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कौन तय करता है आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की यूनिफॉर्म का रंग? हर कलर की होती हो अपनी खासियत - Army Uniform colour

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 8, 2024, 4:50 PM IST

Indian Army, Navy, Air Force Uniform Colour: तीनों सेनाओं का यूनिफॉर्म एक दूसरे से अलग होता है और उनके यूनिफॉर्म के कलर से उनको पहचाना जा सकता है. सेना की वर्दी का कलर कैसा होगा इसका फैसला संबंधित सैन्‍य दल करता है.

Army Uniform colour
कौन तय करता है सेना की यूनिफॉर्म का कलर (ANI)

नई दिल्ली: भारत का शुमार आज दुनिया के सबसे ताकतवर देशों में होता है. जहां एक ओर भारतीय वायुसेना विश्‍व की तीसरी सबसे मजबूत वायुसेना है तो वहीं, भारतीय थल सेना विश्‍व में चौथे नंबर है. भारतीय नौसेना भी मजबूती के मामले में कम नहीं और वह दुनिया की सातवीं सबसे मजबूत नौसेना है.

भारत सशस्त्र सेना तीन हिस्सों में बंटी है. इसमें थल सेना, वायु सेना और नौसेना शामिल है. तीनों सेनाओं को अपने-अपने क्षेत्र में मुहारत शामिल है और वे जमीन, हवा और पानी के रास्ते आने वाले खतरे से देश को महफूज रखती हैं. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय थल सेना में 21 लाख, वायुसेना में 3 लाख और नौसेना में 1 लाख 42 हजार से ज्यादा सैन्‍यकर्मी हैं.

तीनों सेनाओं का यूनिफॉर्म एक दूसरे से अलग होता है और उनके यूनिफॉर्म के कलर से उनको पहचाना जा सकता है. बता दें कि तीनों सेनाओं की वर्दी का रंग और उनका महत्व अलग होता है. जैसा कि आप सभी जानते हैं भारतीय सेना की यूनिफॉर्म ऑलिव ग्रीन रंग की होती है तो वहीं, नौसेना की वर्दी सफेद रंग की होती है, जबकि एयरफोर्स की वर्दी का रंग लाइट ब्लू होता है.

कौन चुनता है कि वर्दी का कलर?
गौरतलब है कि तीनों सेनाओं के सैन्‍यकर्मियों की यूनिफॉर्म का रंग संबंधित सैन्‍य दल करता है. यह सैन्य दल ही तय करता है कि थल सेना, नौसेना और वायु सेना के सुरक्षाकर्मी कौन से रंग का यूनिफॉर्म पहनेंगे.

ऑलिव ग्रीन क्यों होती है थल सेना की वर्दी?
थल सेना की वर्दी ऑलिव ग्रीन कलर की होती है. द्वितीय विश्व युद्ध से पहले लगभग सभी सेनाओं की वर्दी खाकी रंग की हुआ करती थी, लेकिन अब उनकी ड्रेस का रंग ऑलिव ग्रीन होता है. सैनिकों की वर्दी का कलर ऑलिव ग्रीन इसलिए होता है, ताकि वह जंगल परिवेश में घुल-मिल जाएं और उनकी गतिविधियां दुश्मन को आसानी से दिखाई न दे सकें.

सफेद क्यों होती है नौसेना की वर्दी?
भारतीय नौसेना की ड्रेस का रंग सफेद होने के कई कारण हैं. नौसैनिक समुद्र की निगरानी करते हैं. ऐसे में कई बार उनका शिप ब्लैकआउट की स्थिति में आ जाता है. ऐसे में सफेद वर्दी के कारण नौसैनिकों को सर्च करना आसान हो जाता है. इसके अलावा समुद्र के नीले पानी के बीच सफेद वर्दी को दूर से देखा जा सकता है. इसके अलावा सफेद रंग हीट को रिफ्लेक्ट करता है, जिससे यह सैनिकों को गर्मी के बचाने का काम भी करता है.

एयरफोर्स की यूनिफॉर्म का रंग
इंडियन एयरफोर्स की यूनिफॉर्म का रंग लाइट ब्लू होता है. एयरफोर्स की वर्दी वैश्विक परिदृश्‍यों को ध्‍यान में रखते हुए बनाई गई है. साथ ही एयरफोर्स की वर्दी आकाश का प्रतिनिधित्व करती है और स्वतंत्रता, विश्वास और प्रोफेशनल्जिम से जुड़ा होता है.

गौरतलब है कि भारत की तीनों प्रमुख सेनाओं में की यूनिफॉर्म में अब तक कई बदलाव हो चुके हैं और जरूरत के हिसाब से इसमें आगे भी बदलाव हो सकते हैं. सेना की वर्दी का रंग बदलना का अधिकार संबंधित सेनाओं के पास ही है और उन्‍हीं के उच्‍चाधिकारी रंग से जुड़े बदलाव कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें- बार-बार कांग्रेस को असहज करते सैम पित्रोदा, राम मंदिर से लेकर मिडिल क्लास पर कस चुके हैं तंज

नई दिल्ली: भारत का शुमार आज दुनिया के सबसे ताकतवर देशों में होता है. जहां एक ओर भारतीय वायुसेना विश्‍व की तीसरी सबसे मजबूत वायुसेना है तो वहीं, भारतीय थल सेना विश्‍व में चौथे नंबर है. भारतीय नौसेना भी मजबूती के मामले में कम नहीं और वह दुनिया की सातवीं सबसे मजबूत नौसेना है.

भारत सशस्त्र सेना तीन हिस्सों में बंटी है. इसमें थल सेना, वायु सेना और नौसेना शामिल है. तीनों सेनाओं को अपने-अपने क्षेत्र में मुहारत शामिल है और वे जमीन, हवा और पानी के रास्ते आने वाले खतरे से देश को महफूज रखती हैं. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय थल सेना में 21 लाख, वायुसेना में 3 लाख और नौसेना में 1 लाख 42 हजार से ज्यादा सैन्‍यकर्मी हैं.

तीनों सेनाओं का यूनिफॉर्म एक दूसरे से अलग होता है और उनके यूनिफॉर्म के कलर से उनको पहचाना जा सकता है. बता दें कि तीनों सेनाओं की वर्दी का रंग और उनका महत्व अलग होता है. जैसा कि आप सभी जानते हैं भारतीय सेना की यूनिफॉर्म ऑलिव ग्रीन रंग की होती है तो वहीं, नौसेना की वर्दी सफेद रंग की होती है, जबकि एयरफोर्स की वर्दी का रंग लाइट ब्लू होता है.

कौन चुनता है कि वर्दी का कलर?
गौरतलब है कि तीनों सेनाओं के सैन्‍यकर्मियों की यूनिफॉर्म का रंग संबंधित सैन्‍य दल करता है. यह सैन्य दल ही तय करता है कि थल सेना, नौसेना और वायु सेना के सुरक्षाकर्मी कौन से रंग का यूनिफॉर्म पहनेंगे.

ऑलिव ग्रीन क्यों होती है थल सेना की वर्दी?
थल सेना की वर्दी ऑलिव ग्रीन कलर की होती है. द्वितीय विश्व युद्ध से पहले लगभग सभी सेनाओं की वर्दी खाकी रंग की हुआ करती थी, लेकिन अब उनकी ड्रेस का रंग ऑलिव ग्रीन होता है. सैनिकों की वर्दी का कलर ऑलिव ग्रीन इसलिए होता है, ताकि वह जंगल परिवेश में घुल-मिल जाएं और उनकी गतिविधियां दुश्मन को आसानी से दिखाई न दे सकें.

सफेद क्यों होती है नौसेना की वर्दी?
भारतीय नौसेना की ड्रेस का रंग सफेद होने के कई कारण हैं. नौसैनिक समुद्र की निगरानी करते हैं. ऐसे में कई बार उनका शिप ब्लैकआउट की स्थिति में आ जाता है. ऐसे में सफेद वर्दी के कारण नौसैनिकों को सर्च करना आसान हो जाता है. इसके अलावा समुद्र के नीले पानी के बीच सफेद वर्दी को दूर से देखा जा सकता है. इसके अलावा सफेद रंग हीट को रिफ्लेक्ट करता है, जिससे यह सैनिकों को गर्मी के बचाने का काम भी करता है.

एयरफोर्स की यूनिफॉर्म का रंग
इंडियन एयरफोर्स की यूनिफॉर्म का रंग लाइट ब्लू होता है. एयरफोर्स की वर्दी वैश्विक परिदृश्‍यों को ध्‍यान में रखते हुए बनाई गई है. साथ ही एयरफोर्स की वर्दी आकाश का प्रतिनिधित्व करती है और स्वतंत्रता, विश्वास और प्रोफेशनल्जिम से जुड़ा होता है.

गौरतलब है कि भारत की तीनों प्रमुख सेनाओं में की यूनिफॉर्म में अब तक कई बदलाव हो चुके हैं और जरूरत के हिसाब से इसमें आगे भी बदलाव हो सकते हैं. सेना की वर्दी का रंग बदलना का अधिकार संबंधित सेनाओं के पास ही है और उन्‍हीं के उच्‍चाधिकारी रंग से जुड़े बदलाव कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें- बार-बार कांग्रेस को असहज करते सैम पित्रोदा, राम मंदिर से लेकर मिडिल क्लास पर कस चुके हैं तंज

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