रांचीः लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में झारखंड की तीन सीटों पर चुनाव हो रहे हैं. ये सीट हैं गोड्डा, दुमका और राजमहल. आखिरी चरण में कुल 52 प्रत्याशी मैदान में हैं. जिनकी किस्मत का फैसला 53 लाख 23 हजार 886 वोटर करेंगे.
झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने कहा कि संथाल की तीनों सीटों पर निष्पक्ष और भयमुक्त मतदान की व्यवस्था की गई है. इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इन तीनों सीटों पर कुल बूथों की संख्या 6258 है. इनमें से 489 बूथ शहरी इलाके और 5769 बूथ ग्रामीण क्षेत्रों में हैं. 241 बूथों की कमान पूरी तरह महिलाओं के हाथों में होगी, जबकि 7 बूथों पर दिव्यांग और 11 पर युवा कर्मी मतदान की व्यवस्था संभालेंगे.
गोड्डा और दुमका में जहां 19-19 प्रत्याशी हैं, वहीं राजमहल सीट पर प्रत्याशियों की संख्या 14 है. इनमें से एकमात्र गोड्डा की सीट अनारक्षित है, जबकि राजमहल और दुमका की सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. 2019 के चुनाव में इन तीनों में से दुमका और गोड्डा में भाजपा ने जीत दर्ज की थी, जबकि राजमहल सीट पर झामुमो ने कब्जा किया था.
दुमका सीट पर झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन भाजपा प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं. उनका मुकाबला लगातार सात बार विधायक रहे झामुमो के नलिन सोरेन से है.
गोड्डा सीट पर मौजूदा सांसद और भाजपा प्रत्याशी निशिकांत दुबे लगातार चौथी बार जीत दर्ज करने की लड़ाई लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के प्रदीप यादव से है.
राजमहल सीट पर दो बार के सांसद और झामुमो के प्रत्याशी विजय हांसदा का मुकाबला भाजपा के ताला मरांडी से है. यहां झामुमो के बागी प्रत्याशी लोबिन हेंब्रम ने मुकाबले का तीसरा कोण बनाने की भरपूर कोशिश की है.
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