रुद्रप्रयाग: विश्व प्रसिद्ध भगवान शिव के केदारनाथ धाम में थार वाहनों के बाद अब दो इलेक्ट्रिक गोल्फ कार्ट कार पहुंचाई गई हैं. गोल्फ कार्ट को धाम पहुंचाने का मकसद बीमार और घायल मरीजों को राहत पहुंचाना है. शनिवार सुबह गौचर हवाई पट्टी से वायु सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर की मदद से गोल्फ कार्ट केदारनाथ धाम पहुंचाई गई हैं. गोल्फ कार्ट के केदारनाथ धाम में पहुंचने पर स्वागत किया गया.
गौरतलब है कि केदारनाथ धाम यात्रा को सुगम एवं सुव्यवस्थित संचालन के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है. इसी क्रम में स्वास्थ्य एवं अन्य आपातकाल स्थिति में त्वरित कार्रवाई के लिए पर्यटन विभाग की ओर से दो इलेक्ट्रिक गोल्फ कार्ट (6 सीटर) केदारनाथ धाम में पहुंचाई गई हैं.
सुखद और सुगम यात्रा का संदेश: सहायक अभियंता सिविल वृत्त डीडीएमए मनीष डोगरा ने जिला प्रशासन की इस मुहिम की जानकारी देते हुए कहा कि केदारनाथ धाम यात्रा पर देश- दुनिया से पहुंच रहे श्रद्धालुओं को यात्रा अनुभव सुखद एवं सुगम हो, इसके लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है.
इलेक्ट्रिक कार से पर्यावरण को बचाने की मुहिम: इसी क्रम में केदारनाथ पहुंचने पर किसी श्रद्धालुओं के साथ कोई आपातकाल दुर्घटना, बीमार होने, महानुभावों की विजिट या अन्य किसी आपातकाल स्थिति होने पर त्वरित कार्रवाई के लिए पर्यटन विभाग की ओर से दो गोल्फ कार्ट की स्वीकृति जिला प्रशासन को मिली थी. दोनों गाड़ियां शनिवार को चिनूक से केदारनाथ धाम में पहुंच गई हैं. गोल्फ कार्ट इलेक्ट्रिक होने से पर्यावरण को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचेगा.
थार वाहन संचालन का विरोध: बता दें कि इससे पहले 2 वाहन थार भी केदारनाथ धाम में दिव्यांग और बीमार तीर्थयात्रियों को सुविधा देने के लिए लाये गये थे. लेकिन थार वाहन से 'माननीयों' के परिवार और रिश्तेदारों को सुविधा देने पर तीर्थ पुरोहितों ने वाहन संचालन का विरोध किया था. इसके बाद वाहन का केदारनाथ में संचालन बंद कर दिया गया था.
ये भी पढ़ेंः केदारनाथ में असहाय-बुजुर्गों के लिए लाई गई THAR में घूम रहा था परिवार, मुख्य सचिव ने दिए जांच के आदेश
ये भी पढ़ेंः कांग्रेस ने केदारनाथ में थार का किया विरोध, बताया मूर्खतापूर्ण कदम