नई दिल्ली: वक्फ संशोधन विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक में मंगलवार को उस समय हंगामा मच गया, जब तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद कल्याण बनर्जी ने समिति के चेयरमैन जगदंबिका पाल की ओर कांच की पानी की बोतल फेंकी. बैठक के दौरान बनर्जी और भाजपा सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय के बीच तीखी बहस के बीच यह घटना हुई.
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने वहां रखी कांच की पानी की बोतल उठाकर मेज पर पटक दी और खुद ही जख्मी हो गए. इस घटना के बाद बैठक को कुछ देर के लिए रोक दिया गया.
#WATCH | Delhi: Meeting of the JPC (Joint Parliamentary Committee) on the Waqf Bill begins at the Parliament Annexe. It was halted briefly after a scuffle broke out during the meeting.
— ANI (@ANI) October 22, 2024
According to eyewitnesses to the incident, TMC MP Kalyan Banerjee picked up a glass water… pic.twitter.com/vTR7xMwOb5
एक दिन और दो बैठकों के लिए निलंबित
वहीं, जेपीसी चेयरमैन जगदंबिका पाल के खिलाफ उनके व्यवहार और उनकी ओर टूटी बोतल फेंकने के लिए बनर्जी को लोकसभा के नियम 261 और 374(1)(2) के तहत एक दिन और दो बैठकों के लिए निलंबित कर दिया गया है. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा बनर्जी को निलंबित करने के प्रस्ताव के पक्ष में 9 वोट पड़े और विपक्ष में आठ वोट पड़े.
कैसे हुआ हंगामा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी और भाजपा सांसद गंगोपाध्याय के बीच टकराव की शुरुआत कठोर शब्दों के आदान-प्रदान से हुई. बनर्जी के अनुसार, गंगोपाध्याय ने बैठक के दौरान उनके खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया, यहां तक कि उन्हें अपमानजनक नामों से भी पुकारा. इन कथित उकसावे के बावजूद बनर्जी ने दावा किया कि समिति के चेयरमैन जगदंबिका पाल ने हस्तक्षेप नहीं किया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई.
चेयरमैन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से नाराज बनर्जी ने कथित तौर पर गुस्से में आकर कांच की बोतल तोड़कर पाल की ओर फेंकी. इस हरकत के दौरान बनर्जी खुद घायल हो गए, क्योंकि कांच लगने से उनका हाथ बुरी तरह कट गया, जिससे खून बहने लगा. चोट लगने के बाद बनर्जी बैठक से चले गए.
अंगूठे और तर्जनी अंगुली में जख्म
बनर्जी के अंगूठे और तर्जनी अंगुली में जख्म हो गया है. उन्हें प्राथमिक उपचार देना पड़ा. बाद में उन्हें एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और आप सांसद संजय सिंह बैठक कक्ष में वापस ले जाते हुए देखे गए. टीएमसी सांसद को अधिकारियों ने सूप भी दिया.
भाजपा सांसद जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली समिति सेवानिवृत्त न्यायाधीशों और वकीलों के एक समूह के विचार सुन रही थी, तभी विपक्षी सदस्यों ने सवाल किया कि विधेयक में उनका क्या हित है.
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