नई दिल्ली: भारतीय शेयर बाजार ने दुनिया के कई स्टॉक मार्केट को पछाड़ कर टॉप फाइव लिस्ट में अपनी जगह बना ली है. मार्केट कैपिटल के हिसाब से हांगकांग को पछाड़कर भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा शेयर बाजार बन गया है. आंकड़ों के अनुसार भारत का बाजार पूंजीकरण हांगकांग को पछाड़ 4.0 ट्रिलियन डॉलर हो गया है. वहीं, 50.1 ट्रिलियन डॉलर के एमकैप के साथ अमेरिका का न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है, इसके बाद 10.6 ट्रिलियन डॉलर के एमकैप के साथ चीन और 5.4 ट्रिलियन डॉलर के साथ जापान है. इसके साथ ही हांगकांग 3.9 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा शेयर बाजार है.
निवेशकों में तेजी और घरेलू भागीदारी बढ़ने से भारतीय शेयर नई ऊंचाई पर पहुंच गए.
बता दें कि दुनिया भर में अब लगभग 55,214 कंपनियां सार्वजनिक रूप से कारोबार करती हैं. अमेरिका के पास अभी भी दुनिया का सबसे बड़ा एक्सचेंज है, लेकिन कई सबसे बड़े एक्सचेंज अब एशिया में हैं, जिसका विश्व मंच पर प्रभाव लगातार बढ़ रहा है.
- न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज- न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (एनवाईएसई) इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज का हिस्सा है, जिसके दुनिया भर में एक्सचेंज और क्लियरिंग हाउस हैं. 50.1 ट्रिलियन डॉलर के एमकैप के साथ NYSE दुनिया का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है. NYSE 1792 से अस्तित्व में है और ऐसा माना जाता है कि बैंक ऑफ न्यूयॉर्क, जो अब बैंक ऑफ न्यूयॉर्क मेलन का हिस्सा है, कारोबार किया जाने वाला पहला स्टॉक था.
- शंघाई स्टॉक एक्सचेंज- शंघाई स्टॉक एक्सचेंज दुनिया के सबसे नए एक्सचेंजों में से एक है. यह 1990 के अंत में खुला, और दिसंबर 2023 तक 2,853 कंपनियां इस पर सूचीबद्ध हैं. यह चीनी कंपनियों के ए-शेयर केवल चीन में रहने वाले नागरिकों के लिए उपलब्ध हैं. हालांकि, चीनी कंपनियों के एच-शेयर हांगकांग एक्सचेंज में सूचीबद्ध हैं और वैश्विक निवेशकों के लिए खुले हैं. 10.6 ट्रिलियन डॉलर के एमकैप के साथ चीन दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टॉक मार्केट है.
- टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज- टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज (टीएसई) अब जापान एक्सचेंज ग्रुप (जेपीएक्स) का हिस्सा है, जिसने टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज, ओसाका सिक्योरिटीज एक्सचेंज और टोक्यो कमोडिटी एक्सचेंज को मिला दिया है.
- भारत का नेशनल स्टॉक एक्सचेंज- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE) का मार्केट कैप 4.0 ट्रिलियन डॉलर और 2,370 सूचीबद्ध कंपनियां हैं. इसने 2023 में पहली बार आकार में हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज को पीछे छोड़ दिया. एनएसई की स्थापना 1992 में हुई थी और यह 1994 में इलेक्ट्रॉनिक या स्क्रीन ट्रेडिंग की पेशकश करने वाला भारत का पहला एक्सचेंज था. भारत का अन्य महत्वपूर्ण शेयर बाजार बीएसई है, जिसे पहले बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के नाम से जाना जाता है.
- हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज- हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज टॉप 10 सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंजों में से एक है. हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनियां का कुल बाजार पूंजीकरण में 3.9 ट्रिलियन डॉलर का प्रतिनिधित्व करती हैं.