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DSEU में अब हर साल 10 से 30 प्रतिशत बढ़ेगी फीस, छात्रों ने कहा- अब दाखिला लेना मुश्किल - fees increases in DSEU - FEES INCREASES IN DSEU

DSEU Admission 2024-25: DSEU ने नए सेशन 2024-25 से फीस में बढ़ोत्तरी की है. इसे लेकर छात्रों में नाराजगी है. उनका कहना है कि विश्वविद्यालय ने बेतहाशा फीस बढ़ाई है, जिससे आम छात्रों के लिए दाखिला लेना मुश्किल होगा.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jun 22, 2024, 1:25 PM IST

Updated : Jun 22, 2024, 1:53 PM IST

नई दिल्ली: राज्य सरकार द्वारा संचालित दिल्ली स्किल ऐंड आंत्रप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी (डीएसईयू) ने नए सेशन 2024-25 से फीस में बढ़ोत्तरी की है. इस पर स्टूडेंट्स ने ऐतराज जताया है. विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद ने फीस बढ़ोतरी को मंजूरी दी है और यह भी तय किया गया है कि अब से हर साल 10 प्रतिशत फीस बढ़ाई जाएगी. विद्यार्थियों का कहना है कि नए सत्र से कई कोर्स की फीस दोगुनी-तीन गुनी कर दी गई है. वहीं, दिल्ली सरकार के इस विश्वविद्यालय का कहना है कि फीस में 10 से 20 प्रतिशत बढ़ोतरी की गई है. कुछ एक कोर्स में यह 30 प्रतिशत तक पहुंची है.

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए फीस बढ़ाना जरूरी

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक नगावत का कहना है कि विश्वविद्यालय की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बनाए रखने के लिए फीस बढ़ाना जरूरी हो गया था क्योंकि कई कोर्स को चलाने के लिए कई संसाधन चाहिए. मई में अकादमिक परिषद की बैठक में काफी चर्चा के बाद फीस में वृद्धि करने का फैसला लिया है. हालांकि, अगर बाकी सरकारी संस्थानों से तुलना की जाए तो फीस अब भी उन सबसे कम है.

प्रो. नगावत का कहना है कि विश्वविद्यालय के कोर्स प्रैक्टिकल और लैब वर्क पर आधारित हैं, जिसके लिए हाई क्वॉलिटी संसाधन और इंफ्रास्ट्रक्चर जरूरी है. सरकार से मिलने वाले अनुदान और उद्योगों से मिलने वाले सहयोग के आधार पर ही हम फीस तय करते हैं. सरकार से मिलने वाला अनुदान ज्यादा होगा, कई कोर्स चलाने के लिए औद्योगिक सहयोग ज्यादा होगा तो हमें फीस बढ़ाने की जरूरत नहीं होगी.

यह भी पढ़ें- बैंक ऑफ बड़ौदा ने निकाली बंपर वैकेंसी, जल्द करें अप्लाई

लेकिन, सरकार की अपनी सीमाएं हैं. फंड जनरेट करने के लिए हमें फीस बढ़ानी ही होगी, क्योकि कॉस्ट भी हर साल बढ़ती है. कुलपति का कहना है कि जो भी ट्यूशन फीस ली जाएगी, वो पैसा सिर्फ विश्वविद्यालय के इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च किया जाएगा. इसके अलावा, स्पोर्ट्स जैसी सुविधाओं के लिए भी अलग-अलग मद में फीस ली जाएगी. विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि 2021 के बाद से फीस नहीं बढ़ी है.

आम छात्रों के लिए दाखिला लेना हुआ मुश्किल

विद्यार्थियों का कहना है कि विश्वविद्यालय ने बेतहाशा फीस बढ़ाई है, जिस वजह से आम छात्रों के लिए दाखिला लेना मुश्किल होगा. छात्र छात्राओं का का कहना है कि जब दिल्ली सरकार हर साल शिक्षा का बजट बढ़ाने की बात करती है, तो फिर बेतहाशा फीस क्यों बढ़ाई जा रही है.

यह भी पढ़ें- यूजीसी नेट 2024 परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी, विवरण देखें

नई दिल्ली: राज्य सरकार द्वारा संचालित दिल्ली स्किल ऐंड आंत्रप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी (डीएसईयू) ने नए सेशन 2024-25 से फीस में बढ़ोत्तरी की है. इस पर स्टूडेंट्स ने ऐतराज जताया है. विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद ने फीस बढ़ोतरी को मंजूरी दी है और यह भी तय किया गया है कि अब से हर साल 10 प्रतिशत फीस बढ़ाई जाएगी. विद्यार्थियों का कहना है कि नए सत्र से कई कोर्स की फीस दोगुनी-तीन गुनी कर दी गई है. वहीं, दिल्ली सरकार के इस विश्वविद्यालय का कहना है कि फीस में 10 से 20 प्रतिशत बढ़ोतरी की गई है. कुछ एक कोर्स में यह 30 प्रतिशत तक पहुंची है.

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए फीस बढ़ाना जरूरी

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक नगावत का कहना है कि विश्वविद्यालय की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बनाए रखने के लिए फीस बढ़ाना जरूरी हो गया था क्योंकि कई कोर्स को चलाने के लिए कई संसाधन चाहिए. मई में अकादमिक परिषद की बैठक में काफी चर्चा के बाद फीस में वृद्धि करने का फैसला लिया है. हालांकि, अगर बाकी सरकारी संस्थानों से तुलना की जाए तो फीस अब भी उन सबसे कम है.

प्रो. नगावत का कहना है कि विश्वविद्यालय के कोर्स प्रैक्टिकल और लैब वर्क पर आधारित हैं, जिसके लिए हाई क्वॉलिटी संसाधन और इंफ्रास्ट्रक्चर जरूरी है. सरकार से मिलने वाले अनुदान और उद्योगों से मिलने वाले सहयोग के आधार पर ही हम फीस तय करते हैं. सरकार से मिलने वाला अनुदान ज्यादा होगा, कई कोर्स चलाने के लिए औद्योगिक सहयोग ज्यादा होगा तो हमें फीस बढ़ाने की जरूरत नहीं होगी.

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लेकिन, सरकार की अपनी सीमाएं हैं. फंड जनरेट करने के लिए हमें फीस बढ़ानी ही होगी, क्योकि कॉस्ट भी हर साल बढ़ती है. कुलपति का कहना है कि जो भी ट्यूशन फीस ली जाएगी, वो पैसा सिर्फ विश्वविद्यालय के इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च किया जाएगा. इसके अलावा, स्पोर्ट्स जैसी सुविधाओं के लिए भी अलग-अलग मद में फीस ली जाएगी. विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि 2021 के बाद से फीस नहीं बढ़ी है.

आम छात्रों के लिए दाखिला लेना हुआ मुश्किल

विद्यार्थियों का कहना है कि विश्वविद्यालय ने बेतहाशा फीस बढ़ाई है, जिस वजह से आम छात्रों के लिए दाखिला लेना मुश्किल होगा. छात्र छात्राओं का का कहना है कि जब दिल्ली सरकार हर साल शिक्षा का बजट बढ़ाने की बात करती है, तो फिर बेतहाशा फीस क्यों बढ़ाई जा रही है.

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Last Updated : Jun 22, 2024, 1:53 PM IST
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