नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सोमवार को एक नई परियोजना शुरू करने की घोषणा की. इसका उद्देश्य निम्न और मध्यम आय वाले देशों में मैन्युफैक्चरिंग के लिए ह्यूमन एवियन इन्फ्लूएंजा (H5N1) मैसेंजर RNA (mRNA) वैक्सीन कैंडिडेट्स के डेवलपमेंट और एक्सेस में तेजी लाना है. अर्जेंटीना की मैन्युफैक्चर कंपनी सिनेर्जियम बायोटेक विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और मेडिसिन पेटेंट पूल (MPP) mRNA टेक्नोलॉजी ट्रांसफर प्रोग्राम का लाभ उठाते हुए इस प्रयास का नेतृत्व करेगी.
बता दें कि डब्ल्यूएचओ और एमपीपी द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एमआरएनए टेक्नोलॉजी ट्रांसफर प्रोग्राम जुलाई 2021 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य एमआरएनए-बेस्ड टीकों के विकास और उत्पादन के लिए निम्न और मध्यम आय वाले देशों (एलएमआईसी) में क्षमता निर्माण करना था.mRNA टेक्नोलॉजी ट्रांसफर प्रोग्राम में पार्टनर सिनेर्जियम बायोटेक ने संभावित H5N1 टीके विकसित किए हैं और इसका लक्ष्य प्रीक्लिनिकल मॉडलों में अवधारणा का प्रमाण स्थापित करना है.
महामारी की तैयारी के प्रयासों को बल मिलेगा
इस बारे में डब्ल्यूएचओ ने कहा, "एक बार प्रीक्लिनिकल डेटा पैकेज पूरा हो जाने के बाद, टेक्नोलॉजी, मैटेरियल और विशेषज्ञता को अन्य विनिर्माण भागीदारों के साथ साझा किया जाएगा, जिससे एच5एन1 वैक्सीन कैंडिडेट्स के विकास में तेजी आएगी और महामारी की तैयारी के प्रयासों को बल मिलेगा."
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा कि यह पहल इस बात का उदाहरण है कि डब्ल्यूएचओ ने mRNA टेक्नोलॉजी ट्रांसफर प्रोग्राम की स्थापना क्यों की - निम्न और मध्यम आय वाले देशों में अधिक शोध, विकास और उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए, ताकि जब अगली महामारी आए, तो दुनिया अधिक प्रभावी और अधिक न्यायसंगत रेस्पांस देने के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो सके.
एमआरएनए टेक्नोलॉजी ट्रांसफर प्रोग्राम
वहीं, MPP के कार्यकारी निदेशक चार्ल्स गोर ने कहा, "जब हमने डब्ल्यूएचओ के साथ एमआरएनए टेक्नोलॉजी ट्रांसफर प्रोग्राम बनाया, तो हमारा लक्ष्य निम्न और मध्यम आय वाले देशों को विकास प्रयासों का नेतृत्व करने, सहयोग को बढ़ावा देने, संसाधनों को साझा करने और ज्ञान का प्रसार करने में सक्षम बनाना था. एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस जानवरों में अपने व्यापक प्रसार और भविष्य में महामारी पैदा करने की क्षमता के कारण एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम हैं."
वैश्विक स्वास्थ्य निगरानी संस्था ने कहा, "यह विकास मानव महामारी क्षमता वाले इन्फ्लूएंजा वायरस को साझा करने और टीकों तक एलएमआईसी पहुंच बढ़ाने के लिए महामारी इन्फ्लूएंजा तैयारी ढांचे के तहत चल रहे काम को सप्लीमेंट बनाता है."