गुवाहाटी: यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट ULFA (I) ने मंगलवार सुबह मार्गेरिटा के नामदांग जंगल में असम राइफल्स पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली है. तिनसुकिया जिले के मार्गेरिटा में असम राइफल्स की गाड़ी पर घात लगाकर किए गए भीषण हमले का मामला सामने आया है. उग्रवादी संगठनों का भीषण हमला मार्गेरिटा-चांगलांग रोड पर नामदांग की पहाड़ी सड़क पर सुबह करीब 8 बजे हुआ.
एक बयान जारी करते हुए प्रतिबंधित संगठन उल्फा (आई) ने कहा, 'आज 16/04/2024 को सुबह लगभग 7:45 बजे 'यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असोम (इंडिपेंडेंट)' संगठन के सैनिकों ने 'ऑपरेशन रिवेंज' नाम से एक सैन्य अभियान चलाया. असम-अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे मार्गेरिटा के नामदांग वन क्षेत्र में औपनिवेशिक भारतीय बल के 13 असम राइफल्स के खिलाफ 'शहीद द्वितीय लेफ्टिनेंट ज्ञान असोम, सार्जेंट मेजर यांगून असोम और लेफ्टिनेंट उदय असोम', जिसमें कब्जे वाली सेना के कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. कई सेनाएं क्षतिग्रस्त हो गईं, कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए.
औपनिवेशिक बल ने अपमान को छिपाने के लिए किसी भी व्यक्ति को घटनास्थल पर प्रवेश करने से रोक दिया. घायल सैनिकों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया. इसे देखते हुए पत्रकार मित्र वास्तविक जानकारी से वंचित रह गए, लेकिन सैनिकों को हेलीकॉप्टर से ले जाने का दृश्य यह साबित करता है कि सैनिक घायल हुए थे.
इससे पहले, स्थानीय लोगों ने कहा कि घात लगाकर किए गए हमले में दो ग्रेनेड विस्फोट हुए. दोनों पक्षों के बीच भीषण गोलीबारी हुई. स्थानीय लोगों को संदेह है कि संदिग्ध उल्फा (आई) द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में असम राइफल्स का एक जवान घायल हो गया है.
इसके बाद, सेना के हेलीकॉप्टर मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान चलाया. असम राइफल्स की एक बड़ी टीम मौजूद रही और चरमपंथी समूह के खिलाफ अभियान जारी रखा. घटना के तुरंत बाद पूरे इलाके की पुलिस और सेना ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी. गौरतलब है कि यह घटना ऐसे समय हुई है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देर शाम असम आ रहे हैं.