नई दिल्ली: देश के वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री के रूप में कार्यकाल के साथ निर्मला सीतारमण लगातार सात बजट पेश करने वाली पहली वित्त मंत्री बनने वाली हैं. 64 वर्षीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अब तक छह पूर्ण और एक अंतरिम पेश की हैं. इस बार के बजट पेशी के साथ ही निर्मला सीतारमण मोरारजी देसाई से आगे निकल जाएंगी.
वित्त मंत्री के तौर पर निर्मला सीतारमण की जर्नी
वित्त मंत्री के तौर पर निर्मला सीतारमण का अब तक का सफर उल्लेखनीय रहा है. 2014 में पहली बार मोदी सरकार में वाणिज्य के स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री के रूप में शामिल होने के बाद, उन्हें 2017 में रक्षा मंत्री के रूप में कैबिनेट रैंक में प्रमोट किया गया. 2019 में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में, वह भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनीं.
निर्मला सीतारमण ने भारत के वित्त मंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करके अरुण जेटली और मनमोहन सिंह जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों के साथ इतिहास में अपना स्थान मजबूत किया है. दो बार केंद्रीय मंत्री रहीं सीतारमण को दूसरी पीढ़ी के आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाने में उनकी भूमिका के लिए सराहा जाता है.
निर्मला सीतारमण का करियर
18 अगस्त, 1959 को तमिलनाडु के मदुरै में जन्मी निर्मला सीतारमण का पालन-पोषण ऐसे परिवार में हुआ, जहां उनके पिता नारायण सीतारमण भारतीय रेलवे में काम करते थे और उनकी मां सावित्री घर का काम संभालती थीं. उन्होंने तिरुचिरापल्ली के सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज में अर्थशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई की हैं. वह अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए नई दिल्ली चली गईं, जहां उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से अर्थशास्त्र में मास्टर और मास्टर ऑफ फिलॉसफी की डिग्री हासिल की. भारतीय राजनीति में आने से पहले, सीतारमण का यूनाइटेड किंगडम में कॉर्पोरेट क्षेत्र में एक सफल करियर था. इ