नई दिल्ली: बीएसएनएल के ग्राहक 4जी और 5जी सेवाओं के आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. सरकार ने बीएसएनएल की 4जी और 5जी सेवाओं की लॉन्चिंग की तारीख का ऐलान कर दिया है. सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल अगले साल मई तक एक लाख बेस स्टेशनों के जरिए देश में विकसित 4जी तकनीक का काम पूरा कर लेगी.
सोमवार को केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इसके बाद कंपनी जून 2025 तक 5जी नेटवर्क पर आ जाएगी.
जून 2025 तक 5जी हो जाएगी बीएसएनएल
केंद्रीय दूरसंचार मंत्री यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम में कहा कि भारत 4जी में दुनिया के नक्शेकदम पर चल रहा है और 5जी में दुनिया के साथ आगे बढ़ रहा है. यह 6जी तकनीक में भी दुनिया का नेतृत्व करेगा. मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह बिल्कुल स्पष्ट कहना है कि सरकारी कंपनी किसी और के उपकरण का इस्तेमाल नहीं करेगी.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हम अपना खुद का 4जी नेटवर्क शुरू करने जा रहे हैं, जो जून 2025 तक 5जी पर पहुंच जाएगा. ऐसा करने वाला हम दुनिया का छठा देश होंगे.
बीएसएनएल सरकारी स्वामित्व वाली सी-डॉट और घरेलू आईटी कंपनी टीसीएस के गठबंधन द्वारा विकसित 4जी तकनीक का इस्तेमाल कर रही है. सिंधिया ने कहा कि भारत ने 22 महीनों में 4.5 लाख टावर लगाकर दुनिया में सबसे तेज 4जी से 5जी तकनीक लागू की है और यह सेवा देश की 80 फीसदी आबादी को उपलब्ध है. बीएसएनएल 5जी सेवाओं की शुरुआत के लिए मौजूदा साइटों में थोड़ा बदलाव किया जाएगा और उनके सॉफ्टवेयर को अपग्रेड किया जाएगा.
साल 2025 तक इतने ग्राहक जोड़ने का लक्ष्य
बीएसएनएल का लक्ष्य साल 2025 के अंत तक 25 फीसदी ग्राहक जोड़ना है. बीएसएनएल ने 6 अगस्त को घोषणा की थी कि वह 4जी और 5जी पर काम करने वाले ओवर-द-एयर (ओटीए) और यूनिवर्सल सिम (यूएसआईएम) प्लेटफॉर्म पेश करेगी. इससे ग्राहकों को अपना मोबाइल नंबर चुनने के साथ-साथ भौगोलिक प्रतिबंधों के बिना सिम बदलने की सुविधा मिलेगी. बीएसएनएल भारत सरकार के स्वामित्व वाली एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है.