पटना : सीबीआई को नीट यूजी 2024 पेपर लीक मामले में जिस आरोपी रॉकी उर्फ राकेश रंजन की तलाश थी, उसे सीबीआई ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. रॉकी को 10 दिनों के रिमांड पर लेकर सीबीआई ने पूछताछ शुरू कर दी है. रॉकी ही वह कड़ी है जिसके माध्यम से सीबीआई पेपर लीक के मुख्य मास्टरमाइंड संजीव मुखिया तक पहुंच सकती है. संजीव मुखिया ने तो ऐसा जाल बना रखा है, हर दिन नया दिखता नजर आ रहा है.
रॉकी ने प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए : कहा जा रहा है कि रॉकी नेपाल भागने की फिराक में था तब तक सीबीआई ने उसे पकड़ लिया. रॉकी जो रिश्ते में मुख्य आरोपी संजीव मुखिया का भांजा है, वह झारखंड के रांची में रेस्टोरेंट चलाया करता था. इस पेपर लीक प्रकरण में उसने लर्न प्ले स्कूल में परीक्षा के दिन सुबह में चिंटू उर्फ बलदेव कुमार के मोबाइल पर प्रश्न पत्र और उसका उत्तर उपलब्ध कराया था. रॉकी ने इस प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए पटना के कंकड़बाग में भी किराए पर एक फ्लैट लिया था, जहां चिंटू, अमन जैसे उसके दोस्त ठहरा करते थे.
लर्न प्ले स्कूल में हुआ पूरा खेल! : सीबीआई को रॉकी की तलाश सबसे अधिक थी. मुकेश और चिंटू के सहारे रॉकी के कई ठिकानों का सीबीआई ने पता लगाया. बिहार झारखंड के विभिन्न इलाकों में छापेमारी करने के बाद सीबीआई ने उसे गुरुवार को गिरफ्तार किया. चिंटू उर्फ बलदेव कुमार जो रॉकी का जीजा लगता है, वह 5 मई की परीक्षा के दिन लर्न प्ले स्कूल में रुका हुआ था. जहां लगभग 35 अभ्यार्थियों को परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र और उत्तर रतवाने का प्रबंध किया गया था.
4-5 मई को हुआ पूरा खेल : चिंटू के मोबाइल पर रॉकी ने परीक्षा से पहले 4 मई की देर रात और 5 मई को सुबह में प्रश्न पत्र और उसके उत्तर उपलब्ध कराए. रॉकी ने प्रश्न पत्र बिहार झारखंड के एमबीबीएस कर रहे छात्रों से सॉल्व करवाया. किसी से फिजिक्स के सवालों को हल करवाया, किसी से केमिस्ट्री का और किसी से बायोलॉजी का. रॉकी के पास जैसे-जैसे प्रश्न पत्र और उसके उत्तर उपलब्ध होते गए, वह उसे चिंटू के मोबाइल पर फॉरवर्ड करते गया और चिंटू पटना के रामकृष्ण नगर स्थित लर्न प्ले स्कूल के ठिकाने पर मौजूद लगभग 35 अभ्यर्थियों को वह प्रिंटआउट निकाल के उपलब्ध कराता गया.
CBI ने झारखंड कनेक्शन खंगाला : मनीष और आशुतोष ने लर्न प्ले स्कूल को बुक किया था और यह दोनों सीबीआई के गिरफ्त में हैं. चिंटू भी सीबीआई के गिरफ्त में है. इसके अलावा हजारीबाग के जिस ओएसिस स्कूल से प्रश्न पत्र लीक हुआ था, उसके प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल के साथ इस मामले में लिप्त एक संदिग्ध पत्रकार भी सीबीआई की गिरफ्त में है.
रॉकी से दागे जा रहे सवाल : सीबीआई 10 दिनों के रिमांड पर लेकर रॉकी से कई अहम सवाल पूछ रही है. सीबीआई रॉकी से संजीव के ठिकाने के संबंध में जानकारी जुटा रही है. इस पेपर लीक में जिस मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की सीबीआई को तलाश है, वह संजीव मुखिया रॉकी का मामा लगता है. चिंटू संजीव मुखिया के भांजी का पति है. चिंटू से भी सीबीआई संजीव मुखिया के ठिकानों के बारे में पता लग रही है. संजीव मुखिया के नेपाल में छिपे होने की सूचना है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं है.
कई सवालों का जवाब चाह रही है CBI : इसके अलावा रॉकी से सीबीआई यह पूछ रही है कि पूरे पेपर लीक में उसकी भूमिका क्या रही. उसे कब और कहां से प्रश्न पत्र उपलब्ध हुआ. प्रश्न पत्र उपलब्ध होने के बाद किन लोगों से उसने सॉल्व करवाया और चिंटू को उसने कब भेजा. क्या चिंटू के अलावा अन्य जगहों पर भी उसने प्रश्न पत्र और उसके उत्तर फॉरवर्ड किए थे. कितने अभ्यर्थियों के लिए इस पूरे कांड को अंजाम दिया गया और इससे कितने की उगाही हुई है.
आमने-सामने की पूछताछ : इधर सीबीआई ने धनबाद से भी कई आरोपियों को पकड़ा है जिसमें अमन सिंह भी है जो रॉकी का करीबी दोस्त बताया जाता है. अमन से ही सुराग मिलने पर रॉकी की गिरफ्तारी संभव हो सकी. अमन सिंह समेत चार आरोपितों की रिमांड की अवधि चार दिन और बढ़ गई है. सीबीआई ने धनबाद से गिरफ्तार अमन सिंह के अलावा हजारीबाग से ओएस स्कूल के प्राचार्य एहसान उल हक, उपप्राचार्य इम्तियाज, पत्रकार जमालुद्दीन से पूछताछ के लिए सीबीआई रिमांड की अवधि बढ़ाने के लिए विशेष अदालत से अनुरोध किया था. अब इन चारों आरोपियों को रॉकी के सामने बैठाकर रॉकी से पूछताछ की जाएगी.
पटना हाईकोर्ट ने आरोपियों को CBI को सौंपा : इधर, शुक्रवार को पटना उच्च न्यायालय ने अहम फैसला सुनाते हुए बेऊर जेल में बंद 13 आरोपियों को 15 दिनों की सीबीआई हिरासत में भेजने का निर्देश दिया है. इस बाबत ऑर्डर की प्रति जल्द भेजने का आदेश दिया.
बिहार से हो जाएगा पूरे मामले का खुलासा? : कुल मिलाकर देखा जाए तो बिहार की राजधानी पटना नीट पेपर लीक मामले का केन्द्र बना हुआ है. कहा तो जा रहा है कि सीबीआई बहुत जल्द सभी आरोपियों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ कर सकती है. ऐसे में सोचिए जरा जब 18 आरोपियों को एक साथ पूछताछ के लिए बैठाया जाएगा तो कैसे सभी राज उगलेंगे. ऐसे में वक्त का इंतजार कीजिए सीबीआई जल्द ही इस मामले में बड़ा खुलासा कर सकती है.
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