रायपुर: विश्व रक्तदाता दिवस के मौके पर ईटीवी भारत आपको रक्तदान से जुड़ी कई अहम जानकारियां देने जा रहा है. वैसे तो रक्तदान 18 वर्ष की उम्र से 65 वर्ष की उम्र तक किया जा सकता है. चाहे वह महिला हो या फिर पुरुष रक्तदान करने से हार्ट से संबंधित बीमारी और हार्ट अटैक का खतरा कम होता है. लेकिन क्या थायराइड और डायबिटीज के मरीज ब्लड डोनेट कर सकते हैं. इस पर हमेशा लोग संशय में रहते हैं.
जानिए क्या कहते हैं डॉक्टर: इस बारे में विस्तार से जानने के लिए ईटीवी भारत ने मेकाहारा पैथोलॉजी डिपार्टमेंट के विभाग अध्यक्ष डॉक्टर अरविंद नेरलवार से बातचीत की. उन्होंने बताया कि डायबिटीज और थायराइड के मरीज भी रक्तदान कर सकते हैं, लेकिन मरीज का ब्लड शुगर का लेवल संतुलित मात्रा में होना चाहिए. इसके साथ ही थायराइड हार्मोन का लेवल भी संतुलित मात्रा में हो तभी थायराइड और डायबिटीज के पेशेंट अपना ब्लड डोनेट कर सकते हैं. अगर गंभीर या किसी तरह की कोई एलर्जी हो तो ब्लड डोनेट करने से बचना चाहिए. इसके साथ ही शरीर में कोई परेशानी हो तो ऐसी स्थिति में थायराइड और डायबिटीज के पेशेंट को रक्तदान नहीं करना चाहिए.
शुगर के मरीज इन बातों का रखें ध्यान: डॉक्टर अरविंद नेरलवार ने बताया, "नॉर्मली हम कोशिश करते हैं कि कोई भी ब्लड डोनेट करने वाला शख्स किसी तरह की कोई बीमारी से ग्रसित ना हो. यदि कोई ब्लड डोनर डायबिटीज का पेशेंट है तो वह ओरल एंटी डायबिटिक दवाइयां ले रहा हो और अपना ब्लड डोनेट करना चाहता है, तो ऐसी स्थिति में उसके ब्लड शुगर की मात्रा नॉर्मल है, तो वह आसानी से ब्लड डोनेट कर सकता है. यदि डायबिटीज पेशेंट को किसी तरह की कोई परेशानी होती है तो उस समय ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए, लेकिन कुछ ऐसे पेशेंट होते जो हमेशा इन्सुलिन पर निर्भर हैं. ऐसे पेशेंट को कभी भी ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए. कुल मिलाकर डायबिटीज के पेशेंट को अगर कोई एलर्जी है या शरीर में किसी तरह की कोई दिक्कत हो रही हो तो ऐसी स्थिति में उसे ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए और ना ही पैथोलॉजी की ओर से ऐसे लोगों से ब्लड लिया जाता है."
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थायराइड के मरीज इन बातों का रखें ध्यान: डॉक्टर अरविंद नेरलवार ने आगे कहा, " बात अगर थायराइड के पेशेंट की करें तो इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना होता है. थायराइड के पेशेंट जो ब्लड डोनेट करना चाहते हैं, अगर थायराइड हार्मोन का लेवल नॉर्मल होता है, तभी वह पेशेंट अपना ब्लड डोनेट कर सकता है. हाइपर थायराइड की बीमारी नहीं होनी चाहिए. थायराइड की कुछ बीमारियां ऐसी होती है जो खतरनाक या सीवियर होती है. ऐसे पेशेंट को भी ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए. पैथोलॉजी में ऐसे लोगों से रक्तदान करने के लिए नहीं कहा जाता. पैथोलॉजी के द्वारा ऐसे मरीजों को ब्लड डोनेट करने के लिए साफतौर पर मना कर दिया जाता है."
ऐसे में अगर आप भी इन बीमारियों से पीड़ित हैं तो ब्लड डोनेशन से पहले चिकित्सक की राय जरूर लें.