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संदेशखाली की घटनाओं से राष्ट्रपति को अवगत कराना चाहती है टीएमसी - Sandeshkhali incidents - SANDESHKHALI INCIDENTS

Sandeshkhali Incidents,टीएमसी ने कहा है कि संदेशखाली की घटनाओं से वह राष्ट्रपति को अवगत कराना चाहती है. पार्टी की नेता शशि पांजा ने संदेशखाली को लेकर भाजपा ने राष्ट्रपति को झूठा चित्रण किया है.

TMC leader Shashi Panja
टीएमसी नेता शशि पांजा (ETV Bharat)
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By PTI

Published : May 11, 2024, 3:19 PM IST

कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि पार्टी के लिए यह जरूरी हो गया है कि वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संदेशखाली में हुई घटनाओं की सही जानकारी से अवगत कराए. इस वजह से सत्तारूढ़ दल और भाजपा के बीच बयानबाजी और जवाबी बयानबाजी शुरू हो गई है.

पश्चिम बंगाल के मंत्री और टीएमसी नेता शशि पांजा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि भाजपा ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली से एक टीम ली थी और किसी और को नहीं बल्कि देश के राष्ट्रपति को झूठा चित्रण दिया. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि हमारी ओर से संदेशखाली से एक टीम लेने और वास्तव में क्या हुआ इसकी राष्ट्रपति को जानकारी देने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि हम इसके लिए अपने शीर्ष नेतृत्व से अनुमति मांगेंगे.' उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाली बीजेपी टीम ने उन्हें गुमराह किया है. भगवा खेमा बार-बार झूठ का सहारा ले रहा है. अब हमें राष्ट्रपति से मिलने के लिए सही प्रोटोकॉल का पालन करना होगा, अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व इस संबंध में अपनी मंजूरी देता है.' भाजपा ने संदेशखाली के स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाया था कि उन्होंने क्षेत्र में महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया है.

तृणमूल कांग्रेस ने इसका खंडन करते हुए कहा था कि यह भाजपा की झूठी कहानी है और भगवा खेमे ने कथित तौर पर ये झूठे आरोप लगाने के लिए संदेशखाली की महिलाओं को पैसे दिए थे. एक कथित स्टिंग वीडियो, जिसकी प्रामाणिकता पीटीआई द्वारा सत्यापित नहीं की गई थी, हाल ही में सामने आया, जिसमें स्थानीय भाजपा नेता गंगाधर कोयल को यह स्वीकार करते हुए दिखाया गया कि भाजपा ने यौन उत्पीड़न के झूठे आरोप लगाने के लिए संदेशखाली की महिलाओं को पैसे दिए थे. पांजा ने कहा, 'भाजपा इतनी नीचे गिर गई है कि पार्टी ने महिलाओं की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है. उन्हें चुनाव में करारा जवाब मिलेगा.'

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष भी संदेशखाली में भाजपा की साजिश में शामिल थीं और तृणमूल कांग्रेस उनके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराएगी. उन्होंने कहा, 'भाजपा को या तो इसके लिए माफी मांगनी चाहिए या अभी चुप रहना चाहिए. भगवा पार्टी यह दर्शाना चाहती है कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में पश्चिम बंगाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.'

उन्होंने कहा कि भाजपा संदेशखाली के संबंध में झूठी बातें बनाकर राजनीतिक लाभ उठाना चाहती है. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस द्वारा एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के आरोपों के संबंध में उन्होंने कहा कि पुलिस पूछताछ कर सकती है लेकिन उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू नहीं कर सकती क्योंकि उन्हें संविधान के तहत छूट प्राप्त है. तृणमूल कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा पश्चिम बंगाल के कोयला माफिया के साथ मिली हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि शुक्रवार को दुर्गापुर हवाई अड्डे से गृह मंत्री अमित शाह के प्रस्थान के दौरान कोयले की तस्करी में शामिल कई लोगों को देखा गया था.

ये भी पढ़ें - संदेशखाली मामला : NCW ने लिखा ईसी को पत्र, कहा-डर के माहौल में हैं महिलाएं

कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि पार्टी के लिए यह जरूरी हो गया है कि वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संदेशखाली में हुई घटनाओं की सही जानकारी से अवगत कराए. इस वजह से सत्तारूढ़ दल और भाजपा के बीच बयानबाजी और जवाबी बयानबाजी शुरू हो गई है.

पश्चिम बंगाल के मंत्री और टीएमसी नेता शशि पांजा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि भाजपा ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली से एक टीम ली थी और किसी और को नहीं बल्कि देश के राष्ट्रपति को झूठा चित्रण दिया. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि हमारी ओर से संदेशखाली से एक टीम लेने और वास्तव में क्या हुआ इसकी राष्ट्रपति को जानकारी देने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि हम इसके लिए अपने शीर्ष नेतृत्व से अनुमति मांगेंगे.' उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाली बीजेपी टीम ने उन्हें गुमराह किया है. भगवा खेमा बार-बार झूठ का सहारा ले रहा है. अब हमें राष्ट्रपति से मिलने के लिए सही प्रोटोकॉल का पालन करना होगा, अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व इस संबंध में अपनी मंजूरी देता है.' भाजपा ने संदेशखाली के स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाया था कि उन्होंने क्षेत्र में महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया है.

तृणमूल कांग्रेस ने इसका खंडन करते हुए कहा था कि यह भाजपा की झूठी कहानी है और भगवा खेमे ने कथित तौर पर ये झूठे आरोप लगाने के लिए संदेशखाली की महिलाओं को पैसे दिए थे. एक कथित स्टिंग वीडियो, जिसकी प्रामाणिकता पीटीआई द्वारा सत्यापित नहीं की गई थी, हाल ही में सामने आया, जिसमें स्थानीय भाजपा नेता गंगाधर कोयल को यह स्वीकार करते हुए दिखाया गया कि भाजपा ने यौन उत्पीड़न के झूठे आरोप लगाने के लिए संदेशखाली की महिलाओं को पैसे दिए थे. पांजा ने कहा, 'भाजपा इतनी नीचे गिर गई है कि पार्टी ने महिलाओं की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है. उन्हें चुनाव में करारा जवाब मिलेगा.'

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष भी संदेशखाली में भाजपा की साजिश में शामिल थीं और तृणमूल कांग्रेस उनके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराएगी. उन्होंने कहा, 'भाजपा को या तो इसके लिए माफी मांगनी चाहिए या अभी चुप रहना चाहिए. भगवा पार्टी यह दर्शाना चाहती है कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में पश्चिम बंगाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.'

उन्होंने कहा कि भाजपा संदेशखाली के संबंध में झूठी बातें बनाकर राजनीतिक लाभ उठाना चाहती है. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस द्वारा एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के आरोपों के संबंध में उन्होंने कहा कि पुलिस पूछताछ कर सकती है लेकिन उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू नहीं कर सकती क्योंकि उन्हें संविधान के तहत छूट प्राप्त है. तृणमूल कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा पश्चिम बंगाल के कोयला माफिया के साथ मिली हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि शुक्रवार को दुर्गापुर हवाई अड्डे से गृह मंत्री अमित शाह के प्रस्थान के दौरान कोयले की तस्करी में शामिल कई लोगों को देखा गया था.

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