नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के तौर पर तीसरी बार शपथ लेकर इतिहास रच दिया.मोदी के नेतृत्व में नई सरकार के गठन के साथ ही मंत्रिमंडल में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन के साथ नए चेहरे शामिल किए गए. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों से कहा है कि, जब तक जरूरी ना हो दिल्ली में ही रहकर अपने-अपने विभागों का अध्ययन करने को कहा है. पीएम मोदी ने अपने कैबिनेट के साथियों को ये कह चुके हैं कि, वे सभी सहयोगी पार्टियों के साथ मिलकर काम करें. खासतौर पर उनके उनके जनाधार वाले राज्यों में अपने मंत्रालय से जुड़ी योजनाओं का का प्रचार प्रसार तो करें.
पीएम मोदी ने मंत्रियों को दिए निर्देश
इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि, पीएम ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिया है की वो अगले एक महीने तक हो सके तो कहीं ना जाएं और अपने विभाग से जुड़ी सभी बातों पर अध्ययन करें. सूत्रों की माने तो,पीएम मोदी ने सभी मंत्रियों से कहा है कि एक महीने तक मंत्रालय के काम काज को समझने में लगाए. अपने संसदीय क्षेत्र अगर बहुत जरूरी ना हो तो एक महीने तक ना जाएं. पीएम ने यह भी कहा कि, सभी मंत्री संसद के कामकाज को समझें, अपने मंत्रालय के संसदीय सवाल-जवाब का अध्ययन करें ताकि संसद सत्र के दौरान सवाल जवाब देने में आसानी हो.
18वीं लोकसभा में मजबूत स्थिति में है विपक्ष
इसे अगर दूसरे मायने में समझा जाए तो अब इस बार का संसद सत्र पिछले लोकसभा सत्र से काफी अलग होगा. यानी इस बार विपक्ष को भी अच्छी सीटें मिलीं हैं और अब हर मुद्दे पर या बिल को पास करवाने में विपक्ष की अवहेलना करना सरकार के लिए संभव नहीं होगा. साथ ही प्रधानमंत्री चाहते हैं की जिस विभाग में मंत्री बदले गए हैं वो अपने विभाग संबंधी सारी जानकारियां लेकर आत्मविश्वास के साथ संसद में पहुंचे, ताकि विपक्ष की सभी आरोपों और सवालों का जवाब दे पाएं . पीएम का यह मानना है कि, किसी भी मुद्दे पर सरकार को शर्मनाक स्थिति ना झेलना पड़े. इस मुद्दे पर इस मंत्रिमंडल में शामिल हुए एक केंद्रीय राज्य मंत्री ने नाम न लेने की शर्त पर कहा कि, 'पीएम ने सभी को अपने विभागों का अध्ययन करने की बात तो कही है, साथ ही उन्हें सरकार की हर योजनाओं पर सवाल-जवाब में खरा उतरने को भी कहा गया है.'
देश में मोदी सरकार के साथ-साथ एक मजबूत विपक्ष
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों ने साफ कर दिया है कि जनता को केवल बहुमत की सरकार ही नहीं देश में एक मजबूत विपक्ष भी चाहिए. वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों को पूरी तैयारी के साथ संसद सत्र में भाग लेने के निर्देश दिए हैं.
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