कारवार: बीमारी से मौत के बाद एक व्यक्ति के शव को गांव वालों ने एम्बुलेंस के बजाय एक लकड़ी के सहारे टांगकर घर तक ले गए. कारवार नगर परिषद के अंतर्गत गुड्डल्ली गांव में रविवार को यह अजीबोगरीब घटना घटी.
गुड्डेहल्ली वार्ड क्रमांक 31 के राम मुन्नागौड़ा (75) को अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया गया लेकिन दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई. रविवार की सुबह-सुबह परिवार के लोग शव को एंबुलेंस में लेकर पहाड़ी पर पहुंचे. वहां से गुड्डेहल्ली तक के लिए कोई सड़क नहीं है. इसलिए सभी गांव वालों ने मिलकर शव को कंधे पर उठाकर चार किलोमीटर तक ले गए.
गांव के मंजूनाथ गौड़ा ने कहा कि यहां 350 से अधिक लोग रहते हैं. यहां पहुंचने के लिए पक्की सड़क नहीं है. गांव वालों को शहर पहुंचने के लिए हर रोज पैदल चलना पड़ता है. गांव में अगर कोई बीमार पड़ जाता है तो उसे बोरी में किसी तरह से उठाकर अस्पताल ले जाना पड़ता है. बरसात के मौसम में गांव वालों की परेशानी बयान नहीं की जा सकती.
मृतक राम मुन्नागौड़ा के बेटे रमेश ने कहा, 'शहर की सीमा में होने के बावजूद भी यहां कोई पक्की सड़क नहीं है. गांव में अगर कोई बीमार पड़ जाए तो उसे बड़ी मुश्किल से अस्पताल ले जाना पड़ता है. ऐसे हालात में कई बार मरीजों के अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ देते हैं. ऐसी कई घटना अब तक हो चुकी है लेकिन, सड़क की सुविधा नहीं दी गई है.
नगर परिषद के सदस्य रविराज अंकोलेकर ने कहा, 'पूर्व विधायक रूपाली नाईक के कार्यकाल में 1.5 किलोमीटर सड़क निर्माण के लिए अनुदान दिया गया था. हालांकि ठेकेदार की लापरवाही के कारण अभी तक सड़क का निर्माण नहीं हुआ है. इससे पहले के जिला कलेक्टर के संज्ञान में इस बात को लाया गया था लेकिन उन्होंने भी कोई कार्रवाई नहीं की. जब हमने सार्वजनिक निर्माण विभाग से पूछा तो ठेकेदार ने कहा कि वे बारिश का मौसम खत्म होने के बाद काम शुरू करेंगे. अगर ठेकेदार स्वीकृत काम शुरू नहीं करता है तो कार्रवाई की जाएगी.