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कांग्रेस नेता ने रेड मारने आई ED से ही मांग लिया चंदा! छापे के बाद हरक सिंह रावत का पहला इंटरव्यू

Harak Singh Rawat Reactions on ED Raid उत्तराखंड कांग्रेस के नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की कार्रवाई की. इसके साथ ही हरक सिंह के करीबियों के घरों पर भी रेड मारी गई. हरक सिंह रावत के ठिकानों पर रेड के बाद सियासत तेज हो गई है. वहीं ईटीवी भारत ने रेड के बाद सबसे पहले हरक सिंह रावत से बात की.

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कांग्रेस नेता ने रेड मारने आई ED से ही मांग लिया चंदा!
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 8, 2024, 2:01 PM IST

Updated : Feb 8, 2024, 5:14 PM IST

कांग्रेस नेता ने रेड मारने आई ED से ही मांग लिया चंदा!

देहरादून: उत्तराखंड में एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट की टीम ने छापेमारी के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत से कई सवाल किये. दरअसल ED की टीम एक दो नहीं बल्कि ऐसे कई सवालों के जवाब चाहती थी जो कि हरक सिंह रावत से सीधे ताल्लुक रखते थे. हरक सिंह रावत की सहसपुर स्थित जमीन से लेकर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हुए अवैध कामों के बारे में ईडी की टीम ने उनसे सवाल किये. सुबह 7 बजे घर में अचानक आ धमकी ईडी टीम हरक सिंह रावत से उनके आय के स्रोत के बारे में भी जानकारी चाहती थी.

घर से मिला 3 लाख कैश: पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के घर पर जब सुबह ED की टीम पहुंची तो घर में मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया. अभी हरक सिंह रावत सो कर उठे ही थे कि टीम में मौजूद करीब 6 से 7 लोगों ने हरक सिंह रावत को घेर लिया. ईडी की टीम ने घर की तलाशी लेनी शुरू की. तलाशी में हरक सिंह रावत के घर से करीब 3 लाख 50 हज़ार रुपए कैश बरामद हुआ. यह पैसा हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति की आलमारी से मिला. इसके अलावा हरक सिंह रावत की पत्नी दीप्ति के पास करीब ₹40,000 कैश मिले. हरक सिंह रावत ने कैश मिले इन रुपयों की जानकारी ED को दी.

हरक सिंह की संपत्ति के बारे में ईडी ने जुटाई जानकारी: इसके बाद हरक सिंह रावत से पूछताछ का सिलसिला शुरू हो गया. सबसे पहले हरक सिंह रावत की कुल संपत्ति की जानकारी ED की टीम ने मांगी. इसके बाद हरक सिंह से उनकी सहसपुर स्थित जमीन के बारे में पूछा गया. इसकी खरीद को लेकर कुछ क्रॉस क्वेश्चन भी किए गए. ईडी की टीम ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हुए अवैध कार्यों को लेकर भी जानकारी हरक सिंह रावत से ली. साथ ही इसमें हरक सिंह रावत की भूमिका के बारे में जानकारी जुटाई.

लॉकर की चाबी और दस्तावेज साथ ले गई ई़डी: हरक सिंह रावत ने कहा जो भूमिका उस दौरान मुख्यमंत्री की थी, वही भूमिका उनकी भी थी. वह इन योजनाओं को स्वीकृत करने के प्रयास तक ही सीमित थे. हरक सिंह रावत के घर पहुंची ED की टीम ने अब हरक सिंह रावत से उनके आय के स्रोत पूछे. टीम ने छानबीन करने के बाद कई दस्तावेज भी खंगाले. इसके बाद रात करीब 10 बजे सहसपुर की जमीन के दस्तावेज, एक लॉकर की चाबी और उनकी बहू के NGO के कागज ईडी अपने साथ लेकर गई.

कानूनी लड़ाई लड़ेंगे हरक सिंह रावत: इस पूरे मामले को लेकर ईटीवी भारत से बात करते हुए हरक सिंह रावत ने कहा उनके लॉकर में कोई पैसा नहीं है. लॉकर में कुछ गहने हैं. उन्होंने कहा ईडी की टीम चाबी ले गई है. ऐसे में कल क्या हो वह इस बात को लेकर वे जरूर घबराए हुए हैं. उन्होंने कहा वह इसको लेकर पार्टी हाईकमान से भी बात करेंगे. सभी जगह अपनी बातों को रखेंगे. इस दौरान उन्होंने कानूनी लड़ाई को पूरे दम के साथ लड़ने की बात कही.

ईडी के कार्रवाई के बाद बढ़ा आत्मविश्वास: हरक सिंह रावत ने कहा वह 2022 में मंत्री पद से हट गए थे. यह मामला पुराना है तो फिर अब ही ED को छापेमारी की याद क्यों आई? उन्होंने कहा इससे यह साफ है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह कार्रवाई हुई है. उन्होंने कहा अब तक वह चुनाव नहीं लड़ने की सोच रहे थे. ईडी की कार्रवाई होने के बाद वह दुखी भी हुए, लेकिन अब उनका आत्मविश्वास और बढ़ गया है.

फाइनेंशियली क्राइसिस में हरक सिंह, ईडी से भी मांगी मदद: उन्होंने कहा यदि पार्टी उन्हें टिकट देती है तो वह चुनाव लड़ कर रहेंगे. उन्होंने कहा वह चंदा इकट्ठा करेंगे. एक फाइटर की तरह इस पूरी लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे. हरक सिंह रावत ने कहा वह उधारी में डूबे हुए हैं. इस वक्त फाइनेंशियली क्राइसिस में हैं, लेकिन वह लोगों से मदद लेंगे. उन्होंने कहा उन्होंने ईडी की टीम से भी यह बात कही. उनसे भी वित्तीय रूप से मदद के लिए कहा था.

पढ़ें- संकट में उत्तराखंड का सियासी 'सूरमा', ED की ताबड़तोड़ कार्रवाई, CBI ने भी घेरा, जांच एजेंसियों की रडार पर हरक सिंह

कांग्रेस नेता ने रेड मारने आई ED से ही मांग लिया चंदा!

देहरादून: उत्तराखंड में एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट की टीम ने छापेमारी के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत से कई सवाल किये. दरअसल ED की टीम एक दो नहीं बल्कि ऐसे कई सवालों के जवाब चाहती थी जो कि हरक सिंह रावत से सीधे ताल्लुक रखते थे. हरक सिंह रावत की सहसपुर स्थित जमीन से लेकर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हुए अवैध कामों के बारे में ईडी की टीम ने उनसे सवाल किये. सुबह 7 बजे घर में अचानक आ धमकी ईडी टीम हरक सिंह रावत से उनके आय के स्रोत के बारे में भी जानकारी चाहती थी.

घर से मिला 3 लाख कैश: पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के घर पर जब सुबह ED की टीम पहुंची तो घर में मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया. अभी हरक सिंह रावत सो कर उठे ही थे कि टीम में मौजूद करीब 6 से 7 लोगों ने हरक सिंह रावत को घेर लिया. ईडी की टीम ने घर की तलाशी लेनी शुरू की. तलाशी में हरक सिंह रावत के घर से करीब 3 लाख 50 हज़ार रुपए कैश बरामद हुआ. यह पैसा हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति की आलमारी से मिला. इसके अलावा हरक सिंह रावत की पत्नी दीप्ति के पास करीब ₹40,000 कैश मिले. हरक सिंह रावत ने कैश मिले इन रुपयों की जानकारी ED को दी.

हरक सिंह की संपत्ति के बारे में ईडी ने जुटाई जानकारी: इसके बाद हरक सिंह रावत से पूछताछ का सिलसिला शुरू हो गया. सबसे पहले हरक सिंह रावत की कुल संपत्ति की जानकारी ED की टीम ने मांगी. इसके बाद हरक सिंह से उनकी सहसपुर स्थित जमीन के बारे में पूछा गया. इसकी खरीद को लेकर कुछ क्रॉस क्वेश्चन भी किए गए. ईडी की टीम ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हुए अवैध कार्यों को लेकर भी जानकारी हरक सिंह रावत से ली. साथ ही इसमें हरक सिंह रावत की भूमिका के बारे में जानकारी जुटाई.

लॉकर की चाबी और दस्तावेज साथ ले गई ई़डी: हरक सिंह रावत ने कहा जो भूमिका उस दौरान मुख्यमंत्री की थी, वही भूमिका उनकी भी थी. वह इन योजनाओं को स्वीकृत करने के प्रयास तक ही सीमित थे. हरक सिंह रावत के घर पहुंची ED की टीम ने अब हरक सिंह रावत से उनके आय के स्रोत पूछे. टीम ने छानबीन करने के बाद कई दस्तावेज भी खंगाले. इसके बाद रात करीब 10 बजे सहसपुर की जमीन के दस्तावेज, एक लॉकर की चाबी और उनकी बहू के NGO के कागज ईडी अपने साथ लेकर गई.

कानूनी लड़ाई लड़ेंगे हरक सिंह रावत: इस पूरे मामले को लेकर ईटीवी भारत से बात करते हुए हरक सिंह रावत ने कहा उनके लॉकर में कोई पैसा नहीं है. लॉकर में कुछ गहने हैं. उन्होंने कहा ईडी की टीम चाबी ले गई है. ऐसे में कल क्या हो वह इस बात को लेकर वे जरूर घबराए हुए हैं. उन्होंने कहा वह इसको लेकर पार्टी हाईकमान से भी बात करेंगे. सभी जगह अपनी बातों को रखेंगे. इस दौरान उन्होंने कानूनी लड़ाई को पूरे दम के साथ लड़ने की बात कही.

ईडी के कार्रवाई के बाद बढ़ा आत्मविश्वास: हरक सिंह रावत ने कहा वह 2022 में मंत्री पद से हट गए थे. यह मामला पुराना है तो फिर अब ही ED को छापेमारी की याद क्यों आई? उन्होंने कहा इससे यह साफ है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह कार्रवाई हुई है. उन्होंने कहा अब तक वह चुनाव नहीं लड़ने की सोच रहे थे. ईडी की कार्रवाई होने के बाद वह दुखी भी हुए, लेकिन अब उनका आत्मविश्वास और बढ़ गया है.

फाइनेंशियली क्राइसिस में हरक सिंह, ईडी से भी मांगी मदद: उन्होंने कहा यदि पार्टी उन्हें टिकट देती है तो वह चुनाव लड़ कर रहेंगे. उन्होंने कहा वह चंदा इकट्ठा करेंगे. एक फाइटर की तरह इस पूरी लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे. हरक सिंह रावत ने कहा वह उधारी में डूबे हुए हैं. इस वक्त फाइनेंशियली क्राइसिस में हैं, लेकिन वह लोगों से मदद लेंगे. उन्होंने कहा उन्होंने ईडी की टीम से भी यह बात कही. उनसे भी वित्तीय रूप से मदद के लिए कहा था.

पढ़ें- संकट में उत्तराखंड का सियासी 'सूरमा', ED की ताबड़तोड़ कार्रवाई, CBI ने भी घेरा, जांच एजेंसियों की रडार पर हरक सिंह

Last Updated : Feb 8, 2024, 5:14 PM IST
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