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कबाब खाने के हैं शौकीन! क्या जानते हैं कब और कहां से हुई इनकी शुरुआत? - World Kebab Day

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 12, 2024, 2:31 PM IST

Updated : Jul 12, 2024, 4:04 PM IST

पूरी दुनिया में 12 जुलाई को विश्व कबाब दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन पूरी दुनिया के रेस्त्रां खास कबाबों की बिक्री करते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि कबाब की उत्पत्ति कब और कहां से हुई और भारत में कबाब के कितने प्रकार बेचे जाते हैं. तो चलिए यहां हम आपको इनके बारे में जानकारी देते हैं.

WORLD KEBAB DAY
विश्व कबाब दिवस (फोटो - Getty Images)

हैदराबाद: कबाब खाने के शौकीन हैं, तो आज आपका ही दिन हैं. क्यों आज विश्व कबाब दिवस है, जो हर साल 12 जुलाई को मनाया जाता है. कबाब को भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के कई देशों, विभिन्न संस्कृतियों और क्षेत्रों में बड़े ही चाव से खाया जाता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि कबाब कई सदियों से धरती पर मौजूद है और शुरुआत से अब तक इसकी कई किस्में विकसित हो चुकी हैं.

प्रत्येक क्षेत्र ने अपने अनूठे मसाले और खाना पकाने की तकनीकों को जोड़कर कबाब में कई तरह के स्वाद और शैलियां बनाई हैं. कबाब ईरान, भारत और तुर्की में सबसे ज्यादा लोकप्रिय थे, इसलिए इनका इतिहास भी काफी लंबा है.

क्या है कबाब: कबाब एक लोकप्रिय मध्य पूर्वी भोजन है, जिसे मांस के टुकड़ों को कटार पर चढ़ाकर और फिर उसे भूनकर बनाया जाता है. कई मान्यताओं के अनुसार, कबाब की उत्पत्ति तुर्की में हुई थी. तुर्की में 'कबाब' का मतलब 'भुना हुआ मांस' होता है.

कहां हुई उत्पत्ति: जानकारों के अनुसार 1800 के दशक में कबाबों के निर्माण का इतिहास 19वीं शताब्दी में मध्य पूर्व में देखा जा सकता है. विशेष रूप से तुर्की और फारस जैसे क्षेत्रों में, जहां कटार और ग्रिल्ड मांस लोकप्रिय हुआ करते थे.

WORLD KEBAB DAY
विश्व कबाब दिवस (फोटो - Getty Images)

पूरी दुनिया में फैला कबाब: इसके बाद 1900 के दशक में ग्रीक सोउवलाकी या भारतीय टिक्का जैसे प्रकार के कबाब, 20वीं सदी में दुनिया भर में फैल गए और एक प्रिय अंतर्राष्ट्रीय व्यंजन बन गए. 1990 के दशक में विविधताएं और इनोवेशन के बाद से कबाब के अनेक संस्करण सामने आए. इनमें शाकाहारी कबाब, सी-फूड कबाब और फ्यूजन कुजीन कबाब शामिल थे.

दुनिया का सबसे स्वादिष्ट कबाब: डोनर कबाब एक लोकप्रिय स्ट्रीट फ़ूड है, जिसकी उत्पत्ति तुर्की में हुई. यह दुनिया भर में एक लोकप्रिय फ़ास्ट फ़ूड आइटम बन गया. डोनर कबाब एक प्रकार का तुर्की व्यंजन है, जो ग्रीक जायरो या अरब शावरमा जैसा होता है, जिसे वर्टिकल रोटिसरी से निकाले गए सीज़न किए हुए मांस से बनाया जाता है. यह खाना पकाने की एक शैली है, जो ओटोमन्स से शुरू होती है.

वे यूरोप के अधिकांश हिस्सों में देर रात के नाश्ते या चलते-फिरते खाने के रूप में अत्यधिक लोकप्रिय हैं. अकेले जर्मनी में, डोनर कबाब की बिक्री हर साल 3.5 बिलियन यूरो से ज़्यादा की हो जाती है, और हर दिन 600 टन डोनर मीट की खपत होती है. इससे यह देश में सबसे लोकप्रिय फ़ास्ट फ़ूड आइटम में से एक बन जाता है.

भारत में भी कबाब की कई किस्में: भारत भी विविध स्वादों और पाक परंपराओं का देश है. धुएंदार तंदूरी कबाब से लेकर रसीले सीक कबाब तक, भारत में कई तरह के कबाब मिलते हैं. भारत में हर शहर में कबाब का एक अलग स्वाद मिलता है, तो आइए जानते हैं भारत में कबाब के कितने प्रकार हैं.

तंदूरी चिकन कबाब: तंदूरी चिकन कबाब धुएंदार पूर्णता का प्रतीक हैं. दही, मसालों और खट्टे फलों के मिश्रण में मैरीनेट किए गए चिकन को तंदूर (मिट्टी के ओवन) में पकाया जाता है, ताकि वह विशिष्ट जले हुए स्वाद को प्राप्त कर सके.

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विश्व कबाब दिवस (फोटो - Getty Images)

सीख कबाब: सीख कबाब भारतीय बारबेक्यू समारोहों में एक मुख्य व्यंजन है. ये बेलनाकार आकार के कबाब कीमा बनाए हुए मांस से बनाए जाते हैं, जिनमें सुगंधित मसालों और ताज़ी जड़ी-बूटियों को मिलाया जाता है. मिश्रण को एक लंबी लोहे की छड़ पर ढाला जाता है और तब तक ग्रिल किया जाता है जब तक कि बाहर से जला हुआ और अंदर से रसदार न हो जाए.

मलाई चिकन कबाब: मलाई चिकन कबाब एक स्वादिष्ट व्यंजन है, जो भारतीय व्यंजनों की समृद्ध मलाई को दर्शाता है. बोनलेस चिकन के टुकड़ों को क्रीम, दही, पनीर और सुगंधित मसालों के मिश्रण में मैरीनेट किया जाता है. फिर कबाब को ग्रिल किया जाता है, जिससे एक कोमल, नम और धुएंदार स्वाद मिलता है.

चपली कबाब: चपली कबाब की उत्पत्ति भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र से हुई है. वे आकार में चपटे गोल होते हैं, जिन्हें आम तौर पर कीमा बनाए हुए मांस से बनाया जाता है, जिसमें मसालों, कटे हुए प्याज, टमाटर और ताज़ी जड़ी-बूटियां मिलाई जाती हैं.

कलमी कबाब: कलमी कबाब भारत में मिलने वाले अन्य प्रकार के कबाबों से थोड़े अलग होते हैं. मुगलई स्टाइल के कबाब की एक रेसिपी जिसमें चिकन के पैरों को मसालों के एक खास मिश्रण में मैरीनेट किया जाता है और फिर उन्हें बेहतरीन तरीके से ग्रिल किया जाता है.

गलौटी कबाब: लखनऊ में मिलने वाले ये कबाब बारीक कीमा बनाए हुए मांस से बनाए जाते हैं, जिसे कई तरह के मसालों के साथ मैरीनेट किया जाता है और फिर बेहतरीन तरीके से पकाया जाता है. जो चीज इसे वाकई खास बनाती है, वह है कच्चे पपीते का इस्तेमाल, जो प्राकृतिक रूप से नरम बनाने का काम करता है, जिससे कबाब मुंह में घुलने वाले अपने मशहूर स्वाद के लिए जाने जाते हैं.

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विश्व कबाब दिवस (फोटो - Getty Images)

शमी कबाब: हैदराबाद से आने वाले शमी कबाब पारिवारिक समारोहों के लिए आदर्श विकल्प हैं. शमी कबाब कीमा बनाए हुए मांस, छोले और अंडे की एक छोटी पैटी से बनाया जाता है. यह मांस को एक साथ रखता है. सलाद और नींबू की गार्निशिंग के साथ इसका स्वाद बहुत ही बेहतरीन लगता है.

पनीर टिक्का: पनीर टिक्का कबाब नॉन-वेज कबाब का एक शानदार विकल्प है. पनीर के टुकड़ों को दही, मसालों और चटपटे केसर के मिश्रण में मैरीनेट किया जाता है और फिर पूरी तरह से ग्रिल किया जाता है.

चुकंदर कबाब: लबगीर कबाब ताज़े चुकंदर की मिठास, हरी मिर्च के तीखेपन, पुदीने की ताज़गी, काजू के कुरकुरेपन, पनीर की मलाई, इलायची की गर्माहट और मक्खन की रिचनेस का एक बेहतरीन कॉम्बिनेशन है. यह एक इनोवेटिव कबाब है, जो स्वाद से भरपूर होता है.

चूंकि आज विश्व कबाब दिवस है, तो दुनिया भर के रेस्तरां इस दिन को कबाब स्पेशल पेश करके मनाते हैं. कबाब को सिर्फ़ स्टिक पर ही नहीं खाना चाहिए! आप उन्हें आसान लंच के लिए फ्लैटब्रेड रैप में परोस सकते हैं, या उन्हें बर्गर और सलाद पर टॉपिंग के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं. विश्व कबाब दिवस मनाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने प्रियजनों को घर पर आमंत्रित करें और कबाब की प्लेट और बातचीत के साथ ठंडे बरसात के मौसम मजा लेते हुए इसका आनंद लें.

हैदराबाद: कबाब खाने के शौकीन हैं, तो आज आपका ही दिन हैं. क्यों आज विश्व कबाब दिवस है, जो हर साल 12 जुलाई को मनाया जाता है. कबाब को भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के कई देशों, विभिन्न संस्कृतियों और क्षेत्रों में बड़े ही चाव से खाया जाता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि कबाब कई सदियों से धरती पर मौजूद है और शुरुआत से अब तक इसकी कई किस्में विकसित हो चुकी हैं.

प्रत्येक क्षेत्र ने अपने अनूठे मसाले और खाना पकाने की तकनीकों को जोड़कर कबाब में कई तरह के स्वाद और शैलियां बनाई हैं. कबाब ईरान, भारत और तुर्की में सबसे ज्यादा लोकप्रिय थे, इसलिए इनका इतिहास भी काफी लंबा है.

क्या है कबाब: कबाब एक लोकप्रिय मध्य पूर्वी भोजन है, जिसे मांस के टुकड़ों को कटार पर चढ़ाकर और फिर उसे भूनकर बनाया जाता है. कई मान्यताओं के अनुसार, कबाब की उत्पत्ति तुर्की में हुई थी. तुर्की में 'कबाब' का मतलब 'भुना हुआ मांस' होता है.

कहां हुई उत्पत्ति: जानकारों के अनुसार 1800 के दशक में कबाबों के निर्माण का इतिहास 19वीं शताब्दी में मध्य पूर्व में देखा जा सकता है. विशेष रूप से तुर्की और फारस जैसे क्षेत्रों में, जहां कटार और ग्रिल्ड मांस लोकप्रिय हुआ करते थे.

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विश्व कबाब दिवस (फोटो - Getty Images)

पूरी दुनिया में फैला कबाब: इसके बाद 1900 के दशक में ग्रीक सोउवलाकी या भारतीय टिक्का जैसे प्रकार के कबाब, 20वीं सदी में दुनिया भर में फैल गए और एक प्रिय अंतर्राष्ट्रीय व्यंजन बन गए. 1990 के दशक में विविधताएं और इनोवेशन के बाद से कबाब के अनेक संस्करण सामने आए. इनमें शाकाहारी कबाब, सी-फूड कबाब और फ्यूजन कुजीन कबाब शामिल थे.

दुनिया का सबसे स्वादिष्ट कबाब: डोनर कबाब एक लोकप्रिय स्ट्रीट फ़ूड है, जिसकी उत्पत्ति तुर्की में हुई. यह दुनिया भर में एक लोकप्रिय फ़ास्ट फ़ूड आइटम बन गया. डोनर कबाब एक प्रकार का तुर्की व्यंजन है, जो ग्रीक जायरो या अरब शावरमा जैसा होता है, जिसे वर्टिकल रोटिसरी से निकाले गए सीज़न किए हुए मांस से बनाया जाता है. यह खाना पकाने की एक शैली है, जो ओटोमन्स से शुरू होती है.

वे यूरोप के अधिकांश हिस्सों में देर रात के नाश्ते या चलते-फिरते खाने के रूप में अत्यधिक लोकप्रिय हैं. अकेले जर्मनी में, डोनर कबाब की बिक्री हर साल 3.5 बिलियन यूरो से ज़्यादा की हो जाती है, और हर दिन 600 टन डोनर मीट की खपत होती है. इससे यह देश में सबसे लोकप्रिय फ़ास्ट फ़ूड आइटम में से एक बन जाता है.

भारत में भी कबाब की कई किस्में: भारत भी विविध स्वादों और पाक परंपराओं का देश है. धुएंदार तंदूरी कबाब से लेकर रसीले सीक कबाब तक, भारत में कई तरह के कबाब मिलते हैं. भारत में हर शहर में कबाब का एक अलग स्वाद मिलता है, तो आइए जानते हैं भारत में कबाब के कितने प्रकार हैं.

तंदूरी चिकन कबाब: तंदूरी चिकन कबाब धुएंदार पूर्णता का प्रतीक हैं. दही, मसालों और खट्टे फलों के मिश्रण में मैरीनेट किए गए चिकन को तंदूर (मिट्टी के ओवन) में पकाया जाता है, ताकि वह विशिष्ट जले हुए स्वाद को प्राप्त कर सके.

WORLD KEBAB DAY
विश्व कबाब दिवस (फोटो - Getty Images)

सीख कबाब: सीख कबाब भारतीय बारबेक्यू समारोहों में एक मुख्य व्यंजन है. ये बेलनाकार आकार के कबाब कीमा बनाए हुए मांस से बनाए जाते हैं, जिनमें सुगंधित मसालों और ताज़ी जड़ी-बूटियों को मिलाया जाता है. मिश्रण को एक लंबी लोहे की छड़ पर ढाला जाता है और तब तक ग्रिल किया जाता है जब तक कि बाहर से जला हुआ और अंदर से रसदार न हो जाए.

मलाई चिकन कबाब: मलाई चिकन कबाब एक स्वादिष्ट व्यंजन है, जो भारतीय व्यंजनों की समृद्ध मलाई को दर्शाता है. बोनलेस चिकन के टुकड़ों को क्रीम, दही, पनीर और सुगंधित मसालों के मिश्रण में मैरीनेट किया जाता है. फिर कबाब को ग्रिल किया जाता है, जिससे एक कोमल, नम और धुएंदार स्वाद मिलता है.

चपली कबाब: चपली कबाब की उत्पत्ति भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र से हुई है. वे आकार में चपटे गोल होते हैं, जिन्हें आम तौर पर कीमा बनाए हुए मांस से बनाया जाता है, जिसमें मसालों, कटे हुए प्याज, टमाटर और ताज़ी जड़ी-बूटियां मिलाई जाती हैं.

कलमी कबाब: कलमी कबाब भारत में मिलने वाले अन्य प्रकार के कबाबों से थोड़े अलग होते हैं. मुगलई स्टाइल के कबाब की एक रेसिपी जिसमें चिकन के पैरों को मसालों के एक खास मिश्रण में मैरीनेट किया जाता है और फिर उन्हें बेहतरीन तरीके से ग्रिल किया जाता है.

गलौटी कबाब: लखनऊ में मिलने वाले ये कबाब बारीक कीमा बनाए हुए मांस से बनाए जाते हैं, जिसे कई तरह के मसालों के साथ मैरीनेट किया जाता है और फिर बेहतरीन तरीके से पकाया जाता है. जो चीज इसे वाकई खास बनाती है, वह है कच्चे पपीते का इस्तेमाल, जो प्राकृतिक रूप से नरम बनाने का काम करता है, जिससे कबाब मुंह में घुलने वाले अपने मशहूर स्वाद के लिए जाने जाते हैं.

WORLD KEBAB DAY
विश्व कबाब दिवस (फोटो - Getty Images)

शमी कबाब: हैदराबाद से आने वाले शमी कबाब पारिवारिक समारोहों के लिए आदर्श विकल्प हैं. शमी कबाब कीमा बनाए हुए मांस, छोले और अंडे की एक छोटी पैटी से बनाया जाता है. यह मांस को एक साथ रखता है. सलाद और नींबू की गार्निशिंग के साथ इसका स्वाद बहुत ही बेहतरीन लगता है.

पनीर टिक्का: पनीर टिक्का कबाब नॉन-वेज कबाब का एक शानदार विकल्प है. पनीर के टुकड़ों को दही, मसालों और चटपटे केसर के मिश्रण में मैरीनेट किया जाता है और फिर पूरी तरह से ग्रिल किया जाता है.

चुकंदर कबाब: लबगीर कबाब ताज़े चुकंदर की मिठास, हरी मिर्च के तीखेपन, पुदीने की ताज़गी, काजू के कुरकुरेपन, पनीर की मलाई, इलायची की गर्माहट और मक्खन की रिचनेस का एक बेहतरीन कॉम्बिनेशन है. यह एक इनोवेटिव कबाब है, जो स्वाद से भरपूर होता है.

चूंकि आज विश्व कबाब दिवस है, तो दुनिया भर के रेस्तरां इस दिन को कबाब स्पेशल पेश करके मनाते हैं. कबाब को सिर्फ़ स्टिक पर ही नहीं खाना चाहिए! आप उन्हें आसान लंच के लिए फ्लैटब्रेड रैप में परोस सकते हैं, या उन्हें बर्गर और सलाद पर टॉपिंग के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं. विश्व कबाब दिवस मनाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने प्रियजनों को घर पर आमंत्रित करें और कबाब की प्लेट और बातचीत के साथ ठंडे बरसात के मौसम मजा लेते हुए इसका आनंद लें.

Last Updated : Jul 12, 2024, 4:04 PM IST
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