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कनाडा में आतंकवादी हरदीप निज्जर की हत्या का वीडियो फुटेज सामने आया - Hardeep Singh nijjar killing

Hardeep Singh Nijjar killing Video: वीडियो में निज्जर को अपने ग्रे डॉज राम पिकअप ट्रक में गुरुद्वारे की पार्किंग से निकलते हुए दिखाया गया है. जैसे ही वह बाहर निकलने के करीब पहुंचता है, एक सफेद सेडान उसके सामने आ जाती है, जिससे उसकी गाड़ी रुक जाती है. सीबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, दो लोग दौड़ते हैं और निज्जर को गोली मार देते हैं.

Hardeep Singh Nijjar killing Video
आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर
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By ANI

Published : Mar 9, 2024, 9:40 AM IST

ओटावा : भारत में नामित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का कथित वीडियो फुटेज सामने आया है. इस वीडियो में निज्जर को हथियारबंद लोगों की ओर से गोली मारते हुए दिखाया गया है. जिसे कनाडा स्थित सीबीसी ने 'कॉन्ट्रैक्ट किलिंग' बताया है. समाचार रिपोर्ट में कहा गया है कि निज्जर को 18 जून, 2023 की शाम को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे से बाहर निकलते ही गोली मार दी गई थी. जिसमें उसकी मौत हो गई थी.

सीबीसी न्यूज के अनुसार, वीडियो द फिफ्थ एस्टेट की ओर से प्राप्त किया गया है और एक से अधिक स्रोतों की ओर से स्वतंत्र रूप से सत्यापित किया गया है. इस हमले को 'अत्यधिक समन्वित' बताया गया है उसमें छह लोग और दो वाहन शामिल थे. गुरु नानक सिख गुरुद्वारे के अध्यक्ष की स्पष्ट लक्षित हत्या के कारण अंततः प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया कि हत्या में भारत सरकार का हाथ था. एक दावा जिसका भारत ने खंडन किया और जिसके बाद कनाडा और भारत दोनों के बीच राजनयिक संबंधों में गिरावट आई.

द फिफ्थ एस्टेट ने इस मामले में प्रत्यक्षदर्शियों से बात की है. दो गवाह, जो घटना के समय पास के एक मैदान में फुटबॉल खेल रहे थे, ने खुलासा किया कि वे उस जगह की ओर भागे जहां से गोलियों की आवाज सुनायी दी थी. उन्होंने हमलावरों का पीछा करने की भी कोशिश की. एक प्रत्यक्षदर्शी भूपिंदरजीत सिंह सिद्धू ने द फिफ्थ एस्टेट को बताया कि हमने उन दो लोगों को भागते हुए देखा. हम उस ओर भागने लगे...जिधर से आवाज आ रही थी.

सिद्धू ने अपने दोस्त मलकीत सिंह से कहा कि वह पैदल चल रहे दो लोगों का पीछा करे, जबकि वह निज्जर की मदद करने की कोशिश कर रहा था. उन्होंने कहा कि मैंने उसकी छाती को दबाने की कोशिश की और उसे हिलाने की कोशिश की ताकि देख सके कि वह सांस ले रहा है या नहीं. लेकिन वह पूरी तरह से बेहोश था. वह सांस नहीं ले रहा था.

मलकीत सिंह ने कहा कि उन्होंने उन दोनों लोगों का तब तक पीछा किया जब तक वे टोयोटा कैमरी में नहीं चढ़ गए. सिंह ने कहा कि गली के आसपास से एक कार आई और वे उसमें सवार हो गए. उस कार में तीन अन्य लोग बैठे थे. हम बंदूकों से निकलने वाले धुएं को सूंघ सकते थे, बारुद की गंध हर जगह थी.

इस बीच, लगभग नौ महीने बाद, रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) ने अभी तक निज्जर की हत्या के संबंध में संदिग्धों का ना तो नाम जाहिर किया है और ना ही किसी की गिरफ्तारी की है. निज्जर की मृत्यु ने भारत और कनाडा के बीच एक बड़े राजनयिक विवाद को भी जन्म दिया.

पिछले साल सितंबर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की धरती पर निज्जर की हत्या में भारत के शामिल होने के आरोप लगाए थे. हालांकि, भारत ने आरोपों को 'बेतुका और राजनीति से प्रेरित' बताते हुए खारिज कर दिया था. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, कनाडा इस हत्या पर अपने दावे को साबित करने के लिए कोई सबूत पेश नहीं कर पाया है.

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ओटावा : भारत में नामित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का कथित वीडियो फुटेज सामने आया है. इस वीडियो में निज्जर को हथियारबंद लोगों की ओर से गोली मारते हुए दिखाया गया है. जिसे कनाडा स्थित सीबीसी ने 'कॉन्ट्रैक्ट किलिंग' बताया है. समाचार रिपोर्ट में कहा गया है कि निज्जर को 18 जून, 2023 की शाम को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे से बाहर निकलते ही गोली मार दी गई थी. जिसमें उसकी मौत हो गई थी.

सीबीसी न्यूज के अनुसार, वीडियो द फिफ्थ एस्टेट की ओर से प्राप्त किया गया है और एक से अधिक स्रोतों की ओर से स्वतंत्र रूप से सत्यापित किया गया है. इस हमले को 'अत्यधिक समन्वित' बताया गया है उसमें छह लोग और दो वाहन शामिल थे. गुरु नानक सिख गुरुद्वारे के अध्यक्ष की स्पष्ट लक्षित हत्या के कारण अंततः प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया कि हत्या में भारत सरकार का हाथ था. एक दावा जिसका भारत ने खंडन किया और जिसके बाद कनाडा और भारत दोनों के बीच राजनयिक संबंधों में गिरावट आई.

द फिफ्थ एस्टेट ने इस मामले में प्रत्यक्षदर्शियों से बात की है. दो गवाह, जो घटना के समय पास के एक मैदान में फुटबॉल खेल रहे थे, ने खुलासा किया कि वे उस जगह की ओर भागे जहां से गोलियों की आवाज सुनायी दी थी. उन्होंने हमलावरों का पीछा करने की भी कोशिश की. एक प्रत्यक्षदर्शी भूपिंदरजीत सिंह सिद्धू ने द फिफ्थ एस्टेट को बताया कि हमने उन दो लोगों को भागते हुए देखा. हम उस ओर भागने लगे...जिधर से आवाज आ रही थी.

सिद्धू ने अपने दोस्त मलकीत सिंह से कहा कि वह पैदल चल रहे दो लोगों का पीछा करे, जबकि वह निज्जर की मदद करने की कोशिश कर रहा था. उन्होंने कहा कि मैंने उसकी छाती को दबाने की कोशिश की और उसे हिलाने की कोशिश की ताकि देख सके कि वह सांस ले रहा है या नहीं. लेकिन वह पूरी तरह से बेहोश था. वह सांस नहीं ले रहा था.

मलकीत सिंह ने कहा कि उन्होंने उन दोनों लोगों का तब तक पीछा किया जब तक वे टोयोटा कैमरी में नहीं चढ़ गए. सिंह ने कहा कि गली के आसपास से एक कार आई और वे उसमें सवार हो गए. उस कार में तीन अन्य लोग बैठे थे. हम बंदूकों से निकलने वाले धुएं को सूंघ सकते थे, बारुद की गंध हर जगह थी.

इस बीच, लगभग नौ महीने बाद, रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) ने अभी तक निज्जर की हत्या के संबंध में संदिग्धों का ना तो नाम जाहिर किया है और ना ही किसी की गिरफ्तारी की है. निज्जर की मृत्यु ने भारत और कनाडा के बीच एक बड़े राजनयिक विवाद को भी जन्म दिया.

पिछले साल सितंबर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की धरती पर निज्जर की हत्या में भारत के शामिल होने के आरोप लगाए थे. हालांकि, भारत ने आरोपों को 'बेतुका और राजनीति से प्रेरित' बताते हुए खारिज कर दिया था. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, कनाडा इस हत्या पर अपने दावे को साबित करने के लिए कोई सबूत पेश नहीं कर पाया है.

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