नई दिल्ली : अडाणी पावर ने कंपनी के छह विशेष प्रयोजन वाहनों द्वारा प्राप्त 19,700 करोड़ रुपये की विभिन्न अल्पकालिक ऋण सुविधाओं को एक दीर्घकालिक ऋण में समेकित कर दिया है. अडाणी पावर ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि संशोधित व्यवस्था से कंपनी को एक समान कार्यकाल का लाभ मिलेगा और प्रभावी ब्याज दर कम होगी.
कंपनी के अनुसार, अडाणी पावर लिमिटेड (एपीएल) की क्रेडिट रेटिंग एए- तक बढ़ाए जाने के बाद आठ ऋणदाताओं वाले कंसोर्टियम वित्तपोषण व्यवस्था के तहत ऋण समेकन उसके छह विशेष प्रयोजन वाहनों (एसपीवी) के समामेलन के साथ संभव हुआ.अडाणी पावर ने अलग से एक जानकारी में शेयर बाजार को बताया कि उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी महान एनर्जेन लिमिटेड (एमईएल) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के साथ 20 साल का दीर्घकालिक बिजली खरीद समझौता किया है.
यह समझौता विद्युत नियम 2005 में परिभाषित कैप्टिव उपयोगकर्ता नीति के तहत 500 मेगावाट बिजली की आपूर्ति के लिए किया गया है. इसमें कहा गया है कि एमईएल के थर्मल पावर प्लांट की 600 मेगावाट क्षमता की एक इकाई, इसकी कुल परिचालन और 2,800 मेगावाट की आगामी क्षमता में से, इस उद्देश्य के लिए कैप्टिव इकाई के रूप में नामित की जाएगी. कैप्टिव उपयोगकर्ता नीति का लाभ उठाने के लिए, आरआईएल को बिजली संयंत्र की कुल क्षमता के अनुपात में कैप्टिव इकाई में 26 प्रतिशत स्वामित्व रखना होगा.
इसके अनुसार, आरआईएल आनुपातिक स्वामित्व हिस्सेदारी के लिए एमईएल के 5,00,00,000 इक्विटी शेयरों में कुल मिलाकर 50 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. फाइलिंग में कहा गया है कि एपीएल, एमईएल और आरआईएल ने बुधवार को एक निवेश समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें कहा गया है कि लेनदेन का समापन अपेक्षित अनुमोदन की प्राप्ति सहित प्रथागत शर्तों के अधीन है.