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देहरादून गोलीकांड: पुलिस मुठभेड़ के बाद मुख्य आरोपी राजस्थान से अरेस्ट, कुल 5 की गिरफ्तारी, एक की हुई थी मौत-दो घायल - Dehradun Raipur Shoot Out

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jun 18, 2024, 4:03 PM IST

Updated : Jun 18, 2024, 4:52 PM IST

देहरादून गोलीकांड में पुलिस ने चौथे और मुख्य आरोपी को भी मुठभेड़ के बाद राजस्थान से गिरफ्तार किया है. वहीं पांचवें आरोपी को देहरादून से ही गिरफ्तार किया गया है. हालांकि अभी भी दो आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. इस गोली में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

Dehradun shootout
पुलिस की गिरफ्त में मुख्य आरोपी. (ETV Bharat)

देहरादून गोलीकांड का मुख्य आरोपी पुलिस मुठभेड़ के बाद राजस्थान से अरेस्ट (ईटीवी भारत.)

देहरादून: राजधानी देहरादून के डोभाल चौक गोली कांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने मुख्य आरोपी रामवीर को मुठभेड़ के बाद राजस्थान के कोटपुतली जिले के थाना बेहरोल सदर से गिरफ्तार किया है. वहीं, पांचवें आरोपी अंकुश को भी देहरादून शांति विहार से अरेस्ट किया गया है. मुख्य आरोपी समेत इस गोलीकांड में पांच आरोपियों की गिरफ्तार हो चुकी है. दो अन्य आरोपी मनीष और योगेश फरार चल रहे हैं.

इस गोलीकांड में रवि की हुई थी मौत: इस गोलीकांड में रवि बडोला उर्फ दीपक नाम के व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं रवि के दो साथी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिनका हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है. वहीं, आरोपियों के खिलाफ सख्य कार्रवाई की मांग को लेकर आज 18 जून मंगलवार को रवि बडोला के परिजनों और स्थानीय लोगों ने इलाके का बाजार बंद कराकर विरोध प्रदर्शन किया. रवि के परिजनों की मांग है कि आरोपियों को फांसी दी जाए और आरोपी भारद्वाज के घर पर बुलडोजर चलाया जाना चाहिए.

मृतक की पत्नी का पुलिस पर आरोप: वहीं दूसरी ओर मृतक रवि बडोला की पत्नी पूर्वी बडोला भी अपने परिजनों के साथ घर के बाहर सड़क पर धरने पर बैठी. पूर्वी बडोला ने आरोप लगाया कि पुलिस ने सही तरह से मामले की छानबीन नहीं की है. बता दें कि 16 जून की रात रायपुर थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि डोभाल चौक पर फायरिंग हुई, जिसमें दो से तीन लोग घायल हो गए. फायरिग करने के बाद बदमाश कार से फरार हो गए थे.

शहर छोड़कर भागने की फिराक में थे आरोपी: इसके बाद देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने तत्काल इलाके में नाकेबंदी के आदेश दिए थे. आरोपी दिल्ली रोड से होते यूपी भागने की फिराक में थे, लेकिन आशारोड़ी बैरियर पर पुलिस को देख आरोपी वहीं अपना वाहन छोड़कर जंगल की तरफ भाग गए. वहीं गोली लगने से घायल हुए सुभाष क्षेत्री को उसके परिजनों ने उपचार के लिए कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया था. वहीं दूसरे घायल मनोज नेगी को पुलिस ने एम्बुलेंस के जरिए दून अस्पताल भर्ती कराया था.

रामवीर है मुख्य आरोपी: वहीं, जब पुलिस ने घायलों से पूछताछ की तो पता चला कि देवेंद्र कुमार उर्फ सोनू भारद्वाज और मोनू भारद्वाज निवासी गढ़वाली कॉलोनी रायपुर देहरादून ब्याज का काम करते हैं. जिसके घर में कुछ दिनों से रामवीर (निवासी मुजफ्फरनगर), योगेश (निवासी मेरठ) और मनीष (निवासी पटना) रह रहे थे. रामवीर के खिलाफ हत्या के कई मुकदमें दर्ड हैं और वर्तमान में जेल से पैरोल में आया हुआ था. इनके साथ एक अन्य मित्र अंकुश (निवासी शिवलोक कॉलोनी देहरादून) भी था. चारों व्यक्ति सोनू भारद्वाज के घर आते रहते थे.

रवि को बिना बताए सागर ने गिरवी रखी थी कार: बीती 15 जून को सागर यादव निवासी नेहरू ग्राम ने रवि बडोला उर्फ दीपक की कार को बिना उसकी रजामंदी के सोनू भारद्वाज के यहां सवा चार लाख रुपए में गिरवी रखा थी. जब रवि बडोला को इसकी जानकारी लगी तो उसने सागर यादव उर्फ शम्भू यादव से अपनी गाड़ी वापस मांगी.

आरोप है कि शम्भू यादव ने रवि बडोला के साथ गाली गलौच और गाड़ी वापस न देने की धमकी दी, जिस पर दीपक बडोला ने सोनू भारद्वाज से अपना वाहन वापस मांगने के लिए संपर्क किया, लेकिन सोनू भारद्वाज ने भी वाहन देने से मना कर दिया. विवाद बढ़ा तो रवि ने अपने दोस्त सुभाष क्षेत्री, मनोज नेगी समेत कुछ अन्य लोगों को मौके पर बुलाया.

16 जून को हुई घटना: उसके बाद 16 जून को रवि बडोला अपने दोस्त संजय क्षेत्री और मनोज नेगी के साथ अपना वाहन वापस मांगने सोनू भारद्वाज के घर गया. घर के पास सोनू भारद्वाज, मोनू भारद्वाज, रामवीर, मनीष, अंकुश, योगेश ने उन पर फायरिंग कर दी. इस फायरिग में सुभाष क्षेत्री, मनोज नेगी और रवि बडोला गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसके बाद सुभाष क्षेत्री को उसके परिजन पहले कैलाश अस्पताल व उसके बाद इन्द्रेश अस्पताल ले गये. वहीं मनोज नेगी को पुलिस ने दून हॉस्पिटल में भर्ती कराया. बाद में परिजनों ने उसे भी इन्द्रेश हॉस्पिटल लेकर गए. वर्तमान में दोनों घायलों का इन्द्रेश अस्पताल इलाज चल रहा है. लेकिन तीसरा घायल रवि बडोला 16 जून रात को गोली लगने से बाद से ही गायब थी, जिसकी पुलिस और परिजन इधर-उधर तलाश कर रहे थे, जिसकी लाश 17 जून सुबह को डोभाल चौक के पास नाले में मिली.

घटना में शामिल सात लोग शामिल थे, जिसमें से पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. गोलीकांड में शामिल में देवेंद्र उर्फ सोनू भारद्वाज और उसके भाई मोनू शर्मा व शम्भू यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. चौथे और मुख्य आरोपी रामवीर को राजस्थान के कोटपुतली जिले से गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही देहरादून शांति विहार से आरोपी अंकुश को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.

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देहरादून गोलीकांड का मुख्य आरोपी पुलिस मुठभेड़ के बाद राजस्थान से अरेस्ट (ईटीवी भारत.)

देहरादून: राजधानी देहरादून के डोभाल चौक गोली कांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने मुख्य आरोपी रामवीर को मुठभेड़ के बाद राजस्थान के कोटपुतली जिले के थाना बेहरोल सदर से गिरफ्तार किया है. वहीं, पांचवें आरोपी अंकुश को भी देहरादून शांति विहार से अरेस्ट किया गया है. मुख्य आरोपी समेत इस गोलीकांड में पांच आरोपियों की गिरफ्तार हो चुकी है. दो अन्य आरोपी मनीष और योगेश फरार चल रहे हैं.

इस गोलीकांड में रवि की हुई थी मौत: इस गोलीकांड में रवि बडोला उर्फ दीपक नाम के व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं रवि के दो साथी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिनका हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है. वहीं, आरोपियों के खिलाफ सख्य कार्रवाई की मांग को लेकर आज 18 जून मंगलवार को रवि बडोला के परिजनों और स्थानीय लोगों ने इलाके का बाजार बंद कराकर विरोध प्रदर्शन किया. रवि के परिजनों की मांग है कि आरोपियों को फांसी दी जाए और आरोपी भारद्वाज के घर पर बुलडोजर चलाया जाना चाहिए.

मृतक की पत्नी का पुलिस पर आरोप: वहीं दूसरी ओर मृतक रवि बडोला की पत्नी पूर्वी बडोला भी अपने परिजनों के साथ घर के बाहर सड़क पर धरने पर बैठी. पूर्वी बडोला ने आरोप लगाया कि पुलिस ने सही तरह से मामले की छानबीन नहीं की है. बता दें कि 16 जून की रात रायपुर थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि डोभाल चौक पर फायरिंग हुई, जिसमें दो से तीन लोग घायल हो गए. फायरिग करने के बाद बदमाश कार से फरार हो गए थे.

शहर छोड़कर भागने की फिराक में थे आरोपी: इसके बाद देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने तत्काल इलाके में नाकेबंदी के आदेश दिए थे. आरोपी दिल्ली रोड से होते यूपी भागने की फिराक में थे, लेकिन आशारोड़ी बैरियर पर पुलिस को देख आरोपी वहीं अपना वाहन छोड़कर जंगल की तरफ भाग गए. वहीं गोली लगने से घायल हुए सुभाष क्षेत्री को उसके परिजनों ने उपचार के लिए कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया था. वहीं दूसरे घायल मनोज नेगी को पुलिस ने एम्बुलेंस के जरिए दून अस्पताल भर्ती कराया था.

रामवीर है मुख्य आरोपी: वहीं, जब पुलिस ने घायलों से पूछताछ की तो पता चला कि देवेंद्र कुमार उर्फ सोनू भारद्वाज और मोनू भारद्वाज निवासी गढ़वाली कॉलोनी रायपुर देहरादून ब्याज का काम करते हैं. जिसके घर में कुछ दिनों से रामवीर (निवासी मुजफ्फरनगर), योगेश (निवासी मेरठ) और मनीष (निवासी पटना) रह रहे थे. रामवीर के खिलाफ हत्या के कई मुकदमें दर्ड हैं और वर्तमान में जेल से पैरोल में आया हुआ था. इनके साथ एक अन्य मित्र अंकुश (निवासी शिवलोक कॉलोनी देहरादून) भी था. चारों व्यक्ति सोनू भारद्वाज के घर आते रहते थे.

रवि को बिना बताए सागर ने गिरवी रखी थी कार: बीती 15 जून को सागर यादव निवासी नेहरू ग्राम ने रवि बडोला उर्फ दीपक की कार को बिना उसकी रजामंदी के सोनू भारद्वाज के यहां सवा चार लाख रुपए में गिरवी रखा थी. जब रवि बडोला को इसकी जानकारी लगी तो उसने सागर यादव उर्फ शम्भू यादव से अपनी गाड़ी वापस मांगी.

आरोप है कि शम्भू यादव ने रवि बडोला के साथ गाली गलौच और गाड़ी वापस न देने की धमकी दी, जिस पर दीपक बडोला ने सोनू भारद्वाज से अपना वाहन वापस मांगने के लिए संपर्क किया, लेकिन सोनू भारद्वाज ने भी वाहन देने से मना कर दिया. विवाद बढ़ा तो रवि ने अपने दोस्त सुभाष क्षेत्री, मनोज नेगी समेत कुछ अन्य लोगों को मौके पर बुलाया.

16 जून को हुई घटना: उसके बाद 16 जून को रवि बडोला अपने दोस्त संजय क्षेत्री और मनोज नेगी के साथ अपना वाहन वापस मांगने सोनू भारद्वाज के घर गया. घर के पास सोनू भारद्वाज, मोनू भारद्वाज, रामवीर, मनीष, अंकुश, योगेश ने उन पर फायरिंग कर दी. इस फायरिग में सुभाष क्षेत्री, मनोज नेगी और रवि बडोला गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसके बाद सुभाष क्षेत्री को उसके परिजन पहले कैलाश अस्पताल व उसके बाद इन्द्रेश अस्पताल ले गये. वहीं मनोज नेगी को पुलिस ने दून हॉस्पिटल में भर्ती कराया. बाद में परिजनों ने उसे भी इन्द्रेश हॉस्पिटल लेकर गए. वर्तमान में दोनों घायलों का इन्द्रेश अस्पताल इलाज चल रहा है. लेकिन तीसरा घायल रवि बडोला 16 जून रात को गोली लगने से बाद से ही गायब थी, जिसकी पुलिस और परिजन इधर-उधर तलाश कर रहे थे, जिसकी लाश 17 जून सुबह को डोभाल चौक के पास नाले में मिली.

घटना में शामिल सात लोग शामिल थे, जिसमें से पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. गोलीकांड में शामिल में देवेंद्र उर्फ सोनू भारद्वाज और उसके भाई मोनू शर्मा व शम्भू यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. चौथे और मुख्य आरोपी रामवीर को राजस्थान के कोटपुतली जिले से गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही देहरादून शांति विहार से आरोपी अंकुश को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.

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Last Updated : Jun 18, 2024, 4:52 PM IST
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