नई दिल्ली: मारुति सुजुकी देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है, जिसकी बिक्री के आंकड़े हर महीने शानदार रहते हैं. हालांकि कंपनी को हमेशा अपने बेहतरीन प्रोडक्ट के लिए प्रशंसा मिलती है, लेकिन वारंटी कवरेज हमेशा से एक ग्रे एरिया रहा है. मारुति सुजुकी का कहना है कि अब ऐसा नहीं है. कंपनी ने अपने मानक और विस्तारित वारंटी में बड़े बदलावों की घोषणा की है, जिसमें बढ़ी हुई और व्यापक कवरेज का दावा किया गया है. साथ ही मारुति सुजुकी के ग्राहकों को टैक्स छूट भी मिलने वाला है. यूपी सरकार अब कुछ हाइब्रिड वाहनों पर टैक्स में ढील देगी.
मारुति सुजुकी स्टैंडर्ड वारंटी
पहले 2 साल या 40,000 किलोमीटर की स्टैंडर्ड वारंटी को बढ़ाकर 3 साल या 1,00,000 किलोमीटर (जो भी पहले हो) कर दिया गया है. बढ़ी हुई स्टैंडर्ड वारंटी 9 जुलाई, 2024 से डिलीवर किए जाने वाले सभी वाहनों पर लागू होगा. यह एरिना और नेक्सा दोनों मॉडलों के लिए लागू होगा.
यूपी सरकार ने टैक्स पर दी छूट
यूपी सरकार के कुछ हाइब्रिड वाहनों पर टैक्स में ढील दिए जाने के बाद मंगलवार को मारुति सुजुकी इंडिया के शेयरों में उछाल आया, जिससे भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी की बिक्री में बढ़ोतरी हो सकती है.
मामला क्या है?
उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि मजबूत-हाइब्रिड इलेक्ट्रिक कारों (HEV) और प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों (PHEV) पर रजिस्ट्रेशन टैक्स को पूरी तरह से माफ कर देगी.
इस टैक्स छूट का लाभ मारुति सुजुकी की ग्रैंड विटारा एसयूवी और इनविक्टो एमपीवी को मिलेगा. दोनों में ही मजबूत हाइब्रिड तकनीक है.
HEV और PHEV दोनों में इलेक्ट्रिक मोटर के साथ इंटरनल कम्बशन इंजन का इस्तेमाल होता है. अंतर यह है कि PHEV में बड़ी बैटरी होती है जिसे बाहरी चार्जिंग की जरूरत होती है.
इससे क्या होगा फायदा?
टैक्स में छूट के तहत, यूपी में खरीदार मारुति सुजुकी इनविक्टो पर 3 लाख रुपये से अधिक और मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा पर 2 लाख रुपये से अधिक की बचत करेंगे.