नई दिल्ली: पिछले 9 दिनों तक मानसून स्थिर रहने के बाद विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा, उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और बिहार की ओर बढ़ गया है. मौसम विभाग (IMD) के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा अब अमरावती, गोंदिया, दुर्ग, रामपुर (कालाहांडी), मालदा, भागलपुर और रक्सौल से होकर गुजर रही है.
आईएमडी ने यह भी बताया है कि मानसून अगले तीन से चार दिनों में उत्तरी अरब सागर, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी, गंगा के मैदानी पश्चिम बंगाल, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों, झारखंड के कुछ हिस्सों, बिहार के अधिक्तर क्षेत्रों और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ सकता है. इसके लिए परिस्थितियां पूरी तरह से अनुकूल हैं.
मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. 22 और 23 जून को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी वर्षा होने की उम्मीद है. अगले पांच दिनों में गंगा के तटीय पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
बिहार, झारखंड और ओडिशा में बारिश की उम्मीद
मौसम विभाग के मुताबिक अगले पांच दिनों में तटीय पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. विभाग के अनुसार 20 से 24 जून तक बिहार में, 20 और 21 जून को झारखंड में और 23 और 24 जून को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश होने की उम्मीद है.
इसके अलावा अगले पांच दिनों में गुजरात, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में गरज और बिजली के साथ छिटपुट से लेकर काफी व्यापक हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. मौसम विभाग ने 20 से 24 जून तक कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में और 20 और 23 जून को गुजरात में भारी से लेकर भारी बारिश की उम्मीद जताई है.
मौसम विभाग ने बताया कि कर्नाटक, केरल और माहे और लक्षद्वीप में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ व्यापक रूप से हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. अगले पांच दिनों में तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में छिटपुट वर्षा हो सकती है, जबकि केरल और माहे, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु में 20 से 24 जून तक, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में 22 से 24 जून तक और लक्षद्वीप में 22 और 23 जून को भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है.
मध्य भारत में हो सकती है तेज बारिश
वहीं, मध्य भारत में अगले पांच दिनों में मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ छिटपुट से लेकर तेज बारिश होने की उम्मीद है. 20 और 21 जून को विदर्भ और छत्तीसगढ़ में और 22 जून को पश्चिमी मध्य प्रदेश में छिटपुट भारी वर्षा होने की संभावना है.
अगर बात करें उत्तर भारत की तो जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा में भी गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ छिटपुट हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में आज बारिश होने की संभावना है,
अगले सात दिनों में उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में छिटपुट से लेकर व्यापक वर्षा होने का अनुमान है. 23 और 24 जून को उत्तराखंड में और 24 जून को पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. अगले 24 घंटों में उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में तेज हवाए चल सकती हैं.
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