गुवाहाटी : लोकसभा चुनाव 2024 से पहले असम प्रदेश कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए दो कांग्रेस विधायक ने अपना समर्थन भाजपा को देने का ऐलान कर दिया है. कांग्रेस विधायक बसंत दास और कमलाख्या डे पुरकायस्थ ने असम में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार का सीधे तौर पर समर्थन करने की घोषणा की है. दिलचस्प बात यह है कि दोनों विधायक कांग्रेस में ही रहेंगे और भाजपा सरकार को समर्थन देते रहेंगे.
बता दें, कांग्रेस विधायक बसंत दास और कमलाख्या डे पुरकायस्थ ने बुधवार को असम विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को गमोसा के एक टुकड़े की माला पहनाते हुए भाजपा सरकार की सभी गतिविधियों में अपना सहयोग खुलकर देने का वादा किया.
कमलाख्या डे पुरकायस्थ ने असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन पीसीसी अध्यक्ष को सूचित किया है कि वह पार्टी के प्राथमिक सदस्य बने रहेंगे. बता दें, इस्तीफा देने के बाद पुरकायस्थ और बसंत दास ने बुधवार को मुख्यमंत्री सरमा से मुलाकात की और असम विधानसभा में उनकी सरकार को समर्थन दिया. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि हां, मेरे पास मुख्यमंत्री की ओर से प्रस्ताव है और मैंने उनका प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है. यह स्पष्ट नहीं है कि उनका अगला कदम भाजपा में शामिल होना होगा या बाहर से अपना समर्थन जारी रखना होगा.
इससे पहले भी कांग्रेस के दो अन्य विधायक शशिकांत दास और सिद्दीकी अहमद ने कहा था कि राज्य में भाजपा सरकार को उनका समर्थन है. इसके साथ ही कमलाक्ष दे पुरकायस्थ और बसंत दास सहित उन विधायकों की संख्या चार हो गई है जो कांग्रेस पार्टी में हैं लेकिन भाजपा सरकार का समर्थन कर रहे हैं. बता दें, पुरकायस्थ 2011 में पहली बार चार बार विधायक रहे भाजपा के मिशन रंजन दास को हराकर करीमगंज उत्तर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक चुने गए. उन्होंने अपना राजनीतिक सफर कांग्रेस की छात्र शाखा नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) से शुरू किया था.