बेंगलुरु: कर्नाटक के पांच मंत्रियों ने गंभीर आरोप लगाया है कि 'प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अधिकारियों पर दबाव बना रहा है कि वे वाल्मीकि घोटाले में सीएम और डीप्टी सीएम समेत मंत्रियों का नाम उजागर करें.' मंत्री केजे जॉर्ज, कृष्णभाईगौड़ा, दिनेश गुंडूराव, प्रियांक खड़गे और संतोष लाड ने गुरुवार को विधानसभा में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और केंद्र सरकार और ईडी पर हमला बोला.
मंत्री ने आरोप लगाया कि 'ईडी अधिकारियों पर दबाव बना रहा है कि वाल्मीकि विकास निगम घोटाले में सीएम, डीप्टी सीएम और मंत्रियों का नाम जोड़ा जाए. हम कानूनी तौर पर आपकी रक्षा करेंगे. केंद्र सरकार सर्जिकल स्ट्राइक की तरह विपक्ष पर हमला करने के लिए आईटी, ईडी, सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है.'
राज्य सरकार को गिराने की कोशिश: मंत्री ने आरोप लगाया कि 'केंद्र सरकार ईडी का इस्तेमाल कर कांग्रेस सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है. वाल्मीकि निगम घोटाले की जांच की जा रही है. ईडी जांच के दायरे में आए लोगों पर सरकार के उच्च पदों पर बैठे लोगों के नाम उजागर करने का दबाव बना रही है. यह गंभीर आरोप है कि केंद्र सरकार चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है.'
मंत्री कृष्णा बायरेगौड़ा ने आरोप लगाया कि 'जांच से जुड़ी जानकारियों को चुनिंदा तरीके से लीक किया जा रहा है. ईडी का प्रेस बयान जारी होने से पहले जानकारी कैसे लीक हो गई? उन्हें जांच करके कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने दीजिए. वे राजनीतिक उद्देश्यों के लिए जांच से जुड़ी जानकारियां लीक कर रहे हैं.'
मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा कि 'पिछले 10 सालों में केंद्र ने ईडी, आईटी, सीबीआई के जरिए कितनी सरकारें गिराई हैं. गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश में सरकारें गिरी हैं. 444 विधायकों को खरीदा गया. भाजपा के खिलाफ भी आईटी और ईडी के मामले हैं. उनके खिलाफ सभी मामले लंबित क्यों हैं?'