बेंगलुरु: तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन को उनकी 'सनातन धर्म' टिप्पणी के सिलसिले में बेंगलुरु की एक अदालत ने तलब किया है. बेंगलुरु के स्थानीय परमेश की शिकायत पर उदयनिधि स्टालिन को बेंगलुरु की 42 एमसीएमएम अदालत ने 4 मार्च को व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए बुलाया है.
अदालत ने उन्हें 4 मार्च को होने वाली सुनवाई के लिए व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए समन जारी किया है. मंत्री उदयनिधि स्टालिन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे हैं. उन्होंने पिछले साल सनातन धर्म की तुलना 'डेंगू' और 'मलेरिया' से करके विवाद खड़ा कर दिया था. इसके अलावा अदालत ने कार्यक्रम का आयोजन करने वाले एस वेंकटेश, मदुकर रामलिंगम और अदावन दिचन्या को भी समन जारी किया.
परमेश ने अपनी शिकायत में कहा है, 'मैंने अखबार में पढ़ा कि 3 सितंबर, 2023 को तेनाम्पेट, चेन्नई में आयोजित अनातन धर्म उन्मूलन सम्मेलन में उदयनिधि स्टालिन ने भाषण दिया था कि सनातन धर्म डेंगू और मलेरिया की तरह है. यह बयान समाज में अशांति और विद्रोह भड़काने वाला प्रतीत होता है. जिन लोगों ने यह बयान पढ़ा, उन्होंने मेरे धर्म के ख़िलाफ़ बातें कीं. इससे मेरी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं. इसलिए उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए.'