अमरावती: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भाजपा के महाराष्ट्र से अमरावती लोकसभा सीट की उम्मीदवार नवनीत राणा और वर्धा के उम्मीदवार रामदास तड़स के लिए प्रचार करने के लिए एक सार्वजनिक रैली को संबोधित किया. अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि अगर लोग लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट देते हैं, तो उनका वोट देशभक्तों को जाएगा, जो देश में 'राम राज्य' स्थापित करना चाहते हैं. राष्ट्र-विरोधियों के लिए नहीं, जो चाहते हैं कि वंशवादी राजनीति पनपे.
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि विपक्ष अफवाह फैला रहा है कि अगर बीजेपी को 400 सीटें मिल गईं तो इस देश से आरक्षण खत्म हो जाएगा. यह व्यापक मिथ्या प्रचार है. उन्होंने अमरावती उम्मीदवार नवनीत राणा के समर्थन में वोट मांगते हुए लोगों से अपील की है कि बटन अमरावती में ऐसे दबाइए करंट इटली में लगे. शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसने राम जन्मभूमि मुद्दे को 70 साल तक लंबित रखा, जबकि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता में आते ही इसे हल किया और अयोध्या में राम मंदिर बनाया.
लोगों से भाजपा को वोट देने का आग्रह करते हुए शाह ने कहा, 'आपका वोट देशभक्तों के पक्ष में जाएगा, राष्ट्र विरोधियों के पक्ष में नहीं. यह उन लोगों के पक्ष में होगा जो राम राज्य स्थापित करना चाहते हैं. यह उनके खिलाफ होगा जो वंशवादी राजनीति में लिप्त हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में प्रत्येक वोट देश में आतंकवाद और नक्सलवाद को खत्म करने और भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में जाएगा'.
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने राम मंदिर मुद्दे को 70 साल तक लंबित रखा, लेकिन सत्ता में आने के पांच साल के भीतर, पीएम मोदी ने इस मुद्दे को हल किया और अयोध्या में मंदिर प्रतिष्ठा समारोह किया'. शाह ने निमंत्रण के बावजूद अयोध्या राम मंदिर अभिषेक समारोह में शामिल न होकर भगवान राम का 'अपमान' करने के लिए शिव सेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी (एसपी) अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला किया.
उन्होंने कहा, 'उद्धव ठाकरे को राम मंदिर अभिषेक के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन नकली शिवसेना प्रमुख कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के डर से इसमें शामिल नहीं हुए. शरद पवार को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन चिकित्सा कारणों का हवाला देकर वह इसमें शामिल नहीं हुए. अब वह चुनाव प्रचार के लिए जगह-जगह जा रहे हैं. राम मंदिर निर्माण के लिए राहुल गांधी को आमंत्रित किया गया था, लेकिन वह भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए'.
उन्होंने कहा, 'ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे के सभी संस्कारों को त्याग दिया है, जबकि वर्तमान सीएम एकनाथ शिंदे उन्हें आगे बढ़ा रहे हैं. महाराष्ट्र में हमारी सरकार है. अब, राज्य में किसी भी उमेश को नहीं मारा जा सकता है. कोई भी ऐसा करने की हिम्मत नहीं कर सकता है'.
शाह ने कहा, 'राहुल गांधी ने हाल ही में अमरावती का दौरा किया था, लेकिन अमरावती में आपकी (राहुल) कोई नहीं सुनेगा. आपको पहले अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन करने चाहिए, तभी देश में आपकी बात सुनी जाएगी'. उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी ने न केवल काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाया, बल्कि आपदा प्रभावित केदारनाथ और बद्रीनाथ का पुनर्निर्माण भी किया'. अमित शाह ने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि उनका सत्ता में आने का सपना दरअसल शेखचिल्ली का सपना है.
पिछले चुनावों में नवनीत राणा का समर्थन करने के लिए शरद पवार द्वारा अमरावती के लोगों से माफी मांगने पर शाह ने कहा कि एनसीपी (SP) प्रमुख को पहले विदर्भ क्षेत्र के उन हजारों किसानों के परिवारों से माफी मांगनी चाहिए, जिन्होंने आत्महत्या की थी. उन्होंने आरोप लगाया, 'पवार, जो कई वर्षों तक केंद्रीय कृषि मंत्री थे, उन्होंने विदर्भ में सिंचाई सुविधाओं में सुधार के लिए कुछ नहीं किया'.
शाह ने कहा कि राज्य की 'महायुति' सरकार ने महाराष्ट्र में किसानों के लाभ के लिए कई परियोजनाएं शुरू की हैं. उन्होंने कहा, 'उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने 89,000 करोड़ रुपये की पेनगंगा इंटरलिंकिंग परियोजना शुरू की है, जिससे नागपुर, वर्धा, अमरावती, यवतमाल, अकोला और बुलढाणा में लगभग 4 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचाई के दायरे में आ जाएगी'. उन्होंने अमरावती स्थित फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे हत्याकांड को सुलझाने में 'कुछ नहीं करने' के लिए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर भी हमला किया.
शाह ने राजस्थान और महाराष्ट्र की रैलियों में कश्मीर और अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का उल्लेख करने की प्रासंगिकता पर सवाल उठाने के लिए कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे पर हमला किया. उन्होंने कांग्रेस पर यह अफवाह फैलाने का आरोप लगाया कि भाजपा संविधान बदल देगी. उन्होंने कहा, 'अनुच्छेद 370 को खत्म करके मोदी सरकार ने कश्मीर को मुख्य भूमि भारत से जोड़ दिया है, जबकि कांग्रेस ने 70 साल तक नाजायज बच्चे की तरह अनुच्छेद 370 को खड़ा किया.
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर से धारा 370 हटा दी. यह फैसला लेते समय राहुल गांधी ने चेतावनी दी थी कि अगर धारा 370 हटाई गई तो कश्मीर में खून-खराबा होगा. अनुच्छेद 370 हटने के पांच साल हो गए, कश्मीर में कोई खून-खराबा नहीं हुआ, पत्थरबाजी तो दूर की बात है. तीन तलाक को खत्म करके हमने सही मायनों में देश की मुस्लिम माताओं-बहनों की रक्षा की है'. शाह ने कहा कि उनकी पार्टी ऐसा कभी नहीं होने देगी.
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