मैसूर: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि वह अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने राजनीति से संन्यास लेने का फैसला कर लिया है.
सीएम सिद्धारमैया ने कहा, 'अगर मुझे चिंता है, तो तनाव भी होगा. मुझे कोई चिंता नहीं है. इसलिए मैं शांत हूं. यही मेरी सेहत का राज भी है. मैंने फैसला किया है कि मैं अगला चुनाव नहीं लड़ूंगा'.
मैसूर में अपने टीके लेआउट घर के पास मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'लोग मुझसे बार-बार प्यार से प्रतिस्पर्धा करने के लिए कहते थे. लेकिन मैंने संन्यास लेने का फैसला किया है. मैं अगले चार वर्षों में 83 साल का हो जाऊंगा. 83 साल की उम्र के बाद मैं इतने जुनून के साथ काम नहीं कर पाऊंगा. मैं सिर्फ अपने शरीर की स्थिति जानता हूं. इसलिए मैंने सोचा कि चुनावी राजनीति बहुत हो गई'.
सीएम सिद्धारमैया ने हनुरू में एक कार्यकर्ता बैठक में बेटे यतींद्र सिद्धारमैया को नोटिस जारी करने पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा, 'मेरे बेटे डॉ. यतींद्र को चुनाव आयोग से नोटिस मिला है. हमने उसका जवाब भी दे दिया है. मेरे बेटे को पता है कि नोटिस में क्या है. मैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा'.
28 तारीख को हनुरू में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक में अपने भाषण में यतींद्र सिद्धारमैया ने कहा था, 'केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक गुंडा, उपद्रवी, गुजरात में नरसंहार का आरोपी है. मोदी ने ऐसे व्यक्ति को अपने बगल में देश के सर्वोच्च पद पर बैठाया है'.
राज्य भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने सीएम सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आलोचना की है. उन्होंने यतींद्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. चामराजनगर जिला चुनाव अधिकारी सीटी शिल्पनाग ने इस संबंध में पूर्व विधायक यतींद्र सिद्धारमैया को नोटिस जारी किया है.