बहराइच: यूपी के बहराइच जिले के महसी तहसील में भेड़िए का आतंक लगातार जारी है. लगातार भेड़िया कहीं ना कहीं घटना को अंजाम दे दे रहा है. पूरे इलाके के लोग दहशत में है. लोग घर से बाहर निकलने में भी डर रहे हैं. करीब 35 गांव के ग्रामीण भेड़िए के आतंक के साये में जीने को मजबूर हैं. हालांकि वन विभाग का दावा है कि, भेड़िए के हमले में कमी आई है और चार भेड़िए को हमने पकड़ा है. दो और बचे हैं जिनको हम पकड़ेंगे. लेकिन दावों से इतर हकीकत कुछ और ही है. शनिवार देर रात को भेड़िए ने नकाही और दरहिया गांव में फिर हमला कर बुजुर्ग और बच्चे को घायल कर दिया. दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बहराइच वन प्रभाग के हरदी थाना इलाके के ग्राम मैकूपुरवा नकाही निवासी कुन्नू (55) ने बताया कि, घर के अंदर हम सोए हुए थे. दरवाजा खोलकर बाहर निकले थे, जब उधर से वापस आए तो चारपाई पर जैसे ही बैठे भेड़िए ने पीछे से मेरी गर्दन को पकड़ लिया. जोर से दबाया कि मेरी आवाज बंद हो गई. जिसके बाद हमने उसके मुंह को पकड़ कर जोर से दबाया. जैसे ही गर्दन छूटी फिर मैंने शोर मचाया और अपनी पत्नी को बुलाया. उसकी पत्नी ने भी शोर मचाया तब जाकर भेड़िया भागा.
बुजुर्ग पर हमले के बाद भेड़िया ने पड़ोसी जंगलपुरवा दरहिया गांव निवासी आठ साल के पारस (8) पर हमला कर दिया. बच्चों की मां गुड़िया ने बताया कि, बीती रात भेड़िए ने मेरे बच्चे को पकड़ लिया. बच्चा बोल नहीं पा रहा था. जब मां ने देखा फिर हल्ला किया, फिर बच्चे को अपनी और खींचा और भेड़िए के ऊपर वार किया तब जाकर भेड़िया भाग गया.
सीएचसी अधिक्षक आशीष वर्मा ने बताया कि, बीती रात सात साल का बच्चा आया था. उसके बाद कुन्नू भी आए थे जो इंजर्ड थे. उनके साथ जो लोग थे उन्होंने बताया कि इनको भेड़िए ने घायल कर दिया. भेड़िए ने हमला का अभी तक करीब 30 से अधिक लोग शिकार बन चुके हैं. रविवार को जो दो लोग आए हैं वह भी खतरे से बाहर हैं. हम लोग और जो मेरा स्टाफ है ग्रामीणों को बराबर जागरूक भी करते रहते हैं किस तरह के हमले कम हो जाएं.
बता दें कि, भेड़ियों ने अब तक नौ लोगों को अपना निवाला बना चुका है. इनमें आठ बच्चे और एक वृद्ध महिला शामिल है. वहीं, भेड़ियों के हमलों में लगभग 37 लोग घायल भी हो चुके हैं. हालत यह है कि गांवों में लोगों रातजगा करने को मजबूर हैं. बच्चे दिन में भी बाहर निकलने से डर रहे हैं. ग्रामीण खेतों में जाने से भी डर रहे हैं. वन विभाग की सतर्कता के बावजूद भेड़िये गांवों में धावा बोल दे रहे हैं. वन विभाग ने इससे निपटने के लिए कैमरा ट्रैप लगाए हैं. साथ ही भेड़ियों को पकड़ने के लिए न सिर्फ बाड़े लगाए गए हैं, बल्कि ड्रोन कैमरे से इन पर नजर भी रखी जा रही है. लेकिन इतनी कवायद के बाद भी अब तक सिर्फ 4 भेड़िए पकड़ा जा सके हैं.