बक्सर: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी के निधन से पूरे राजनीतिक जगत में शोक की लहर है. उनके निधन की सूचना जैसे ही बीजेपी नेताओ को मिली, चारों ओर मातम छा गया. 1974 के जेपी आंदोलन से उपजे इस नेता के सहयोगी रहे केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने दुख जताते हुए कहा, 'मित्र ही नहीं मेरे भाई थे सुशील कुमार मोदी, उनके असामयिक निधन ने मन पर गहरा आघात पहुंचाया है.'
फफक-फफक कर रोने लगे अश्विनी चौबे: सुशील मोदी के निधन की सूचना मिलते ही पार्टी के फायर ब्रांड नेता अश्विनी चौबे फूट-फूट कर रोने लगे. इस दौरान उन्होंने एक वीडीयो जारी कर दिवंगत नेता की असमयिक निधन पर शोक प्रकट किया. उन्होंने कहा कि मित्र ही नही सुशील मोदी उनके भाई थे. वो डांटने पर भी बुरा नहीं मानते थे और पूछने पर सलाह देते थे. उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें ऐसे दुखद दिन का सामना करना पड़ेगा.
"मित्र ही नहीं भाई थे सुशील मोदी, जो डांटने पर भी बिना बुरा माने सलाह देते थे। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे ऐसे दुखद दिन देखना पड़ेगा भगवान उनके परिवार को हिम्मत दे."-अश्विनी चौबे, केंद्रीय राज्य मंत्री
गले के कैंसर से जूझ रहे थे पूर्व डिप्टी सीएम: हाल ही में सुशील मोदी ने खुद ट्वीट कर कैंसर जैसे गंभीर बीमारी से जूझने की बात सेयर की थी. जिसके बाद पक्ष-विपक्ष के तमाम नेताओं ने उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की थी. वहीं देर रात जैसे ही निधन की सूचना मिली, राजनीतिक पार्टियों में शोक की लहर दौड़ गई है. बता दें कि सुशील मोदी के पार्थिव शरीर को पटना लाया जा रहा है. पटना आने के बाद पार्थिव शरीर को राजेंद्र नगर स्थित आवास पर ले जाया जाएगा. वहां से बीजेपी कार्यालय में ले जाकर रखा जाएगा. इसके बाद गंगा घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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