मुंबई : आठवीं की छात्रा ने वाटर लेवल इंडिकेटर डिवाइस बनाई है. छत्रपति संभाजीनगर की आठवीं कक्षा की छात्रा वैष्णवी कुरमुडे की बनाई गई डिवाइस को पेटेंट प्राप्त हुआ है, जिसके बाद उसकी तारीफ हो रही है.
पानी बचाने के लिए बनाया सेंसर: मराठवाड़ा में हमेशा पानी की कमी रहती है, इसलिए कई संस्थाएं पानी बचाने के लिए काम कर रही हैं. अब स्कूली बच्चे भी पानी का महत्व समझाने का काम कर रहे हैं. इसी के चलते स्कूल में ही बर्बाद हो रहे पानी को बचाने के लिए तरह-तरह के शोध किए जा रहे हैं. इसके तहत एसबीएस सेंटेनरी स्कूल की आठवीं कक्षा की छात्रा वैष्णवी कुरमुडे ने एक डिवाइस बनाई है. यह डिवाइस सुनिश्चित करेगी कि घर की छत पर बनी पानी की टंकी में पानी बर्बाद न हो. यदि इस उपकरण को पानी की टंकी में लगा दिया जाए, तो जैसे ही पानी का स्तर बढ़ेगा, डिवाइस में लाइट चमकने लगेगी. साथ ही टैंक फुल होने पर बजर भी बजेगा.
मिला पेटेंट: वैष्णवी अब तक कई तरह के प्रयोग कर चुकी है. जब उसने डिवाइस बनाई तो परिवार ने उसकी तारीफ की. वैष्णवी के पिता धन्यकुमार कुरमुडे ने कहा कि पानी बचाने का संदेश हर जगह फैलाने के लिए यह प्रयास किया गया है. वैष्णवी के पिता धन्यकुमार कुरमुडे ने कहा, 'आजकल पानी की टंकी में पानी भरते समय ध्यान न देने के कारण वह बर्बाद हो जाता है. हमने पानी बचाने के लिए महत्वपूर्ण इस उपकरण को सभी को बताने के लिए पेटेंट कराने का निर्णय लिया और उसी के अनुरूप हमने प्रयास भी किया. पेटेंट मिल भी गया.'
स्कूल से भी मिली तारीफ: एसबीईएस सेंटेनरी स्कूल में वैष्णवी को पुस्तक देकर सम्मानित किया गया. वैष्णवी ने कहा कि 'उपकरण को तैयार करते समय विद्यालय के शिक्षकों ने भी समय-समय पर मेरा मार्गदर्शन किया. घर में मां भी मदद करती थी.'
वैष्णवी द्वारा बनाई गई डिवाइस को पेटेंट मिलने से स्कूल के विद्यार्थियों में खुशी का माहौल है. साथ ही इससे अन्य छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी और वे भी इस तरह के अलग-अलग उपकरण बना सकेंगे. स्कूल के प्रिंसिपल राहुल मोहनपुरकर ने भी छात्रा की तारीफ की है.