ETV Bharat / business

HDFC Bank का कर्मियों के लिए बड़ा ऐलान, अब मन लगाकर सर्व करेंगे नोटिस पीरियड - HDFC BANK NOTICE PERIOD

HDFC BANK- भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के लेंडर एचडीएफसी बैंक ने कर्मचारियों के लिए अपनी नोटिस अवधि 90 दिन से घटाकर 30 दिन कर दी है. बैंक को उम्मीद है कि इस बदलाव से लचीलेपन में सुधार होगा. पढ़ें पूरी खबर...

HDFC BANK
एचडीएफसी बैंक (प्रतीक्तामक फोटो) (HDFC BANK Twitter Handle (@HDFC_Bank))
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 13, 2024, 10:36 AM IST

नई दिल्ली: भारत के सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी बैंक ने डिपार्चर करने वाले कर्मचारियों के लिए नोटिस की अवधि कम कर दी है. पहले कर्मचारियों को कंपनी छोड़ने से पहले 90 दिन का नोटिस पीरियड देना होता था, लेकिन अब उन्हें 30 दिन का समय देना होगा. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नीति में बदलाव का उद्देश्य सुचारू बदलाव सुनिश्चित करते हुए कर्मचारियों के लिए अधिक लचीलापन देना है.

डिपार्चर पर नए कर्मचारियों को जाने से पहले 30 दिनों तक काम करना होगा. रिपोर्ट के मुताबिक अगर उनके मैनेजर सहमत हो गए तो वे 30 दिन पूरे होने से पहले भी जा सकते हैं.

आपको बता दें कि आईसीआईसीआई बैंक के बाद, एचडीएफसी बैंक अपनी नोटिस अवधि कम करने वाला दूसरा प्राइवेट बैंक बन गया है. इसके अलावा भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा, कोटक महिंद्रा बैंक सहित अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पास भी 90 दिन की नोटिस पीरियड है.

बता दें कि वित्त वर्ष 2024 में, तीसरी तिमाही में एचडीएफसी बैंक बैंक मार्केट कैपिटल के हिसाब से सबसे बड़ा बैंक बन गया, कंपनी के वर्किंग फोर्स की संख्या 208,006 से अधिक है, जो 200,000 के आंकड़े को पार कर गई है. प्राइवेट बैंकों में हाई रेट में नौकरी छोड़ने की निरंतर दबाव के बीच लेंडर नीति में बदलाव आया है.

रिपोर्ट के मुताबिक यह बैंकों और कर्मचारियों दोनों के लिए फायदेमंद है. बैंक में बेहतर प्रोडक्टिव देखने को मिलेगी क्योंकि नोटिस पीरियड पर कर्मचारी आधे-अधूरे मन से काम करते हैं

ये भी पढ़ें-

नई दिल्ली: भारत के सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी बैंक ने डिपार्चर करने वाले कर्मचारियों के लिए नोटिस की अवधि कम कर दी है. पहले कर्मचारियों को कंपनी छोड़ने से पहले 90 दिन का नोटिस पीरियड देना होता था, लेकिन अब उन्हें 30 दिन का समय देना होगा. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नीति में बदलाव का उद्देश्य सुचारू बदलाव सुनिश्चित करते हुए कर्मचारियों के लिए अधिक लचीलापन देना है.

डिपार्चर पर नए कर्मचारियों को जाने से पहले 30 दिनों तक काम करना होगा. रिपोर्ट के मुताबिक अगर उनके मैनेजर सहमत हो गए तो वे 30 दिन पूरे होने से पहले भी जा सकते हैं.

आपको बता दें कि आईसीआईसीआई बैंक के बाद, एचडीएफसी बैंक अपनी नोटिस अवधि कम करने वाला दूसरा प्राइवेट बैंक बन गया है. इसके अलावा भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा, कोटक महिंद्रा बैंक सहित अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पास भी 90 दिन की नोटिस पीरियड है.

बता दें कि वित्त वर्ष 2024 में, तीसरी तिमाही में एचडीएफसी बैंक बैंक मार्केट कैपिटल के हिसाब से सबसे बड़ा बैंक बन गया, कंपनी के वर्किंग फोर्स की संख्या 208,006 से अधिक है, जो 200,000 के आंकड़े को पार कर गई है. प्राइवेट बैंकों में हाई रेट में नौकरी छोड़ने की निरंतर दबाव के बीच लेंडर नीति में बदलाव आया है.

रिपोर्ट के मुताबिक यह बैंकों और कर्मचारियों दोनों के लिए फायदेमंद है. बैंक में बेहतर प्रोडक्टिव देखने को मिलेगी क्योंकि नोटिस पीरियड पर कर्मचारी आधे-अधूरे मन से काम करते हैं

ये भी पढ़ें-

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.