नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को संसद में आर्थिक सर्वेक्षण 2024 पेश किया. आर्थिक सर्वेक्षण 2024 में कहा गया है कि अति आत्मविश्वास के कारण शेयर बाजार से अधिक रिटर्न की अटकलें लगने की संभावना चिंता का विषय है. 22 जुलाई को संसद में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण 2024 में कहा गया है कि भारत के वित्तीय क्षेत्र के लिए संभावनाएं अच्छी दिखाई दे रही हैं. लेकिन कुछ क्षेत्रों पर आगे ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होगी.
आर्थिक सर्वेक्षण 2024 में कहा गया है कि शेयर बाजार में खुदरा निवेशकों की बढ़ोतरी पर सावधानीपूर्वक विचार करने की आवश्यकता है. यह महत्वपूर्ण है क्योंकि अति आत्मविश्वास के कारण अटकलें लगने की संभावना और अधिक रिटर्न की उम्मीद, जो वास्तविक बाजार स्थितियों के अनुरूप नहीं हो सकती है, एक गंभीर चिंता का विषय है.
सर्वेक्षण में कहा गया है कि भारतीय शेयर बाजार सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले बाजारों में से एक है. इसमें भारत का निफ्टी 50 इंडेक्स वित्त वर्ष 2023-24 (वित्त वर्ष 24) के दौरान 26.8 फीसदी बढ़ा, जबकि वित्त वर्ष 23 के दौरान 8.2 प्रतिशत की गिरावट आई थी. एसीई इक्विटी डेटा से पता चलता है कि कैलेंडर वर्ष 2024 (CY24) में अब तक एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी 50 इंडेक्स में 10 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई है. इस अवधि के दौरान मिड-कैप और स्मॉल-कैप इंडेक्स में तेजी तेज रही है. इन दोनों फ्रंटलाइन बेंचमार्क में लगभग 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.