नई दिल्ली: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड द्वारा 10 फीसदी सार्वजनिक शेयरधारिता हासिल करने के लिए तीन और साल का समय दिया गया है. देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी ने इस बात की जानकारी दी है. एलआईसी के लिए 10 फीसदी सार्वजनिक शेयरधारिता हासिल करने की संशोधित समयसीमा 16 मई, 2027 को या उससे पहले है. कंपनी ने सार्वजनिक होने के लगभग दो साल बाद एक्सचेंजों को बताया है.
कंपनी के शेयरों में उछाल
घोषणा के बाद एलआईसी के शेयर में तेजी आई है. कंपनी के शेयर 4.23 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 970.35 रुपये पर कारोबार कर रहे. 31 मार्च, 2023 तक, बीमा दिग्गज में सार्वजनिक हिस्सेदारी 3.5 फीसदी थी. 10 फीसदी न्यूनतम शेयरधारिता हासिल करने के लिए सरकार को अभी भी अगले तीन वर्षों में 6.5 प्रतिशत का विनिवेश करना होगा. न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता मानदंड सभी सूचीबद्ध कंपनियों के लिए कम से कम 25 फीसदी सार्वजनिक फ्लोट अनिवार्य करते हैं.
बीमाकर्ता मई 2022 में सार्वजनिक हुआ जब सरकार ने 21,000 करोड़ रुपये के इश्यू के माध्यम से 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेची, जो देश का सबसे बड़ा आईपीओ था. हालांकि, कंपनी की शुरुआत भूलने योग्य रही। 17 मई, 2022 को यह 949 रुपये के ऊपरी मूल्य बैंड से 9 फीसदी कम होकर 867 रुपये पर लिस्ट हुआ. नवंबर 2023 तक जब स्टॉक में तेजी आना शुरू हुई, तब तक एलआईसी के शेयरों में लिस्टिंग मूल्य से 26 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.