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'मेरा पति नपुंसक है', पंचायत के फैसले के बाद दहेज में मिले सामान के साथ मायके लौटी विवाहिता - Wife Accused Husband of Impotency

Husband Accused Of Impotency: बिहार के गया में एक महिला अपने पति का घर छोड़कर वापस आ गई है. साथ में वो दहेज में मिले सारे सामान भी लाई है. पति को छोड़ने की वजह जो उसने बताई है, उस पर पंचायत ने अपना फैसला तो सुना दिया है लेकिन अब तक ये मामला थाने या अदालत में नहीं पहुंचा है. पढ़ें क्या है पूरा मामला..

Wife Accused Husband of Impotency
Wife Accused Husband of Impotency
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 12, 2024, 10:10 AM IST

गयाः बिहार के गया में डोभी ग्राम पंचायत घोड़ाघाट से अजीबोगरीब मामला सामने आया है. दरअसल इस मामले में एक विवाहिता का आरोप है कि उसका पति नपुंसक है. यह बात उससे जान बूझकर छुपाई गई. विवाहिता का ये भी कहना है कि अपनी खामी छुपाने के लिए उसका पति उसके साथ मारपीट भी करता था. पंचायत में जब ये मामला पहुंचा तो मुखिया ने ससुराल वालों से विवाहिता को गिफ्ट में मिले सारे समान लौटाने का आदेश दिया. जिसके बाद पीड़ित महिला सारे सामान के साथ अपने घर लौट आई.

शादी के बीच छुपाई गई बातः ये पूरा मामला डोभी प्रखंड क्षेत्र का है. जानकारी के अनुसार 22 वर्षीय विवाहिता ने कई तरह के आरोप अपने पति पर लगाए हैं. महिला का कहना था, कि उसका पति नपुंसक है और इस बात को छुपाने के मकसद से उसके साथ मारपीट की गई. उसे घर से भगाने के लिए कई तरह के हथकंडे किए गए, लेकिन आखिरकार राज खुला और सामने आया कि उसका पति नपुंसक है. जिसके बाद ये बात पंचायत में पहुंची और पंचायत ने विवाहिता की बातों को सुना.

"मेरे पति की नपुंसकता की बात को छुपाया गया और शादी रचा ली गई. शादी के बाद मेरे पति ने अपने बीमारी का इलाज करने में भी कोताही बरती. वह इलाज नहीं करा रहे थे. जब हमने दबाव बनाया तो मेरे साथ मारपीट की जाने लगी. मुझे भगाने के मकसद से मेरे साथ हिंसा की गई"- पीड़ित महिला

थाने के बजाय पंचायत में पहुंचा मामलाः विवाहिता का कहना है, कि वह अगर वो चाहती तो इस मामले को थाने में ले जा सकती थी, क्योंकि उसके साथ हिंसा भी की गई थी, लेकिन उसने इस मामले को ग्राम पंचायत में लाया. वहीं, विवाहिता की बात सुनने के बाद और दूसरे पक्ष के तथ्यों को जानने के बाद डोभी के घोड़ाघाट पंचायत की सरपंच बसंती देवी, मुखिया प्रतिनिधि बाढो यादव, कुशा बीजा मुखिया लक्ष्मी लाल ने ससुराल वालों से विवाहिता को गिफ्ट में दिए गए सारे सामान लौटने को कहा. इसके बाद पंचायत की मौजूदगी में विवाहिता को सारे सामान वापस कर दिए गए.

2023 में हिंदू रीति रिवाज से हुई थी शादीः बता दें कि पीड़ित महिला की शादी दिसंबर 2023 में हिंदू रीति रिवाज से हुई थी, लेकिन पति की नपुंसकता की बीमारी को लेकर जब उसने कहना शुरू किया, तो उसके साथ हिंसा की गई. फिलहाल ग्राम पंचायत के द्वारा इसे लेकर विवाहिता को सारा सामान लौटा दिया गया है. विवाहिता ससुराल से अपने घर वापस लौट गई है. हालांकि अब तक ये मामला थाने या अदालत में नहीं पहुंचा है, और ना ही महिला कानूनी तौर पर पति से अलग हुई है.

ये भी पढ़ेंः 'शादी के ढाई साल बाद भी पति मुझसे रखता है दूरी, बनाता है गैर मर्द से संबंध का दबाव', अगुआ और पति पर FIR

गयाः बिहार के गया में डोभी ग्राम पंचायत घोड़ाघाट से अजीबोगरीब मामला सामने आया है. दरअसल इस मामले में एक विवाहिता का आरोप है कि उसका पति नपुंसक है. यह बात उससे जान बूझकर छुपाई गई. विवाहिता का ये भी कहना है कि अपनी खामी छुपाने के लिए उसका पति उसके साथ मारपीट भी करता था. पंचायत में जब ये मामला पहुंचा तो मुखिया ने ससुराल वालों से विवाहिता को गिफ्ट में मिले सारे समान लौटाने का आदेश दिया. जिसके बाद पीड़ित महिला सारे सामान के साथ अपने घर लौट आई.

शादी के बीच छुपाई गई बातः ये पूरा मामला डोभी प्रखंड क्षेत्र का है. जानकारी के अनुसार 22 वर्षीय विवाहिता ने कई तरह के आरोप अपने पति पर लगाए हैं. महिला का कहना था, कि उसका पति नपुंसक है और इस बात को छुपाने के मकसद से उसके साथ मारपीट की गई. उसे घर से भगाने के लिए कई तरह के हथकंडे किए गए, लेकिन आखिरकार राज खुला और सामने आया कि उसका पति नपुंसक है. जिसके बाद ये बात पंचायत में पहुंची और पंचायत ने विवाहिता की बातों को सुना.

"मेरे पति की नपुंसकता की बात को छुपाया गया और शादी रचा ली गई. शादी के बाद मेरे पति ने अपने बीमारी का इलाज करने में भी कोताही बरती. वह इलाज नहीं करा रहे थे. जब हमने दबाव बनाया तो मेरे साथ मारपीट की जाने लगी. मुझे भगाने के मकसद से मेरे साथ हिंसा की गई"- पीड़ित महिला

थाने के बजाय पंचायत में पहुंचा मामलाः विवाहिता का कहना है, कि वह अगर वो चाहती तो इस मामले को थाने में ले जा सकती थी, क्योंकि उसके साथ हिंसा भी की गई थी, लेकिन उसने इस मामले को ग्राम पंचायत में लाया. वहीं, विवाहिता की बात सुनने के बाद और दूसरे पक्ष के तथ्यों को जानने के बाद डोभी के घोड़ाघाट पंचायत की सरपंच बसंती देवी, मुखिया प्रतिनिधि बाढो यादव, कुशा बीजा मुखिया लक्ष्मी लाल ने ससुराल वालों से विवाहिता को गिफ्ट में दिए गए सारे सामान लौटने को कहा. इसके बाद पंचायत की मौजूदगी में विवाहिता को सारे सामान वापस कर दिए गए.

2023 में हिंदू रीति रिवाज से हुई थी शादीः बता दें कि पीड़ित महिला की शादी दिसंबर 2023 में हिंदू रीति रिवाज से हुई थी, लेकिन पति की नपुंसकता की बीमारी को लेकर जब उसने कहना शुरू किया, तो उसके साथ हिंसा की गई. फिलहाल ग्राम पंचायत के द्वारा इसे लेकर विवाहिता को सारा सामान लौटा दिया गया है. विवाहिता ससुराल से अपने घर वापस लौट गई है. हालांकि अब तक ये मामला थाने या अदालत में नहीं पहुंचा है, और ना ही महिला कानूनी तौर पर पति से अलग हुई है.

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