नई दिल्ली: क्या आपका रिलेशनशिप स्टेटस आपके शेयर बाजार के मुनाफे पर असर डाल सकता है? सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन सेबी की ताजा स्टडी में कुछ ऐसा ही चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. सेबी की स्टडी के मुताबिक सिंगल की बजाए शादीशुदा लोग और पुरुषों की बजाए महिलाएं ट्रेडिंग में बेहतर प्रदर्शन करती हैं. सेबी की ताजा रिपोर्ट में पाया गया है कि इक्किटी कैश सेगमेंट में इंट्राडे के पैटर्न की स्टडी की और पाया कि आपका रिलेशनशिप स्टेटस वास्तव में आपके ट्रेडिंग प्रदर्शन पर असर डाल सकता है.
भारतीय बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने इंट्राडे ट्रेडिंग पैटर्न का विश्लेषण किया है. इसका परिणाम ट्रेडिंग प्रदर्शन और रिलेशनशिप स्टेटस के बीच एक आश्चर्यजनक संबंध दिखा है. रिपोर्ट में वैवाहिक स्थिति और जेंडर के आधार पर ट्रेडिंग पैटर्न और परिणामों में महत्वपूर्ण अंतर को दिखाता है.
सिंगल की बजाए शादीशुदा लोग ट्रेडिंग में बेहतर
इक्विटी कैश सेगमेंट में इंट्राडे ट्रेडिंग पर सेबी के अध्ययन से पता चलता है कि शादीशुदा ट्रेडर ने वित्तीय वर्ष 2019, 2022 और 2023 के दौरान कई प्रमुख मानकों पर सिंगल ट्रेडर की तुलना में लगातार बेहतर प्रदर्शन किया है.
- शादीशुदा ट्रेडर घाटे में रहने वालों का अनुपात उनके सिंगल ट्रेडर की तुलना में कम था.
- रिपोर्ट में पता चला कि सिंगल ट्रेडर बनाम शादीशुदा ट्रेडर के समूह की तुलना करने पर, विवाहित व्यापारियों के समूह में तीनों वर्षों में सिंगल ट्रेडर के समूह की तुलना में लाभ कमाने वालों का अनुपात अधिक था.
- साथ ही, शादीशुदा ट्रेडर के समूह में वर्षों से सिंगल ट्रेडर की तुलना में घाटे में रहने वालों का अनुपात कम था. क्योंकि वित्त वर्ष 23 के दौरान 75 फीसदी सिंगल ट्रेडर घाटे में रहने वाले थे, जबकि शादीशुदा घाटे में रहने वाले व्यापारियों की संख्या 67 फीसदी थी.
- इसके अलावा, शादीशुदा ट्रेडर ने अधिक औसत संख्या में ट्रेड किए, जो अधिक बाजार जुड़ाव और गतिविधि को दिखाता है.
- महिला व्यापारियों में लाभ कमाने वालों का अनुपात अधिक था.