जामनगर : गुजरात के जामनगर के गोवना गांव में मंगलवार शाम को बोरवेल में गिरे दो साल के बच्चे को बुधवार तड़के बचा लिया गया. करीब नौ घंटे से अधिक के ऑपरेशन के बाद आज तड़के उसे सुरक्षित बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया. फिलहाल उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वह बोरवेल में कैसे गिरा इसके बारे में पता नहीं चला है.
जानकारी के अनुसार गोवना गांव में मंगलवार शाम एक बोरवेल के पास अचानक भारी संख्या में लोग एकत्र हो गए. बाद में पता चला कि इसमें एक दो साल का बच्चा गिर गया है. स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दी. सूचना पाकर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची. बच्चा शाम करीब 6:30 बजे बोरवेल में गिरा था. हालात को देखते हुए बचाव अभियान के लिए अग्निशमन सेवा विभाग की दो टीमें और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को बुलाया गया.
बचाव दल के सदस्यों ने पूरी रात कड़ी मशक्कत के बाद उस बच्चे को बचाने में सफल रहे. जनवरी की शुरुआत में गुजरात के द्वारका जिले में एक बोरवेल में गिरी तीन साल की बच्ची की बचाव के एक घंटे के भीतर अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई थी. एंजेल सखरा के रूप में पहचानी गई लड़की को आठ घंटे के लंबे ऑपरेशन के बाद बचाया गया और खंभालिया शहर के एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया था. लोगों ने इस घटना के लिए बोरवेल को असुरक्षित खुला छोड़ने के लिए जिम्मेदार ठहाराया. लोगों का कहना था कि पहले ऐसी कई घटनाएं हो चुकी है फिर भी लोग इससे सबक नहीं लेते हैं.