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प.बंगाल: कलकत्ता हाई कोर्ट के जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने पद से दिया इस्तीफा, BJP में होंगे शामिल

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Mar 5, 2024, 4:58 PM IST

Loksabha Elections 2024: कोलकत्ता हाईकोर्ट के जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने मंगलवार सुबह अपने पद से इस्तीफा दे दिया. अपने इस्तीफे के कुछ घंटे बाद ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का ऐलान कर दिया है. वह गुरुवार, 7 मार्च को भाजपा में शामिल होंगे.

Former Justice Abhijit Gangopadhyay to join BJP on Thursday
पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय गुरूवार को भाजपा में शामिल होंगे

कोलकाता: कलकत्ता हाई कोर्ट के जज जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने मंगलवार सुबह अपने पद से इस्तीफा दे दिया. गंगोपाध्याय गुरुवार, 7 मार्च को भाजपा में शामिल होंगे. जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने कोलकाता में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वह 7 मार्च को संभवत: भाजपा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पार्टी में शामिल हो जायेंगे. कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश पद से इस्तीफा देने के बाद अभिजीत गंगोपाध्याय के भाजपा में शामिल होने की घोषणा के बाद सभी अटकलों पर विराम लग गया है.

Former Justice Abhijit Gangopadhyay to join BJP on Thursday
पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय गुरूवार को भाजपा में शामिल होंगे

अभिजीत गंगोपाध्याय ने कहा कि वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इसका फैसला बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व करेगा. उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ दल (तृणमूल कांग्रेस) की अपमानजनक टिप्पणियां इस निर्णय के पीछे प्रेरणा रही. गंगोपाध्याय ने कहा, 'बीजेपी से बीते 7 दिनों में बातचीत बाद दोनों पक्षों की सहमति से यह फैसला लिया है. मैंने उन दिनों कोई न्यायिक कार्य नहीं किया. मुझे लगता है कि बीजेपी ही एकमात्र पार्टी है जो तृणमूल के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही है'.

गंगोपाध्याय ने स्पष्ट रूप से पक्ष लेने के लिए पत्रकारों के प्रति अपना तिरस्कार भी नहीं छिपाया. उन्हें लगता है कि तृणमूल कांग्रेस बिखर गई है. गंगोपाध्याय ने स्पष्ट रूप से कहा कि अब यह पार्टी नहीं रही. मैं आज राजनीति में हूं क्योंकि सत्तारूढ़ दल ने मुझ पर हमला किया. उन्होंने मुझे प्रेरित किया. मुझे विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि पत्रकारों के भेष में कुछ बदमाश घुस आए हैं. मैंने थाने को सूचना दी. वहां सफेद कपड़ों में पुलिस भी मौजूद है'.

'वह सीपीआईएम में शामिल क्यों नहीं हो रहे हैं', के सवाल पर पूर्व न्यायाधीश ने कहा, 'मैं सीपीएम में शामिल नहीं होऊंगा क्योंकि मैं भगवान में विश्वास करता हूं. मैं धर्म में विश्वास करता हूं. मैं वहां मेल नहीं खाऊंगा. कांग्रेस वंशवाद की पार्टी है. जयराम रमेश जैसे पढ़े-लिखे लोगों को पद नहीं मिलते. वे राहुल गांधी जैसे नेताओं के पीछे छिपे हुए हैं'.

गंगोपाध्याय ने नाम लिए बिना अभिषेक बनर्जी पर जुबानी हमला करते हुए कहा, 'मैं नहीं जानता कि आप किसे ऐसा सेनापति कहते हैं जिसने कोई युद्ध नहीं जीता है. मैं उसका नाम भी नहीं ले रहा हूं. मैं यहां कोई अपशब्द कहने नहीं आया हूं. मैं उसके नाम को अपशब्द मानता हूं. इसलिए मैं उसका नाम नहीं ले रहा हूं'. इसके विपरीत, गंगोपाध्याय ने ममता बनर्जी को लेकर कहा कि उनके मन में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रति विशेष सम्मान है. मैं ममता बनर्जी को असली राजनेता मानता हूं.

पढ़ें: BJP ने लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान बंगाल में CAPF की तैनाती की मांग की

कोलकाता: कलकत्ता हाई कोर्ट के जज जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने मंगलवार सुबह अपने पद से इस्तीफा दे दिया. गंगोपाध्याय गुरुवार, 7 मार्च को भाजपा में शामिल होंगे. जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने कोलकाता में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वह 7 मार्च को संभवत: भाजपा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पार्टी में शामिल हो जायेंगे. कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश पद से इस्तीफा देने के बाद अभिजीत गंगोपाध्याय के भाजपा में शामिल होने की घोषणा के बाद सभी अटकलों पर विराम लग गया है.

Former Justice Abhijit Gangopadhyay to join BJP on Thursday
पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय गुरूवार को भाजपा में शामिल होंगे

अभिजीत गंगोपाध्याय ने कहा कि वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इसका फैसला बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व करेगा. उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ दल (तृणमूल कांग्रेस) की अपमानजनक टिप्पणियां इस निर्णय के पीछे प्रेरणा रही. गंगोपाध्याय ने कहा, 'बीजेपी से बीते 7 दिनों में बातचीत बाद दोनों पक्षों की सहमति से यह फैसला लिया है. मैंने उन दिनों कोई न्यायिक कार्य नहीं किया. मुझे लगता है कि बीजेपी ही एकमात्र पार्टी है जो तृणमूल के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही है'.

गंगोपाध्याय ने स्पष्ट रूप से पक्ष लेने के लिए पत्रकारों के प्रति अपना तिरस्कार भी नहीं छिपाया. उन्हें लगता है कि तृणमूल कांग्रेस बिखर गई है. गंगोपाध्याय ने स्पष्ट रूप से कहा कि अब यह पार्टी नहीं रही. मैं आज राजनीति में हूं क्योंकि सत्तारूढ़ दल ने मुझ पर हमला किया. उन्होंने मुझे प्रेरित किया. मुझे विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि पत्रकारों के भेष में कुछ बदमाश घुस आए हैं. मैंने थाने को सूचना दी. वहां सफेद कपड़ों में पुलिस भी मौजूद है'.

'वह सीपीआईएम में शामिल क्यों नहीं हो रहे हैं', के सवाल पर पूर्व न्यायाधीश ने कहा, 'मैं सीपीएम में शामिल नहीं होऊंगा क्योंकि मैं भगवान में विश्वास करता हूं. मैं धर्म में विश्वास करता हूं. मैं वहां मेल नहीं खाऊंगा. कांग्रेस वंशवाद की पार्टी है. जयराम रमेश जैसे पढ़े-लिखे लोगों को पद नहीं मिलते. वे राहुल गांधी जैसे नेताओं के पीछे छिपे हुए हैं'.

गंगोपाध्याय ने नाम लिए बिना अभिषेक बनर्जी पर जुबानी हमला करते हुए कहा, 'मैं नहीं जानता कि आप किसे ऐसा सेनापति कहते हैं जिसने कोई युद्ध नहीं जीता है. मैं उसका नाम भी नहीं ले रहा हूं. मैं यहां कोई अपशब्द कहने नहीं आया हूं. मैं उसके नाम को अपशब्द मानता हूं. इसलिए मैं उसका नाम नहीं ले रहा हूं'. इसके विपरीत, गंगोपाध्याय ने ममता बनर्जी को लेकर कहा कि उनके मन में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रति विशेष सम्मान है. मैं ममता बनर्जी को असली राजनेता मानता हूं.

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