नई दिल्ली: भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) अपने ग्राहकों को खास टेक्नोलॉजी वाले 4G और 5G रेडी सिम कार्ड देने का ऐलान किया है. गवर्नमेंट टेलीकॉम कंपनी ने बताया कि यूजर्स को 4G, 5G कंपैटिबल रेडी ओवर-द-एयर (OTA) और यूनिवर्सल सिम (USIM) कार्ड जारी किया जाएगा, जिसे वो कहीं भी एक्टिवेट कर सकेंगे. इसके साथ ही, यूजर्स को अपना मोबाइल नंबर भी चुनने की स्वतंत्रता दी जाएगी.
BSNL ready. Bharat ready.#ComingSoon pic.twitter.com/BpWz0gW4by
— DoT India (@DoT_India) August 10, 2024
BSNL के पुराने कस्टमर भी अपने सिम कार्ड को बिना किसी ज्योग्राफिक स्कोप के सिम कार्ड रिप्लेस कर सकेंगे. टेलीकॉम कंपनी ने बताया कि इस खास सिम कार्ड टेक्नोलॉजी के प्लेटफॉर्म को Pyro होल्डिंगस के साथ मिलकर तैयार किया गया है.
भारत संचार निगम लिमिटेड ने कहा कि नया 4G और 5G कम्पैटिबल प्लेटफॉर्म देश के सभी BSNL ग्राहकों के लिए डिजाइन किया गया है. यह प्लेटफॉर्म बेहतर कनेक्टिविटी और सेवा क्वालिटी देने का काम करेगा. सरकारी कंपनी पूरे देश में धीरे-धीरे 4G सर्विस को रोल आउट कर रही है और जल्द ही 5G नेटवर्क पर भी काम कर रही है.
पाइरो होल्डिंग्स के सहयोग से विकसित नए प्लेटफॉर्म का उद्घाटन चंडीगढ़ में किया गया, जिसमें त्रिची में एक आपदा रिकवरी साइट स्थापित की गई. यह प्लेटफॉर्म पूरे भारत में बीएसएनएल ग्राहकों की सेवा करेगा, कनेक्टिविटी और सेवा की गुणवत्ता को बढ़ाएगा क्योंकि कंपनी धीरे-धीरे देश भर में अपना 4G नेटवर्क शुरू कर रही है. बीएसएनएल ने कहा कि इस प्लेटफॉर्म की शुरूआत बीएसएनएल के चल रहे 4G और 5G नेटवर्क को अपग्रेड करने के लिए किया गया है. जो कंपनी को टेलीकॉम इनोवेशन के मामले में सबसे आगे रखती है. इस पहल का उद्देश्य डिजिटल डिवाइड को पाटना है, ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में क्वालिटी टेलीकॉम सेवाएं प्रदान करना है.
बीएसएनएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रवि ए रॉबर्ट जेरार्ड ने भौगोलिक प्रतिबंधों के बिना सिम प्रतिस्थापन के लिए प्लेटफॉर्म की उपयोगिता पर जोर दिया, जिससे सिम प्रोफ़ाइल संशोधन और दूरस्थ फ़ाइल प्रबंधन सक्षम हो सके.
इस महीने की शुरुआत में, यूनियन टेलीकॉम मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने घोषणा की थी कि BSNL की योजना अक्टूबर के अंत तक 4जी सर्विस के लिए 80,000 टावर लगाने की है, जबकि शेष 21,000 टावर मार्च 2025 तक पूरे हो जाएंगे. कंपनी ने स्वदेशी रूप से विकसित नेटवर्क उपकरणों का उपयोग करके पंजाब सहित चुनिंदा स्थानों पर पहले ही 4जी सेवाएं शुरू कर दी हैं.
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