कोझिकोड: केरल में लू लगने से दो और लोगों की मौत हो गई है. मृतकों की पहचान कोझिकोड के पन्नियांगारा निवासी विजेश (43) और मलप्पुरम पदिनहट्टुमुरी निवासी मुहम्मद हनीफ (63) के रूप में की गई है.
कोझिकोड मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान विजेश की मौत हो गई. 27 अप्रैल को वह धूप में निकले थे, जहां गिर पड़े. वहीं, घर निर्माण में मजदूरी कर रहा हनीफ मलप्पुरम के तमरकुझी में काम करते समय गिर गया. उसे मलप्पुरम सहकारी अस्पताल और बाद में कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. गुरुवार सुबह उसका निधन हो गया. शुरुआती निष्कर्ष यह है कि मृत्यु का कारण निर्जलीकरण (dehydration) था. अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि पोस्टमॉर्टम के बाद असली वजह पता चलेगी.
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन द्वारा बुलाई गई एक उच्च स्तरीय बैठक में सुझाव दिया गया कि राज्य के अधिकांश जिलों में लू चलने की संभावना की चेतावनी के आधार पर कॉलेजों सहित शैक्षणिक संस्थानों को 6 मई तक बंद कर दिया जाना चाहिए.
लू की संभावना का आकलन करने के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक के दौरान जिला कलेक्टरों ने जिलों की स्थिति के बारे में बताया. केंद्रीय मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 3 मई को भी अलाप्पुझा, पलक्कड़, कोझिकोड और त्रिशूर जिलों में लू की स्थिति बनी रहेगी.
हीटवेव की चेतावनी इस पर आधारित है कि पलक्कड़ जिले में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस और कोझिकोड, त्रिशूर और अलाप्पुझा जिलों में 39 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है. इसे देखते हुए केंद्रीय मौसम विभाग ने इन जिलों में येलो अलर्ट की भी घोषणा की है.
केंद्रीय मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि लू के दौरान बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है. लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है क्योंकि ऐसी स्थिति में सनस्ट्रोक और सनबर्न का खतरा अधिक होता है. लू लगने से मृत्यु हो सकती है. ऐसे में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने चेतावनी जारी की है.