. जिस प्रकार इस बार परीक्षा में बच्चों को अधिक अंक प्राप्त हुए हैं वह अपने आप सवालों में है क्योंकि पिछली बार जहां 651 अंक पर बच्चों को 4245 रैंक प्राप्त हुआ था वहीं इस बार 690 अंक पर 4406 रैंक है. नीट परीक्षा जैसे टू कंपटीशन में इतना हाई स्कोरिंग अंक संदेह के दायरे में है.

"परीक्षा रद्द नहीं होती है तो इस परीक्षा के तीन प्रकार के रिजल्ट होंगे और तीन प्रकार के रिजल्ट के लिए एक काउंसलिंग होगी. पेपर लीक वाले बच्चे यदि डॉक्टर बनते हैं तो कैसे चिकित्सक बनेंगे और देश की चिकित्सा व्यवस्था का क्या होगा अपने आप में बड़ा सवाल है."-दिलीप, छात्र नेता

एक परीक्षा के तीन रिजल्ट: बिहार के पूर्व डीजीपी और शिक्षाविद अभयानंद ने कहा कि मान लिया जाए थोड़े समय के लिए की कोई पेपर लीक नहीं हुआ है तब भी परीक्षा की प्रक्रिया हास्यास्पद बन रही है. इसी रिजल्ट के आधार पर काउंसलिंग होते हैं तो यह अपने आप में अनोखा होगा कि एक परीक्षा के तीन रिजल्ट होंगे और उसकी एक काउंसलिंग होगी, जिसके आधार पर एडमिशन होगा जो दुनिया भर में हास्यास्पद होगा. उन्होंने कहा कि एक रिजल्ट वह होगा जो 4 जून को प्रकाशित हुआ, दूसरा रिजल्ट वह होगा जो 1563 बच्चों के लिए परीक्षा आयोजित किया गया और इसमें जो सम्मिलित हुए, और तीसरा रिजल्ट वह होगा जो 23 जून को 1563 बच्चों के लिए आयोजित परीक्षा में सम्मिलित नहीं हुए.

ग्रेस मार्क्स हटाकर जारी हो रिजल्ट: अभयानंद ने कहा कि जो परीक्षा में सम्मिलित नहीं हुए उनका ग्रेस मार्क्स हटाकर रिजल्ट जारी होगा. उनकी जानकारी में आज तक कोई ऐसी परीक्षा नहीं रही है कि किसी एक परीक्षा के तीन प्रकार के रिजल्ट हो और उसकी एक काउंसलिंग हो और उस आधार पर मेडिकल में एडमिशन प्रक्रिया पूरी की जाए.

"यह परीक्षा हर हाल में रद्द होनी चाहिए यही एकमात्र विकल्प बचता है और निष्पक्ष तरीके से दूसरी एजेंसी के माध्यम से परीक्षा का दोबारा आयोजन होना चाहिए. यह जितना जल्द से जल्द होगा बच्चों के हित में होगा क्योंकि यदि परीक्षा रद्द करने में विलंब होता है तो बच्चों का समय बर्बाद होगा और परीक्षा रद्द नहीं होता है तो मेधावी बच्चों के साथ खिलवाड़ होगा."-अभयानंद, पूर्व डीजीपी और शिक्षाविद

पढ़ें-बिहार में कैसे रुकेगा प्रश्न पत्र लीक का सिलसिला, जब दागी अधिकारी होंगे पुरस्कृत? - NEET Paper Leak

नीट यूजी परीक्षा (ETV Bharat)

पटना: नीट यूजी परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई कर रही है. पुलिस और जांच एजेंसियों ने यह साक्ष्य इकट्ठा कर लिया है कि परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो गया था. हालांकि अब तक सरकार की ओर से इस परीक्षा को रद्द नहीं किया गया है. वहीं दूसरी और नीट परीक्षा के अभ्यर्थी लगातार परीक्षा रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं. शिक्षक भी मानते हैं कि परीक्षा रद्द होनी चाहिए.

23 जून को हुई विशेष परीक्षा: जिन बच्चों को ग्रेस अंक देकर अधिक अंक दिए गए थे, उनके लिए 23 जून को विशेष परीक्षा हुई. इन 1563 बच्चों में 813 परीक्षा में सम्मिलित हुए और 750 छात्र उस परीक्षा में शामिल नहीं हुए. एनटीए की ओर से परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों का 30 जून को रिजल्ट जारी होगा और अगर परीक्षा कैंसिल नहीं होता है तो 6 जुलाई से काउंसलिंग की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी.

विवादों में रही परीक्षा की प्रक्रिया: नीट परीक्षा की अभ्यर्थी छात्रा श्री आनंद ने बताया कि उन्होंने इस बार परीक्षा में हिस्सा लिया और अंक भी अच्छे आए लेकिन रैंक अच्छा नहीं रहा. परीक्षा की पूरी प्रक्रिया विवादों में रही है और वह चाहती है कि परीक्षा हर हाल में रद्द हो. अगर इस बार परीक्षा कैंसिल नहीं होती है तो यह अपने आप में आश्चर्यजनक होगा कि एक परीक्षा के लिए तीन प्रकार के रिजल्ट आएंगे और उसके आधार पर मेडिकल में बच्चों का दाखिला होगा.

"पहले ग्रेस अंक का मामला सामने आया और फिर जिन्हें ग्रेस अंक मिला उनके लिए दोबारा से परीक्षा हो गई. जो परीक्षा में शामिल हुए हैं उनका भी रिजल्ट आएगा, जो शामिल नहीं हुए हैं उनका भी रिजल्ट आएगा और पूर्व का एक रिजल्ट है. हर हाल में यह परीक्षा रद्द होनी चाहिए." -श्री आनंद, अभ्यर्थी छात्रा

अभ्यर्थी ने लगाया धांधली का आरोप: नीट परीक्षा की अभ्यर्थी सपना कुमारी ने बताया कि परीक्षा में अच्छे अंक रहे हैं लेकिन रैंक अच्छा नहीं रहा. परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है और पेपर लिखकर साक्ष्य भी मिले हैं. यह पूरी परीक्षा रद्द हो होनी चाहिए और दोबारा से परीक्षा आयोजित होनी चाहिए नहीं तो उनके जैसे लाखों परीक्षार्थियों के साथ अन्याय होगा.

सरकार की मंशा पर संदेह: नीट परीक्षा की तैयारी करने वाले शिक्षक आशुतोष कुमार झा ने बताया कि वह आश्चर्य में है की जांच एजेंसी ने साक्ष्य दे दिए हैं कि पेपर लीक हुआ है, लेकिन फिर भी पेपर अब तक रद्द नहीं हुआ है. सरकार की मंशा पर संदेह नजर आ रही है और ऐसा लग रहा है कि सरकार दोबारा नीट परीक्षा आयोजित नहीं कराना चाह रही.

"अगर इस रिजल्ट के आधार पर बच्चों का एडमिशन होता है तो चिकित्सा जगत के लिए भी यह बड़ा नुकसान होगा. मेधावी बच्चों के भविष्य के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ होगा. परीक्षा रद्द होने में जितनी देर हो रही है उतना बच्चों का समय बर्बाद हो रहा है."-आशुतोष कुमार झा, शिक्षक

जांच एजेंसियों ने दिए पेपर लीक के सबूत: छात्र नेता दिलीप ने कहा कि जांच एजेंसी पेपर लीक के सबूत सामने रख दिए हैं. जो रिजल्ट है अपने आप में परीक्षा में धांधली की ओर इशारा कर रहा है. जिस प्रकार इस बार परीक्षा में बच्चों को अधिक अंक प्राप्त हुए हैं वह अपने आप सवालों में है क्योंकि पिछली बार जहां 651 अंक पर बच्चों को 4245 रैंक प्राप्त हुआ था वहीं इस बार 690 अंक पर 4406 रैंक है. नीट परीक्षा जैसे टू कंपटीशन में इतना हाई स्कोरिंग अंक संदेह के दायरे में है.

"परीक्षा रद्द नहीं होती है तो इस परीक्षा के तीन प्रकार के रिजल्ट होंगे और तीन प्रकार के रिजल्ट के लिए एक काउंसलिंग होगी. पेपर लीक वाले बच्चे यदि डॉक्टर बनते हैं तो कैसे चिकित्सक बनेंगे और देश की चिकित्सा व्यवस्था का क्या होगा अपने आप में बड़ा सवाल है."-दिलीप, छात्र नेता

एक परीक्षा के तीन रिजल्ट: बिहार के पूर्व डीजीपी और शिक्षाविद अभयानंद ने कहा कि मान लिया जाए थोड़े समय के लिए की कोई पेपर लीक नहीं हुआ है तब भी परीक्षा की प्रक्रिया हास्यास्पद बन रही है. इसी रिजल्ट के आधार पर काउंसलिंग होते हैं तो यह अपने आप में अनोखा होगा कि एक परीक्षा के तीन रिजल्ट होंगे और उसकी एक काउंसलिंग होगी, जिसके आधार पर एडमिशन होगा जो दुनिया भर में हास्यास्पद होगा. उन्होंने कहा कि एक रिजल्ट वह होगा जो 4 जून को प्रकाशित हुआ, दूसरा रिजल्ट वह होगा जो 1563 बच्चों के लिए परीक्षा आयोजित किया गया और इसमें जो सम्मिलित हुए, और तीसरा रिजल्ट वह होगा जो 23 जून को 1563 बच्चों के लिए आयोजित परीक्षा में सम्मिलित नहीं हुए.

ग्रेस मार्क्स हटाकर जारी हो रिजल्ट: अभयानंद ने कहा कि जो परीक्षा में सम्मिलित नहीं हुए उनका ग्रेस मार्क्स हटाकर रिजल्ट जारी होगा. उनकी जानकारी में आज तक कोई ऐसी परीक्षा नहीं रही है कि किसी एक परीक्षा के तीन प्रकार के रिजल्ट हो और उसकी एक काउंसलिंग हो और उस आधार पर मेडिकल में एडमिशन प्रक्रिया पूरी की जाए.

"यह परीक्षा हर हाल में रद्द होनी चाहिए यही एकमात्र विकल्प बचता है और निष्पक्ष तरीके से दूसरी एजेंसी के माध्यम से परीक्षा का दोबारा आयोजन होना चाहिए. यह जितना जल्द से जल्द होगा बच्चों के हित में होगा क्योंकि यदि परीक्षा रद्द करने में विलंब होता है तो बच्चों का समय बर्बाद होगा और परीक्षा रद्द नहीं होता है तो मेधावी बच्चों के साथ खिलवाड़ होगा."-अभयानंद, पूर्व डीजीपी और शिक्षाविद

पढ़ें-बिहार में कैसे रुकेगा प्रश्न पत्र लीक का सिलसिला, जब दागी अधिकारी होंगे पुरस्कृत? - NEET Paper Leak

Last Updated : Jun 27, 2024, 10:46 AM IST
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