मुंबई: टाटा समूह की निवेश शाखा टाटा संस ने ब्लॉक डील के जरिए टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के 2.3 करोड़ शेयर बेचने की योजना बनाई है. ऑफर पर शेयरों की टोटल नंबर टीसीएस की टोटल बकाया इक्विटी का 0.64 फीसदी है. एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, टाटा संस के पास दिसंबर 31 तक टीसीएस में 72.4 फीसदी हिस्सेदारी है. हिस्सेदारी की बिक्री तब हुई है जब घरेलू शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं, टीसीएस और ब्लू-चिप निफ्टी 50 इंडेक्स, जिसका यह एक हिस्सा है. भारत के सबसे बड़े सॉफ्टवेयर सेवा निर्यातक में 23.4 मिलियन शेयर कम से कम 9,300 करोड़ रुपये में बेचने की योजना बनाई है.
इन कंपनियों ने भी बेची ब्लॉक डील से शेयर
आईटीसी, पेटीएम और जोमैटो के प्रमुख शेयरधारकों ने पिछले कुछ महीनों में ब्लॉक डील के माध्यम से कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बेची है, जहां एक लेनदेन में 500,000 से अधिक शेयरों का कारोबार होता है.
आपको बता दें कि ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको (बीएटी) द्वारा 13 मार्च को आईटीसी में 3.5 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री के बाद 17,485 करोड़ रुपये (2.1 अरब डॉलर) जुटाने के बाद यह इस महीने घरेलू बाजार में दूसरी महत्वपूर्ण ब्लॉक डील है.
टाटा संस क्यों बेच रहा शेयर
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हिस्सेदारी सेल से मिले पैसों का यूज होल्डिंग फर्म के कर्ज का भुगतान करने और उसे भारतीय रिजर्व बैंक के ऊपरी स्तर के टैग से खुद को अलग करने में मदद करने के लिए किया जाएगा. इससे टाटा संस को अगले साल सितंबर तक लिस्टिंग से बचने में मदद मिल सकती है. इस साल जनवरी में समाप्त 10 महीनों में टाटा संस का नेट बकाया पहले ही घटकर 5,656 करोड़ रुपये रह गया है, क्योंकि इस अवधि के दौरान उसका कैश रिजर्व 9,516 करोड़ रुपये हो गया है.
वहीं, टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी का सकल कर्ज एकल आधार पर (जनवरी 2024 तक) लगभग आधा होकर 15,173 करोड़ रुपये हो गया. आरबीआई ने एनबीएफसी-ऊपरी स्तर की टैग-कंपनियों को सितंबर 2025 तक आईपीओ लाने का निर्देश दिया था.
दिसंबर में, टाटा संस ने अपने 17,000 करोड़ रुपये के बायबैक में टीसीएस के शेयरों की बोली लगाकर लगभग 12,300 करोड़ रुपये जुटाए. बायबैक मूल्य 4,150 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया था. 2017 के बाद से, टाटा संस ने बायबैक में शेयर टेंडर करके लगभग 54,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं.