उज्जैन: बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में नए साल का जश्न भक्तिभाव और श्रद्धा के साथ मनाया गया. हजारों श्रद्धालुओं ने प्रातःकाल की भस्म आरती में भाग लेकर नए साल की शुरुआत भगवान महाकाल के आशीर्वाद से की. भक्तिभाव और उत्साह का यह नजारा उज्जैन को एक बार फिर आध्यात्मिकता का केंद्र बना गया.
नए साल की भस्म आरती और विशेष आयोजन
बुधवार सुबह भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक किया गया. जिसके बाद विशेष भस्म चढ़ाई गई और राजा के रूप में बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार किया गया. इसके बाद उनकी भस्म आरती हुई. अनूठी पूजा में शामिल होकर भक्तों ने सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की. जिला प्रशासन के अनुसार, 31 दिसंबर 2024 और 1 जनवरी 2025 के दौरान करीब 10 लाख भक्तों के आने की संभावना थी.
आम श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम
इस बार प्रशासन ने आम श्रद्धालुओं की सुविधा को प्राथमिकता दी है. भस्म आरती के लिए वीआईपी पास की संख्या सीमित रखी गई है. भक्तों को तीर्थ यात्रा का बेहतर अनुभव देने के लिए चलित भस्म आरती की व्यवस्था की गई, जिससे केवल 40-45 मिनट में दर्शन कर सकेंगे. इसके अलावा बड़ी संख्या में भक्तों के आगमन को देखते हुए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं.
सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से निगरानी
700 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से पूरे क्षेत्र पर निगरानी रखी जाएगी. प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के लिए विशेष ड्रोन तैनात किया है. वहीं दिव्यांग भक्तों के लिए व्हीलचेयर, जूता स्टैंड, खोया-पाया और पूछताछ केंद्र की व्यवस्था की गई है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यातायात विभाग ने डायवर्जन और पार्किंग की विशेष योजना तैयार की है.
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1. चार पहिया वाहनों के लिए:
इंदौर/देवास मार्ग: कर्कराज और भील समाज पार्किंग
बड़नगर/नागदा मार्ग: मोहनपुरा ब्रिज से कार्तिक मेला मैदान
आगर मार्ग: मकोड़िया आम क्षेत्र
2. दो पहिया वाहन:
नरसिंह घाट पार्किंग और हरसिद्धि पाल पार्किंग
3. भारी वाहन: सभी प्रमुख मार्गों पर डायवर्जन.
4. निकासी मार्ग: कर्कराज से भूखी माता मार्ग और जयसिंहपुरा से लालपुल.
5. रिजर्व पार्किंग: इंजीनियरिंग कॉलेज और प्रशांति चौराहा.