देहरादून/नैनीताल: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर रोजाना सरकार कुछ ना कुछ नया करने की कोशिश कर रही है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई दिक्कत ना हो. 10 मई को कपाट खुलने के बाद से लेकर आज तक इसी बात पर चर्चा हो रही है कि भीड़ के मामले में उत्तराखंड के चारधाम सारे रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. यही नहीं, कई बड़े सेलिब्रिटीज भी यहां दर्शन करने पहुंचे हैं. 30 मई को देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी परिवार सहित कैंची धाम पहुंचे.
चारधाम आ चुके हैं 13 लाख से ज्यादा श्रद्धालु: एक आंकड़े के मुताबिक 10 मई से लेकर आज तक 13 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. सरकार से लेकर सिस्टम में इसी बात पर चर्चा हो रही है कि इतने अधिक श्रद्धालु भला कैसे मैनेज होंगे. हालांकि पंजीकरण के बाद श्रद्धालुओं को आज भी भेजा भी जा रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भीड़ के मामले में चारधाम से भी एक कदम आगे बढ़कर उत्तराखंड के एक और धाम ने रिकॉर्ड बनाया है.
कैंची धाम में रिकॉर्ड तोड़ भक्त पहुंचे: यह बात आपको शायद मालूम ना हो, लेकिन चारधाम से कई किलोमीटर दूर स्थित कुमाऊं में विराजे भगवान हनुमान के अवतार कैंची धाम के दर्शन के लिए भी 15 मार्च से लेकर 28 मई तक लगभग 15 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिए हैं. खास बात यह है कि इतने अधिक श्रद्धालुओं के आगमन के दौरान भी यहां पर ना तो कोई अव्यवस्था हुई, ना ही किसी की मृत्यु हुई. यहां यात्रा मैनेजमेंट और नैनीताल पुलिस प्रशासन का कुशल प्रबंधन कैसा है, इस बात का अंदाजा इस भीड़ के सकुशल दर्शन से लगाया जा सकता है. कैंची धाम में दर्शन करने वालों की संख्या रोजाना बढ़ रही है. क्या आम और क्या खास, हर कोई यहां पर जाकर शीश नवाना चाहता है.
शांति से हुए 15 लाख लोगों को दर्शन: बीते लगभग 10 साल से कैंची धाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है. कुमाऊं के अल्मोड़ा और नैनीताल मार्ग पर स्थित यह छोटा सा धाम भक्ति का बड़ा केंद्र बनता जा रहा है. बीते दिनों कई बड़ी हस्तियों ने भी यहां आकर माथा टेका है. खूबसूरत पहाड़ियों के बीच बने नीब करौरी बाबा के इस मंदिर में रोजाना हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. इस मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए हनुमान जी की एक प्राचीन मूर्ति और अन्य भगवान के छोटे-छोटे मंदिरों के साथ एक मूर्ति बाबा नीब करौरी की भी लगी हुई है.
यहां पर बैठकर हर भक्त भक्ति में खो जाता है. इस मंदिर में आ रही भीड़ आखिरकार कैसे रोजाना सकुशल दर्शन कर लेती है, जबकि मंदिर का प्रांगण ही मात्र एक समय में 500 से 700 श्रद्धालुओं के लिए ही बना है. हालांकि लंबी लाइन लगाकर बारी-बारी से और बेहद शांत मन से हर भक्त यहां पर दर्शन करने के लिए आता है. भक्तों की इतनी अधिक संख्या देखने के बाद राज्य सरकार भी इस धाम के आसपास का पूरा कायाकल्प करने जा रही है. इतना ही नहीं कई तरह की योजनाएं भी शुरू की जा रही हैं ताकि और अधिक श्रद्धालु कैंची धाम तक पहुंच सकें.
कैंची धाम को शटल सेवा से जोड़ा जाएगा: उत्तराखंड के कैंची धाम को लेकर राज्य सरकार ने अब तक जो योजना बनाई है, उसमें कैंची धाम को टू लेन सड़क से जोड़ने के साथ ही लगभग 60 करोड़ रुपए की एक डीपीआर भी बनाई गई है. इसके तहत जल्द ही कैंची धाम के आसपास ग्रीन कॉरिडोर, फूड कोर्ट, योग स्थल, धर्मशाला और पार्किंग भी तैयार किया जा रहा है. इन सभी योजनाओं को पूरा करने के साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैंची धाम में अब एक नई योजना की शुरुआत करने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं.
राज्य सरकार जल्द ही उत्तराखंड के तमाम शहरों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों से भी राज्य के कैंची धाम के लिए शटल सेवा शुरू करने जा रही है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि जल्द से जल्द इस काम को धरातल पर उतर जाए, ताकि उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालु कैंची धाम भी आसानी से जा सकें. आपको बता दें कि राज्य सरकार मानस खंड कॉरिडोर से भी कैंची धाम को जोड़ रही है. इसके साथ ही रेलवे द्वारा शुरू की गई कुमाऊं के लिए स्पेशल ट्रेन, जिसमें आने वाले श्रद्धालु कुमाऊं के तमाम ऐतिहासिक जगह के दर्शन करेंगे, उसमें भी कैंची धाम को जोड़ा गया है.
दर्शन करने पहुंचे उपराष्ट्रपति: कैंची धाम में आने वाले आम श्रद्धालु और खास श्रद्धालुओं की संख्या साल दर साल बढ़ रही है. कैंची धाम के प्रति लोगों की आस्था का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि क्रिकेट के सरताज विराट कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा हों या महेंद्र सिंह धोनी और साक्षी हों सब यहां दर्शन करने आ चुके हैं. अनुपम खेर और देश दुनिया के तमाम बड़े बिजनेस से जुड़े हुए लोग भी इस धाम के दरवाजे पर माथा टेक चुके हैं. आज ऐसा पहली बार हुआ जब कोई संवैधानिक पद पर बैठा हुआ व्यक्ति कैंची धाम के दर्शन करने पहुंचा. आज यानी 30 मई को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पंतनगर यूनिवर्सिटी में छात्रों के एक कार्यक्रम में प्रतिभाग करने आए हैं. इससे पहले वो कैंची धाम पहुंचे और धाम में उपराष्ट्रपति अच्छा खासा समय बिताया.
सकुशल दर्शन हों यही रहती है हमारी जिम्मेदारी: कैंची धाम में रोजाना हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ को सकुशल दर्शन करवाना हो या फिर ट्रैफिक जाम की समस्या से पार पाना हो, इसको लेकर नैनीताल के एसएसपी प्रह्लाद मीणा कहते हैं बीते कुछ समय से नैनीताल आने वाले व्यक्ति कैंची धाम भी जाते हैं. हम यह मानते हैं कि कैंची धाम और नैनीताल के बीच की रोड अभी फिलहाल छोटी है. फिर भी इस मार्ग पर हमारे जवान मुस्तैदी के साथ तैनात रहते हैं. हमारी कोशिश यही रहती है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई भी दिक्कत ना हो. एक आंकड़े के मुताबिक अब तक 15 मार्च से लेकर 28 मई तक 15 लाख से अधिक श्रद्धालु कैंची धाम के दर्शन कर चुके हैं. हमारी कोशिश यही रहती है कि भीड़ की वजह से किसी को कोई दिक्कत ना आए. मंदिर के आसपास भी हमारे जवान तैनात रहते हैं.
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