सरगुजा: कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के खिलाफ आईटी रेड की कार्रवाई खत्म हो गई है. आयकर विभाग की यह कार्रवाई पांचवे दिन खत्म हुई है. करीब पांच दिनों तक आयकर विभाग ने मंत्री अमरजीत भगत के सरगुजा और रायपुर के ठिकानों पर दबिश दी. पांचवे दिन की कार्रवाई के बाद आयकर विभाग के कर्मचारी अमरजीत भगत के बंगले से चले गए.
अमरजीत भगत के करीबियों पर कसा शिकंजा: अमरजीत भगत के खिलाफ इनकम टैक्स की रेड में उनके करीबी कारोबारियों के खिलाफ आईटी विभाग ने कार्रवाई की है. जांच के दौरान अमरजीत के करीबी व्यवसायी राजीव अग्रवाल के घर को आईटी डिपार्टमेंट ने सील कर दिया है. कई कागजात भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने खंगाले हैं. आयकर विभाग की तरफ से इस बाबत कोई जानकारी नहीं दी गई है कि उनकी टीम ने इस कार्रवाई में क्या जब्त किया है.
31 जनवरी से जारी थी आईटी की कार्रवाई: आईटी की कार्रवाई 31 जनवरी से जारी थी. पहले अमरजीत भगत के कार्यालय मे आईटी टीम ने दबिश दी थी. उसके बाद अमरजीत भगत के बौरीपारा स्थित निवास और कार्यालय में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कार्रवाई की. इसके अलावा पार्वतीपुर स्थित निवास, गाड़ाघाट स्थित पाइप फैक्ट्री, लुंड्रा स्थित क्रेशर प्लांट, निज सचिव राजेश वर्मा के राजपुर स्थित निवास पर भी आयकर ने भी कार्रवाई की. फिर एसआई रुपेश नारंग के बिजनेसमैन हरपाल सिंह अरोरा के खिलाफ भी आईटी टीम ने कार्रवाई की.
इंजीनियर प्रमोद टोप्पो पर हुआ एक्शन: आईटी की रेड में अमरजीत भगत के करीबी इंजीनियर प्रमोद टोप्पो को हिरासत में लिया गया था. इसके अलावा अमरजीत भगत के निज सचिव फ्रैंकलिन टोप्पो के यहां भी आयकर विभाग की टीम ने छापा मारा था. इन दोनों से पूछताछ की गई थी. गौसेवा आयोग के पूर्व सदस्य अटल यादव के घर पर भी दबिश दी गई. फिर आईटी की टीम ने अमरजीत भगत के सीए एचएस जायसवाल से कई दस्तावेज मांगे. कारोबारी राजीव अग्रवाल के ठिकानों पर दबिश देने के साथ उनके घर को आईटी की टीम ने सील कर दिया. अमरजीत भगत के करीबी नागेश्वर यादव, महामंत्री गणेश यादव के खिलाफ भी आयकर विभाग ने कार्रवाई की. कांग्रेस नेता मनोज यादव को भी आईटी टीम ने रडार पर लिया है. उसे फोन कर आईटी की टीम ने अपना लोकेशन बताने को कहा है और कहा है कि वह भागने की गलती न करे. इसके अलावा आईटी की टीम ने अमरजीत भगत और टीएस सिंहदेव के करीबी दिलीप धर पर शिकंजा कसा है. उनसे भी पूछताछ की गई है. कई ठेकेदारों से भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम पूछताछ कर रही है. कार्रवाई का ब्यौरा आयकर विभाग की तरफ से जारी होने के बाद इस केस में और बड़ा खुलासा हो सकता है.