हवाना: क्यूबा इस समय कैश की कमी से जूझ रहा है. राजधानी, हवाना के बैंकों और एटीएम के बाहर दिन की शुरुआत से ही लंबी लाइनें लगनी शुरू हो जा रही है. यहां के लोग भोजन और अन्य आवश्यक चीजें खरीदने के लिए कैश के जुगाड़ में जुझ रहे है. विशेषज्ञों का कहना है कि कमी के पीछे कई कारण हैं, सभी किसी न किसी तरह क्यूबा के गहरे आर्थिक संकट से संबंधित हैं, जो इस समय दशकों में सबसे खराब स्थिति में है.
वहीं, क्यूबा के अर्थशास्त्री और विश्वविद्यालय के प्रोफेसर उमर एवरलेनी पेरेज का कहना है कि मुख्य दोषी सरकार का बढ़ता राजकोषीय घाटा है. इस समय 1,000 क्यूबन पेसोस जिसका मूल्य तीन डॉलर के बराबर है से अधिक मूल्य वाले बैंकनोटों का अस्तित्व में नहीं होने से भी परेशानी हो रही है. अत्यधिक उच्च मुद्रास्फीति और बैंकों में नकद पैसे की वापसी न होना भी इसका एक महत्वपूर्ण पहलू है.
बैंकों में पैसा ना होना कैश की किल्लत का जड़
पेरेज ने कहा कि पैसा है, लेकिन बैंकों में नहीं है. उन्होंने कहा कि कैश किल्लत का कारण यह भी है कि अधिकांश नकदी उद्यमियों और छोटे और मध्यम आकार के व्यवसायों के मालिकों के पास है. बहुत संभव है कि वे इसके लेनदेन में रूचि नहीं ले रहे हैं. वे बैंकों को पैसा लौटाने में अनिच्छुक हैं. साथ ही पेरेज ने कहा कि ऐसा या तो इसलिए है क्योंकि वे स्थानीय बैंकों पर भरोसा नहीं करते हैं या सिर्फ इसलिए कि उन्हें विदेशी मुद्रा में परिवर्तित करने के लिए क्यूबा पेसोस की आवश्यकता है.
क्यूबा में ज्यादातर चीजों का होता है आयात
क्यूबा में अधिकांश उद्यमियों और छोटे व्यवसाय मालिकों को अपने बिजनेस को चलाने के लिए आवश्यक आपूर्ति के लिए लगभग सभी चीजें आयात करनी पड़ती हैं या विदेशी मुद्रा में भुगतान करना पड़ता है. परिणामस्वरूप, कई लोग बाद में अनौपचारिक बाजार में विदेशी मुद्रा में बदलने के लिए क्यूबाई पेसोस की जमाखोरी कर लेते हैं. उन क्यूबाई पेसोस को अन्य मुद्राओं में परिवर्तित करना एक और चुनौती है, क्योंकि द्वीप में कई अत्यधिक उतार-चढ़ाव वाली विनिमय दरें हैं.
क्यूबा का कैश लोगों का हाथ में
उदाहरण के लिए, सरकारी उद्योगों और एजेंसियों की ओर से यूज की जाने वाली आधिकारिक रेट अमेरिकी डॉलर के लिए 24 पेसोस है, जबकि व्यक्तियों के लिए, यह दर 120 पेसोस प्रति डॉलर है. हालांकि, अनौपचारिक बाजार में एक डॉलर की कीमत 350 क्यूबन पेसोस तक हो सकती है. पेरेज ने नोट किया कि 2018 में, प्रचलन में नकदी का 50 फीसदी क्यूबा की आबादी के हाथों में था और बाकी आधा कैरेबियाई द्वीप के बैंकों में था. लेकिन 2022 में, नवीनतम वर्ष जिसके लिए जानकारी उपलब्ध है, 70 फीसदी नकदी व्यक्तियों के पास है और बैंकों के पास सिर्फ 30 फीसदी ही नकदी बची है. क्यूबा के मौद्रिक अधिकारियों ने इस संबंध में एपी के ईमेल का जवाब नहीं दिया.
'कैशलेस समाज' के बावजूद कैश की समस्या
नकदी की कमी ऐसे दौर में है जब क्यूबा के लोग एक जटिल मौद्रिक प्रणाली से जूझ रहे हैं. इस समय क्यूबा में कई मुद्राएं चल रही हैं. जिसमें एक आभासी मुद्रा, एमएलसी भी शामिल है, जिसे 2019 में अपनाया गया था. फिर, 2023 में सरकार ने 'कैशलेस समाज' को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई उपायों की घोषणा की, जिसमें भोजन, ईंधन और अन्य बुनियादी वस्तुओं की खरीद सहित कुछ लेनदेन के भुगतान के लिए क्रेडिट कार्ड का उपयोग अनिवार्य कर दिया गया, लेकिन व्यवहारिक रूप से कई व्यवसाय उन्हें स्वीकार करने से इनकार कर देते हैं.
स्थिति को और भी बदतर करने में अत्यधिक मुद्रास्फीति ने आग में घी का काम किया. अत्यधिक मुद्रास्फीति के कारण उत्पादों को खरीदने के लिए अधिक से अधिक कैश की आवश्यकता होती है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 2021 में मुद्रास्फीति 77 फीसदी थी, फिर 2023 में गिरकर 31 फीसदी हो गई.
क्यूबा में महंगाई चरम पर
लेकिन औसत क्यूबाई के लिए, आधिकारिक आंकड़े मुश्किल से ही उनके जीवन की वास्तविकता को दिखाते हैं, क्योंकि अनौपचारिक बाजार में बाजार मुद्रास्फीति तीन अंकों तक पहुंच गई है. उदाहरण के लिए, अंडे का एक कार्टन, जो 2019 में 300 क्यूबन पेसो में बिकता था, इन दिनों लगभग 3,100 पेसो में बिकता है. क्यूबा के राज्य कर्मचारियों का मासिक वेतन 5,000 और 7,000 क्यूबन पेसोस (समानांतर बाज़ार में 14 और 20 डॉलर के बीच) के बीच है. क्यूबा विशेषज्ञ और कोलंबिया के जावेरियाना यूनिवर्सिटी ऑफ कैली में प्रोफेसर पावेल विडाल ने कहा कि ऐसी अर्थव्यवस्था में रहना, जिसमें कई मुद्राएं होने के अलावा, कई विनिमय दरें और तीन अंकों की मुद्रास्फीति काफी जटिल है.