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उत्तराखंड के हेमंत पांडे ने कर दिया कमाल, 13 साल की उम्र में वर्ल्ड हिस्ट्री पर लिख डाली किताब - Hemant Wrote World History Book

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 13, 2024, 2:53 PM IST

Hemant Pandey Wrote World History Book in Ramnagar रामनगर के 13 साल के हेमंत पांडे ने वर्ल्ड हिस्ट्री पर किताब लिखकर सबको हैरत में डाल दिया है. हेमंत को 133 पेज की यह किताब लिखने में 6 महीने से ज्यादा का समय लगा है.

Hemant Pandey Wrote World History Book
हेमंत पांडे के लिखे किताब का विमोचन (फोटो- ईटीवी भारत)
छात्र हेमंत पांडे के बुक का विमोचन (वीडियो- ईटीवी भारत)

रामनगर: उत्तराखंड में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. अपनी प्रतिभा के दम पर बच्चे देश ही नहीं बल्कि, दुनिया में भी नाम कमा रहे हैं. ऐसा ही एक कारनामा रामनगर के 8वीं कक्षा में पढ़ने वाले हेमंत पांडे ने किया है. हेमंत ने 13 साल की उम्र पढ़ाई के साथ वर्ल्ड हिस्ट्री पर बुक लिखकर सबको हैरतअंगेज कर दिया है.

बता दें कि रामनगर के एक निजी विद्यालय में पढ़ने वाले आठवीं कक्षा के छात्र हेमंत पांडे ने पढ़ाई के साथ छोटी उम्र में ही वर्ल्ड हिस्ट्री पर एक किताब लिखी है. जिसका देर शाम रामनगर के ढिकुली क्षेत्र के निजी रिसोर्ट में भव्य तरीके से विमोचन हुआ. हेमंत ने THE TALE OF THE EXPLORERS, Story of Humanity with Time (खोजकर्ताओं की कहानी, समय के साथ मानवता की कहानी) किताब लिखी है. जो पूरे विश्व पर आधारित है. यह किताब 133 पेज की है. जिसे लिखने में हेमंत को 6 महीने से ज्यादा का समय लगा है.

Hemant Pandey Wrote World History Book
हेमंत पांडे की किताब (फोटो- ईटीवी भारत)

छात्र हेमंत पांडे ने कहा कि जब उसने किताब लिखना शुरू किया तो उस वक्त केवल अपनी जानकारी के लिए इन्फॉरमेशन के तौर पर वो लिख रहे थे, लेकिन लिखते-लिखते वो 100 पेज में बदल गई. जिसके बाद तो उन्होंने एक किताब ही लिख डाली. जिसमें उनके पिताजी की प्रेरणा काम आई. हेमंत ने बताया कि उनके इस किताब को मनुष्य इस पृथ्वी पर कब से रह रहे हैं? कैसे मानव का विकास हुआ? आदि की जानकारी समेटी है.

इंसानों का विकास कई कालखंड में हुआ है. इसलिए इसे ठीक से समझने के लिए इतिहास को युगों या कालखंडों में विभाजित किया है. किसी काल या युग को हम उसकी निरंतरता से परिभाषित करते हैं, जब निरंतरता में परिवर्तन होता है तो एक नए युग का आरंभ होता है. इन्ही सभी बिंदुओं पर उन्होंने एक किताब को लिखा है. हेमंत के पिता एमपी हिंदू इंटर कॉलेज में शिक्षक के पद पर तैनात हैं. वहीं, बेटे की इस उपलब्धि पर उनके पिता प्रभाकर पांडे गर्व महसूस कर रहे हैं.

बच्चों को रचनात्मक तरीके से आगे बढ़ने का मौका दें अभिभावक: वहीं, हेमंत पांडे के पुस्तक के विमोचन में पहुंचे प्रोफेसर डीएस बिष्ट ने कहा कि आज बच्चे लिखने और पढ़ने से दूर जा रहे हैं. ऐसे में सभी अभिभावक अपने बच्चों को ऐसा माहौल दें कि वो रचनात्मक तरीके से आगे बढ़ सकें. उन्होंने कहा कि छोटी उम्र में किताब लिखना अपने आप में बड़ी बात है. इसको लेकर उन्होंने हेमंत और उसके परिवार को बधाई दी.

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छात्र हेमंत पांडे के बुक का विमोचन (वीडियो- ईटीवी भारत)

रामनगर: उत्तराखंड में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. अपनी प्रतिभा के दम पर बच्चे देश ही नहीं बल्कि, दुनिया में भी नाम कमा रहे हैं. ऐसा ही एक कारनामा रामनगर के 8वीं कक्षा में पढ़ने वाले हेमंत पांडे ने किया है. हेमंत ने 13 साल की उम्र पढ़ाई के साथ वर्ल्ड हिस्ट्री पर बुक लिखकर सबको हैरतअंगेज कर दिया है.

बता दें कि रामनगर के एक निजी विद्यालय में पढ़ने वाले आठवीं कक्षा के छात्र हेमंत पांडे ने पढ़ाई के साथ छोटी उम्र में ही वर्ल्ड हिस्ट्री पर एक किताब लिखी है. जिसका देर शाम रामनगर के ढिकुली क्षेत्र के निजी रिसोर्ट में भव्य तरीके से विमोचन हुआ. हेमंत ने THE TALE OF THE EXPLORERS, Story of Humanity with Time (खोजकर्ताओं की कहानी, समय के साथ मानवता की कहानी) किताब लिखी है. जो पूरे विश्व पर आधारित है. यह किताब 133 पेज की है. जिसे लिखने में हेमंत को 6 महीने से ज्यादा का समय लगा है.

Hemant Pandey Wrote World History Book
हेमंत पांडे की किताब (फोटो- ईटीवी भारत)

छात्र हेमंत पांडे ने कहा कि जब उसने किताब लिखना शुरू किया तो उस वक्त केवल अपनी जानकारी के लिए इन्फॉरमेशन के तौर पर वो लिख रहे थे, लेकिन लिखते-लिखते वो 100 पेज में बदल गई. जिसके बाद तो उन्होंने एक किताब ही लिख डाली. जिसमें उनके पिताजी की प्रेरणा काम आई. हेमंत ने बताया कि उनके इस किताब को मनुष्य इस पृथ्वी पर कब से रह रहे हैं? कैसे मानव का विकास हुआ? आदि की जानकारी समेटी है.

इंसानों का विकास कई कालखंड में हुआ है. इसलिए इसे ठीक से समझने के लिए इतिहास को युगों या कालखंडों में विभाजित किया है. किसी काल या युग को हम उसकी निरंतरता से परिभाषित करते हैं, जब निरंतरता में परिवर्तन होता है तो एक नए युग का आरंभ होता है. इन्ही सभी बिंदुओं पर उन्होंने एक किताब को लिखा है. हेमंत के पिता एमपी हिंदू इंटर कॉलेज में शिक्षक के पद पर तैनात हैं. वहीं, बेटे की इस उपलब्धि पर उनके पिता प्रभाकर पांडे गर्व महसूस कर रहे हैं.

बच्चों को रचनात्मक तरीके से आगे बढ़ने का मौका दें अभिभावक: वहीं, हेमंत पांडे के पुस्तक के विमोचन में पहुंचे प्रोफेसर डीएस बिष्ट ने कहा कि आज बच्चे लिखने और पढ़ने से दूर जा रहे हैं. ऐसे में सभी अभिभावक अपने बच्चों को ऐसा माहौल दें कि वो रचनात्मक तरीके से आगे बढ़ सकें. उन्होंने कहा कि छोटी उम्र में किताब लिखना अपने आप में बड़ी बात है. इसको लेकर उन्होंने हेमंत और उसके परिवार को बधाई दी.

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