प्रयागराज : जिले के SRN अस्पताल में तैनात डॉक्टर ने शनिवार की देर रात अपनी कार में आत्महत्या कर ली. कार हॉस्पिटल के कैंपस में ही खड़ी थी. स्टाफ की जानकारी पर DCP सिटी समेत अन्य पुलिस अफसर टीम के साथ मौके पर पहुंच गए. चिकित्सक के हाथ पर इंजेक्शन लगाए जाने के निशान मिले हैं. सीरिंज और दवा की एक शीशी भी मिली है. मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. हत्या की वजह अभी सामने नहीं आ पाई है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. साथी डॉक्टरों से जानकारी जुटाई जा रही है.
उत्तराखंड के कोटद्वार के अपार कालावड इलाके के रहने वाले डॉ. कार्तिकेय श्रीवास्तव प्रयागराज के स्वरूप रानी अस्पताल में कार्यरत थे. वह स्टैनली रोड पर रहते थे. शनिवार की रात करीब 11.30 बजे वह हॉस्पिटल से निकले थे. कैंपस में ही उनकी कार भी खड़ी थी. इसके कुछ देर बाद अन्य चिकित्सक भी घर जाने लगे तो उन्होंने कार में डॉ. कार्तिकेय की लाश देख पुलिस को सूचना दे दी.
डीसीपी सिटी अभिषेक भारतीय समेत पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने वाहन की तलाशी ली. कार में सीरिंज और दवा की शीशी मिली. हाथ पर इंजेक्शन लगाने के निशान भी मिले. डीसीपी सिटी ने बताया कि चिकित्सक ने आत्महत्या की है. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण का पता चल पाएगा. सबूत जुटाए गए हैं. पुलिस अस्पताल में तैनात अन्य चिकित्सकों से भी डॉ. कार्तिकेय के बारे में जानकारी जुटा रही है.
डॉ. कार्तिकेय तीन भाइयों और एक बहन में दूसरे नंबर पर थे. उनके दो भाई अंकित और अक्षत हैं. ये दोनों भी डॉक्टर हैं. बहन अदिति जेल अधीक्षक हैं. इनके पिता का नाम कृष्ण कुमार श्रीवास्तव जबकि मां का नाम प्रतिभा है. एक साल पहले 13 अक्टूबर को इसी हॉस्पिटल की एमबीबीएस थर्ड ईयर की छात्रा श्रुति श्रीवास्तव ने भी सुसाइड कर लिया था. वह लखनऊ की रहने वाली थी. पिता ने एक छात्रा पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था.
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