नयी दिल्ली : एक रिपोर्ट के अनुसार भारत ने 2023 के दौरान रिकॉर्ड 3.2 गीगावाट ओपन एक्सेस सौर क्षमता जोड़ी, जिसमें कम मॉड्यूल लागत सहित फैक्टर्स द्वारा समर्थित 6.66 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. अपनी नए रिपोर्ट में, यूएस-आधारित शोध फर्म मेरकॉम कैपिटल ने कहा कि 2022 के दौरान ओपन एक्सेस सौर ऊर्जा में 3 गीगावाट (जीडब्ल्यू) की बढ़ोतरी हुई.
ओपन एक्सेस सौर क्षमता एक ऐसी व्यवस्था है जहां एक बिजली उत्पादक उपभोक्ताओं को हरित ऊर्जा की आपूर्ति करने के लिए एक सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करता है. यह एक कैलेंडर वर्ष में रिकॉर्ड उच्च ओपन एक्सेस सौर ऊर्जा वृद्धि है. 'मेरकॉम इंडिया सोलर ओपन एक्सेस मार्केट रिपोर्ट' में कहा गया है कि ओपन एक्सेस सेगमेंट में संचयी स्थापित सौर क्षमता दिसंबर 2023 तक 12.2 गीगावॉट थी.
मेरकॉम कैपिटल ग्रुप के सीईओ राज प्रभु ने कहा कि ओपन एक्सेस सोलर देश के सौर बाजार में उज्ज्वल स्थानों में से एक है, जो वाणिज्यिक उद्यमों और औद्योगिक इकाइयों को सौर और अन्य स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों की ओर आकर्षित कर रहा है. व्यवसायों के लिए संभावित लागत बचत को नजरअंदाज करना कठिन है, खासकर जब सौर लागत में कमी जारी है जबकि खुदरा बिजली की कीमतें बढ़ रही हैं.
उन्होंने कहा कि एक मजबूत पाइपलाइन के साथ, इस बाजार खंड के लिए दृष्टिकोण बहुत आशाजनक है, और हम 2024 में मजबूत वृद्धि की उम्मीद करते हैं.
संचयी स्थापनाओं के मामले में कर्नाटक शीर्ष राज्य रहा, जहां देश की कुल स्थापनाओं में 33.1 प्रतिशत हिस्सेदारी है, इसके बाद महाराष्ट्र (13.5 प्रतिशत) और तमिलनाडु (11.4 प्रतिशत) का स्थान है. 2023 के अंत में भारत में 13.9 गीगावॉट परियोजनाएं विकास के अधीन और निर्माण-पूर्व चरण में थीं. मेरकॉम कैपिटल उभरते बाजारों और रणनीतिक निर्णय लेने पर सलाहकार सेवाएं प्रदान करने के अलावा, ऊर्जा भंडारण, स्मार्ट ग्रिड प्रौद्योगिकी और सौर ऊर्जा पर बाजार खुफिया जानकारी प्रदान करने में माहिर है.