नई दिल्ली: शिक्षा मंत्रालय के यूजीसी-नेट परीक्षा की इंटेग्रिटी पर चिंता जताए जाने के बाद इसे रद्द कर दिया गया है. इसके साथ ही अब छात्रों को दोबारा परीक्षा देनी होगी. परीक्षा की नई तिथियों की घोषणा जल्द ही की जाएगी.
मामले में शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोविंद जायसवाल ने कहा, 'एनटीए द्वारा 18 जून को आयोजित यूजीसी-नेट परीक्षा में 9 लाख छात्रों ने भाग लिया था. मंत्रालय को लगा कि परीक्षा में गड़बड़ी की संभावना है.इस लिए उसने परीक्षा रद्द करने का फैसला किया है. अगली तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी. मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है.
यूजीसी-नेट क्या है?
यूजीसी-नेट या विश्वविद्यालय अनुदान आयोग राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा देशभर की यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर, जूनियर रिसर्च फेलोशिप और असिस्टेंट प्रोफेसर की भूमिकाओं के लिए भारतीय नागरिकों की पात्रता निर्धारित करती है.
क्या है एनटीए?
इंडियन सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1860 के तहत नवंबर 2017 में स्थापित नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) एक ऑटोनोमस बॉडी है. इसे उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए विभिन्न एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करने का काम सौंपा गया है. एनटीए NEET, JEE, CTET, GATE, GPAT, GMAT, CAT और UGC-NET जैसी परीक्षाएं आयोजित करता है.
एजेंसी की अध्यक्षता मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा नियुक्त एक प्रख्यात शिक्षाविद् करते हैं. वर्तमान में इसकी अध्यक्षता यूपीएससी के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कुमार जोशी कर रहे हैं.
UGC-NET कैसे आयोजित किया जाता है?
NTA को UGC-NET परीक्षा लेने का अधिकार है. यह परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है. दिसंबर 2018 से UGC-NET को NTA द्वारा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT) मोड में आयोजित किया जा रहा है. हालांकि, इस बार इसे पेन एंड पेपर मोड में आयोजित किया गया था. इस परीक्षा के लिए रिकॉर्ड 11 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया था.
केंद्र ने यूजीसी-नेट क्यों रद्द किया?
शिक्षा मंत्रालय ने गृह मंत्रालय के तहत आने वाले भारतीय साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर (I4C) की राष्ट्रीय साइबर अपराध थ्रेट एनालिटिक्स यूनिट से प्राप्त इनपुट के आधार पर यूजीसी-नेट जून 2024 परीक्षा रद्द करने की घोषणा की. मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि इन इनपुट से परीक्षा की अखंडता में संभावित समझौते का संकेत मिलता है.
बयान में कहा गया कि परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता और पवित्रता को बनाए रखने के लिए मंत्रालय ने परीक्षा रद्द करने और एक नया परीक्षा चक्र शुरू करने का फैसला किया है.
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