नई दिल्ली: प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है. अगले साल भारत में 9.5 फीसदी तक वेतन वृद्धि देखने को मिल सकती है, जो 2024 के 9.3 फीसदी से अधिक है. वैश्विक पेशेवर सेवा फर्म एऑन पीएलसी के '30वें वार्षिक वेतन वृद्धि और व्यापार सर्वेक्षण' से यह जानकारी सामने आई है. जुलाई और अगस्त में 40 उद्योगों की 1,176 कंपनियों के आंकड़ों का विश्लेषण करके यह सर्वेक्षण रिपोर्ट तैयार की गई है.
इसमें इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग और रिटेल उद्योगों में वेतन में 10 फीसदी और वित्तीय संस्थानों में वेतन में 9.9 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद है, जिसे अच्छे संकेत माना जा रहा है.
किस सेक्टर में कितनी होगी सैलरी बढ़ोतरी?
सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2025 में कर्मचारियों की कुल सैलरी में औसतन 9.5 फीसदी की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. अगले साल मैन्युफैक्चरिंग और रिटेल में 10 फीसदी और फाइनेंशियल कंपनियों में 9.9 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. ग्लोबल कॉम्पिटेंस सेंटर और टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स एंड प्लेटफॉर्म के कर्मचारियों को क्रमश- 9.9 फीसदी और 9.3 फीसदी की सैलरी बढ़ोतरी मिलने की उम्मीद है. इसके अलावा टेक्नोलॉजी काउंसलिंग और सर्विस सेक्टर में सैलरी में 8.1 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है.
एट्रिशन रेट में कमी आएगी
इस रिपोर्ट के अनुसार, अगले साल एट्रिशन रेट में कमी आएगी. 2022 में यह दर 21.4 फीसदी, 2023 में 18.7 फीसदीऔर अब 2024 में 16.9 फीसदी रहने का अनुमान है. इस अध्ययन का दूसरा चरण 2025 की शुरुआत में प्रकाशित किया जाएगा. इसमें दिसंबर और जनवरी में एकत्र किए गए डेटा शामिल होंगे. भारत में वेतन में बढ़ोतरी का कारण तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है. वित्त वर्ष 2023-24 में जीडीपी वृद्धि दर 8.2 फीसदी थी. वित्त वर्ष 2024-25 में इसके 7.2 फीसदी रहने का अनुमान है.